लखीसराय के बड़हिया स्टेशन की पटरी पर जमे प्रदर्शनकारी, 56 से अधिक ट्रेनों का रूट डायवर्ट, 30 रद्द

रेल परिचालन बाधित रहने से यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है. वहीं आंदोलनकारी ट्रेन ठहराव की मांग पर अड़े हैं. बताया जा रहा है कि आंदोलनकारी 9 ट्रेनों के ठहराव की मांग पर अड़े हुए हैं.

लखीसराय के बड़हिया स्टेशन की पटरी पर जमे प्रदर्शनकारी,  56 से अधिक ट्रेनों का रूट डायवर्ट, 30 रद्द

बड़हिया स्टेशन पर प्रदर्शन, मांगों को लेकर पटरी पर जमे लोग, हटने को तैयार नहीं

नई दिल्ली:

बिहार के लखीसराय में ट्रेन ठहराव की मांग को लेकर बड़हिया स्टेशन पर दूसरे दिन भी रेल संघर्ष समिति द्वारा आंदोलन जारी है. काफी संख्या में आंदोलनकारियों ने रेलवे ट्रैक पर बैठकर रेल परिचालन को बाधित किया. लगभग 24 घंटे से पाटलिपुत्र एक्सप्रेस को बड़हिया स्टेशन पर रोक कर रखा गया. वहीं आंदोलन को लेकर बड़हिया स्टेशन पर काफी संख्या में पुलिसबल और दंडाधिकारी की तैनाती की गई है. रेल परिचालन बाधित रहने से यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है. वहीं आंदोलनकारी ट्रेन ठहराव की मांग पर अड़े हैं. बताया जा रहा है कि आंदोलनकारी 9 ट्रेनों के ठहराव की मांग पर अड़े हुए हैं.

इस रेल चक्का जाम आंदोलन के कारण नई दिल्ली - हावड़ा रेलखंड 21 घंटे  जाम है. 56 से अधिक ट्रेनों का रूट डायवर्ट हुआ, 30 ट्रेनें रद्द हुई हैं. बड़हिया स्टेशन पर पटरियों पर जमे हैं आंदोलनकारी. ये सभी ट्रेन ठहराव की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. धरने में शामिल लोगों का कहना है कि वे मांगें पूरी होने तक नहीं हटेंगे, उनके लिए वहीं स्टेशन पर खाने की व्यवस्था की जा रही है. 

लखीसराय के जिलाधिकारी संजय कुमार के मुताबिक पटना से करीब 120 किलोमीटर दूर बड़हिया स्टेशन पर अपनी मांगों को लेकर बड़ी संख्या में लोग पटरियों पर बैठ गए. आंदोलनकारी स्थानीय यात्रियों की सुविधा के लिए कई एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव करने की मांग कर रहे थे जिनका वहां कोई ठहराव नहीं था.

जिलाधिकारी और रेलवे पुलिस उपाधीक्षक इमरान परवेज द्वारा आंदोलनकारियों को अपना आंदोलन वापस लेने के लिए मनाने के प्रयासों का कोई नतीजा नहीं निकला और शाम होने के बाद उन्होंने अपनी अनिच्छा के स्पष्ट संकेत के तौर पर पटरियों पर अपना भोजन तैयार करना शुरू कर दिया. हाजीपुर स्थित ईसीआर मुख्यालय के अनुसार जिन ट्रेनों को रद्द किया गया है उनमें राज्य को कोलकाता, सियालदह और जसीडिह से जोड़ने वाली चार एक्सप्रेस ट्रेनें शामिल हैं.

ईसीआर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि लंबी दूरी की 29 ट्रेनों को वैकल्पिक मार्गों से चलाया गया जिनमें हावड़ा-दिल्ली एक्सप्रेस, आसनसोल-छत्रपति शिवाजी टर्मिनस एक्सप्रेस, अमृतसर-हावड़ा एक्सप्रेस और कामाख्या-दिल्ली एक्सप्रेस प्रमुख हैं. इसके अलावा पटना से जसीडिह जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेन को टेकबीघा में समाप्त करना पड़ा है.

(इनपुट्स भाषा से भी)

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