विज्ञापन
5 years ago
कोलकाता:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के पश्चिम बंगाल दौरे का आज (रविवार) दूसरा दिन है. बीते शनिवार पीएम मोदी ने कोलकाता में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banarjee) से मुलाकात की थी. उन्होंने पीएम मोदी के सामने नागरिकता कानून (CAA), एनआरसी (NRC) और एनपीआर (NPR) का विरोध दर्ज कराते हुए CAA को वापस लेने की मांग की. इसके जवाब में पीएम मोदी ने उन्हें दिल्ली आकर इस मुद्दे पर बात करने के लिए कहा. पीएम मोदी ने शनिवार को हावड़ा ब्रिज के नाम से मशहूर रबींद्र सेतु के इंटरैक्टिव लाइट एंड साउंड शो का शुभारंभ किया. पीएम के रात्रि विश्राम का कार्यक्रम पहले राजभवन में आयोजित किया गया था लेकिन ऐन मौके पर इसे बदल दिया गया. पीएम मोदी ने रामकृष्ण मिशन के मुख्यालय बेलूर मठ में रात विश्राम किया. आज स्वामी विवेकानंद (Swami Vivekananda Birth Anniversary) की जयंती है. सुबह पूजा-अर्चना के बाद पीएम मोदी मठ के साधु-संतों से मिले. इसके बाद पीएम कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के कार्यक्रम में पहुंचे.

PM मोदी ने कहा, 'कोलकाता पोर्ट के विस्तार और आधुनिकीकरण के लिए आज सैकड़ों करोड़ रुपए के इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया गया है. आदिवासी बेटियों की शिक्षा और कौशल विकास के लिए हॉस्टल और स्किल डेवलपमेंट सेंटर का शिलान्यास हुआ है.'
पीएम मोदी ने कहा, 'इस वर्ष हल्दिया में मल्टीमॉडल टर्मिनल और फरक्का में नेविगेशनल लॉक को तैयार करने का प्रयास है. साल 2021 तक गंगा में बड़े जहाज भी चल सकें इसके लिए भी जरूरी गहराई बनाने का काम प्रगति पर है.'
पीएम मोदी ने कहा, 'जैसे ही पश्चिम बंगाल राज्य सरकार आयुष्मान भारत योजना, पीएम किसान सम्मान निधि के लिए स्वीकृति देगी, यहां के लोगों को इन योजनाओं का भी लाभ मिलने लगेगा.'
पीएम मोदी ने कहा, 'पश्चिम बंगाल के विकास के लिए केंद्र सरकार की तरफ से हर संभव कोशिश की जा रही है. विशेष तौर पर गरीबों, दलितों, वंचितों, शोषितों और पिछड़ों के विकास के लिए समर्पित भाव से प्रयास किए जा रहे हैं.'

पीएम मोदी ने कहा, 'बाबा साहेब ने देश की पहली जल संसाधन नीति और श्रमिकों से जुड़े कानूनों को लेकर अपने अनुभवों का उपयोग किया था. देश में नदी घाटी परियोजनाओं, बांधों का, पोर्ट्स का निर्माण तेजी से हो पाया तो इसका बड़ा श्रेय दोनों महान सपूतों को जाता है.'
पीएम मोदी ने कहा, 'आज के इस अवसर पर मैं बाबा साहेब को भी याद करता हूं, उन्हें नमन करता हूं. डॉ. मुखर्जी और बाबा साहेब, दोनों ने स्वतंत्रता के बाद के भारत के लिए नई नीतियां और नया विजन दिया था. डॉ. मुखर्जी की बनाई पहली औद्योगिक नीति में देश के जल संसाधनों के उचित उपयोग पर जोर दिया गया था.'
पीएम मोदी ने कहा, 'हमारी सरकार मानती है कि हमारे तट विकास के द्वार हैं, इसलिए सरकार ने तटों पर कनेक्टिविटी और वहां के इंफ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक बनाने के लिए सागरमाला कार्यक्रम शुरू किया.'
पीएम मोदी ने कहा, 'कोलकाता पोर्ट सिर्फ जहाजों के आने-जाने का स्थान नहीं है, ये एक पूरे इतिहास को अपने आप में समेटे हुए है. इस पोर्ट ने भारत को विदेशी राज से स्वराज पाते देखा है. सत्याग्रह से लेकर स्वच्छाग्रह तक इस पोर्ट ने देश को बदलते हुए देखा है.'
पीएम मोदी ने कहा, 'कोलकाता का ये पोर्ट एक प्रकार से भारत की औद्योगिक, आध्यात्मिक और आत्मनिर्भरता की आकांक्षा का प्रतीक है. ऐसे में जब ये पोर्ट 150 साल में प्रवेश कर रहा है, तब इसको न्यू इंडिया के निर्माण का भी एक प्रतीक बनाना आवश्यक है.'
कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, 'इस पोर्ट ने बहुत कुछ बदलते हुए देखा है, लिहाजा केंद्र सरकार भारत के उद्योगीकरण के प्रणेता और एक देश एक विधान के लिए बलिदान देने वाले डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी को इसे समर्पित करती है. अब से कोलकाता पोर्ट डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट के नाम से जाना जाएगा.'
कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट की 150वीं वर्षगांठ के उद्घाटन कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी वहां मौजूद लोगों को संबोधित कर रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के कार्यक्रम में ट्रस्ट के दो सबसे पुराने पेंशनर्स नगीना भगत और नरेश चंद्र चक्रवर्ती को सम्मानित किया.
पीएम नरेंद्र मोदी कोलकाता में होने वाले अन्य कार्यक्रमों के लिए बेलूर मठ से निकल चुके हैं. इस दौरान मठ के संतों ने पीएम के साथ सेल्फी लीं.
पीएम मोदी ने कहा, 'नॉर्थ-ईस्ट हमारा गर्व है. वहां की संस्कृति, रीति-रिवाज पर हमें गर्व है. इस कानून का उनपर कोई नकारात्मक प्रभाव न पड़े, उसका भी केंद्र सरकार ने इंतजाम किया है. मुझे खुशी है कि आज युवा भ्रम फैलाने वालों के भ्रम भी दूर कर रहे हैं. दुनियाभर में आवाज उठाने वाले हमारे युवा ही हैं. हम ये संशोधन न लाते तो ये विवाद नहीं होता. अगर ऐसा होता तो दुनिया को पता नहीं चलता कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर कैसे-कैसे जुल्म होते हैं. पाकिस्तान को जवाब देना होगा कि आपने 70 सालों से अल्पसंख्यकों पर ये जुल्म क्यों किया.'
पीएम मोदी ने कहा, 'ऐसे पीड़ित शरणार्थियों को क्या हमें मरने के लिए वापस भेजना चाहिए. नहीं न, अगर मोदी जी ये करते हैं तो आपका साथ है न. हमारी सरकार ने देश को स्वतंत्रता दिलाने वाले महान सपूतों की इच्छा का ही पालन किया है. महात्मा गांधी द्वारा कहे काम को ही किया है. CAA में हम नागरिकता दे ही रहे हैं. किसी की भी नागरिकता छीन नहीं रहे हैं. आज भी किसी भी धर्म का व्यक्ति, भारत के संविधान को मानने वाला हर व्यक्ति तय प्रक्रियाओं के तहत भारत की नागरिकता ले सकता है. आप समझ चुके हैं. जो आप समझ रहे हैं न वो राजनीतिक खेल खेलने वाले समझने को तैयार नहीं हैं.'
पीएम मोदी ने कहा, 'CAA में बदलाव ये किया गया है कि भारत की नागरिकता लेने की सहूलियत और बढ़ा दी गई है. इसे उन लोगों के लिए बढ़ाई गई है जिनपर बंटवारे के बाद धार्मिक आस्था की वजह से जुल्म हुआ. जीना मुश्किल हो गया. बहन-बेटियों की सुरक्षा खतरे में पड़ गई. स्वतंत्रता के बाद महात्मा गांधी से लेकर दिग्गज नेताओं का कहना था कि भारत को ऐसे लोगों को नागरिकता देनी चाहिए, जिनपर उनके धर्म की वजह से पाकिस्तान में अत्याचार किया जा रहा है.'
पीएम मोदी ने कहा, 'देश के नागरिकों के मन में CAA को लेकर तरह-तरह के सवाल भर दिए गए हैं. बहुत से युवा जागरूक हैं लेकिन कुछ युवाओं को भ्रमित कर दिया गया है. उन्हें समझाना भी हमारी जिम्मेदारी है. राष्ट्रीय युवा दिवस पर देश के युवाओं को आज इस पवित्र धरती से जरूर कुछ कहना चाहता हूं. साथियों ऐसा नहीं है कि देश की नागरिकता देने के लिए सरकार ने रातोंरात कोई कानून बना दिया है. हमें पता होना चाहिए कि दूसरे देश का कोई भी व्यक्ति भारत की नागरिकता ले सकता है. इसमें कोई दुविधा नहीं है. ये एक्ट नागरिकता छीनने का नहीं बल्कि देने का कानून है.'
पीएम मोदी ने कहा, 'युवा शक्ति ही भारत को बदलने का आधार है. 2020 सिर्फ नववर्ष ही नहीं है बल्कि नया दशक भी है. हमें अपने संकल्पों को लेकर सिद्धि प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ना है. युवा सोच कहती है कि समस्याओं को टालो नहीं. युवा इन्हें टालने की सोच ही नहीं सोच सकते. युवा मतलब समस्याओं से टकराव, चुनौतियों को ही चुनौती देते हैं युवा.'
पीएम मोदी ने कहा, 'दुनिया की सबसे बड़ी युवा आजादी का खजाना भारत के पास है. 21वीं सदी में इस देश के युवाओं से सिर्फ भारत को ही नहीं बल्कि पूरे विश्व को मदद मिलती है. नए भारत के निर्माण के लिए बड़े संकल्प लेकर कदम उठाए हैं. ये संकल्प सिर्फ सरकार के नहीं हैं, ये संकल्प देश के युवाओं के हैं, 130 करोड़ भारतीयों के हैं. देश के युवा जिसके साथ जुड़ जाते हैं, उसका सफल होना तय है. स्वच्छ भारत युवाओं की कोशिशों का ही परिणाम है.'
पीएम मोदी ने कहा, 'मैंने गुरुजनों से सीखा है कि हम कभी अकेले नहीं हैं. हमारे साथ ईश्वर का रूप होता है, वो हमें दिखता नहीं है. हम अकेले कभी नहीं होते. हमारा सृजनहार हर पल हमारे साथ होते हैं. स्वामी जी की बात हमेशा याद रखनी होगी, वो कहते थे अगर मुझे 100 ऊर्जावान युवा मिल जाएं तो मैं भारत को बदल दूंगा. उन्होंने कहा कि ऐसा कर भारत बदल जाएगा.'
पीएम मोदी ने कहा, 'देश का हर युवा चाहें स्वामी विवेकानंद को जानता हो या न जानता हो, जाने-अनजाने में ही उसी संकल्प का हिस्सा है. वक्त बदला है, दशक बदले हैं, सदी बदल गई है लेकिन स्वामी जी के संकल्प को सिद्धि तक पहुंचाने का जिम्मा हम पर है और आने वाली पीढ़ियों पर भी है. ये युग-युग तक करने का काम है.'
पीएम मोदी ने कहा, 'पिछली बार मैं जब यहां आया था तो गुरुजी का आशीर्वाद लेकर गया था. उन्होंने ही मुझे जनसेवा ही प्रभुसेवा का रास्ता दिखाया था. आज वो शारीरिक रूप से हमारे बीच नहीं है लेकिन उनका मार्ग रामकृष्ण मिशन के रूप में सदा हमारा मार्ग प्रशस्त करता रहेगा.'
पीएम मोदी ने कहा, 'बेलूर मठ की भूमि में स्वामी परमहंस, स्वामी विवेकानंद और तमाम गुरुओं के सानिध्य का हर किसी को अनुभव होता है. बेलूर मठ आते ही अतीत के पृष्ठ खुल जाते हैं, जिनके कारण आज मैं यहां हूं और 130 करोड़ भारतीयों की सेवा में कुछ कर्तव्य निभा पा रहा हूं.'
पीएम मोदी ने संबोधन में कहा, 'बेलूर मठ में आना किसी तीर्थ यात्रा से कम नहीं है. मेरे लिए ये हमेशा से घर आने जैसा ही है. मैं सभी व्यवस्थापकों का आभारी हूं कि मुझे कल रात यहां रहने के लिए इजाजत दी.'
पीएम मोदी बेलूर मठ में साधु-संतों से मिले.
पीएम मोदी ने बेलूर मठ में स्वामी रामकृष्ण परमहंस की प्रतिमा को नमन करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हावड़ा स्थित रामकृष्णा मठ और रामकृष्ण मिशन के मुख्यालय बेलूर मठ पहुंच चुके हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार देर शाम रामकृष्ण मिशन के मुख्यालय बेलूर मठ पहुंचे और रात में वहीं रुके. पीएम मोदी आज स्वामी विवेकानंद मंदिर में ध्यान करेंगे.
प्रधानमंत्री एक कुशल विकास केंद्र और प्रीतिलता छात्रावस का उद्घाटन करेंगे. ये छात्रावास सुदंर वन की 200 आदिवासी छात्राओं के लिए है.
प्रधानमंत्री आज कोलकाता पोर्ट के 150 साल पूरे होने के मौके पर एक जश्न में शामिल होंगे.
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com