जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के पूर्व अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह 'ललन' ने उन पर बिहार में नीतीश कुमार सरकार को गिराने की साजिश रचने का आरोप लगाने संबंधी खबरें चलाने के लिए शनिवार को कई शीर्ष मीडिया संस्थानों को कानूनी नोटिस भेजा.
ललन ने हाल ही में यह दावा करते हुए पार्टी का शीर्ष पद छोड़ दिया था कि वह लोकसभा चुनाव से पहले अपने संसदीय क्षेत्र मुंगेर को अधिक समय देना चाहते हैं. उन्होंने कानूनी नोटिस की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा कीं.
मीडिया में आईं खबरों में 20 दिसंबर को पटना में बिहार के एक मंत्री के आवास पर हुई एक बैठक का जिक्र किया गया था. खबरों में आरोप लगाया गया था कि ललन सिंह ने जद (यू) के एक दर्जन विधायकों को बुलाकर कुमार की जगह उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने में मदद करने के लिए कहा था.
खबरों में दावा किया गया था कि जद (यू) के सर्वोच्च नेता कुमार को साजिश का पता चल गया था और इसलिए, उन्होंने ललन पर भरोसा खो दिया था, जो लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के बहुत करीब हो गए थे. खबरों के अनुसार इसलिए कुमार ने ललन को हटाकर खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद संभालने का फैसला किया.
ललन ने ‘एक्स' पर लिखा, ''इन मीडिया संस्थानों द्वारा चलाई गई खबरें मनगढ़ंत थीं और उनका उद्देश्य मेरी प्रतिष्ठा को धूमिल करना था. मैंने उनसे माफी मांगने को कहा है और ऐसा नहीं करने पर मैं 15 दिनों में मानहानि का मुकदमा दायर करूंगा.”
ललन ने आरोप लगाया, “मेरे अनुरोध पर ही माननीय मुख्यमंत्री ने मुझे राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद छोड़ने की अनुमति दी और स्वयं पद संभालने के लिए सहमत हुए. यह उस पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं के लिए खुशी की बात है, जिसका मैं संस्थापक सदस्य हूं. लेकिन मीडिया के एक वर्ग ने मुझे पार्टी में खलनायक के रूप में चित्रित करने की कोशिश की.”
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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं