कोलकाता में डॉक्टर बिटिया की रेप के बाद हत्या (Kolkata Rape Murder) मामले में हर दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं. पुलिस और सीबीआई जांच भी लगातार चल रही है. घटना वाले दिन से ही यह सवला उठता रहा है कि आखिर ट्रेनी डॉक्टर के पोस्टमार्टम में देरी क्यों हुई. अब कोलकाता पुलिस मे सीबीआई (CBI) को इसकी वजह बताई है. पुलिस ने जांच एजंसी को बताया है कि आखिर पोस्टमार्टम देरी से क्यों किया गया.
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ट्रेनी डॉक्टर के पोस्टमार्टम में देरी की वजह जानिए
सूत्रों के मुताबिक, कोलकाता पुलिस ने सीबीआई को बताया कि ट्रेनी डॉक्टर की हत्या के बाद गुस्साए मेडिकल छात्र सेमिनार के बगल में मौजूद कॉरिडोर में जमा हो गए थे और नारेबाजी कर रहे थे. छात्रों के 2 गुट थे. एक गुट आरजी कर मेडिकल कॉलेज में मृतक लड़की के पोस्टमार्टम की मांग कर रहा था तो दूसरा कॉलेज के बाहर किसी दूसरे अस्पताल में पोस्टमार्टम कराए जाने की मांग पर अड़ा था. इसके बाद उसके परिवार से बातचीत की गई. परिवार की सहमति के बाद डॉक्टर आर जी कर मेडिकल अस्पताल में उसका पोस्टमार्टम कराने के लिए तैयार हुए.
नारेबाजी कर रहे डॉक्टर्स ने रखी थीं ये 5 मांगें
- पोस्टमार्टम आर जी कर मेडिकल कॉलेज एक ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट के सामने होगा.
- पूरे पोस्टमार्टम की वीडियो रिकॉर्डिंग होगी
- पोस्टमार्टम में प्रॉपर सर्जन होंगे, जिनमें 2 महिला सर्जन भी होंगी
- एक ज्यूडिशियल जांच तुरंत शुरू हो, जिसमें रेजिडेंट डॉक्टर भी साथ रहें
- पोस्टमार्टम के दौरान 4 पीजी महिला डॉक्टर भी मौजूद रहेंगी
तो इसलिए लेट हुआ डॉक्टर का पोस्टमार्टम
कोलकाता पुलिस के मुताबिक प्रदर्शन कर रहे छात्रों की सभी मांगे मान ली गईं, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी. मांगे मानने के बाद ही अस्पताल के डॉक्टरों ने मृतक लड़की का डेथ सर्टिफिकेट जारी किया और फिर उसका पोस्टमार्टम किया गया. पुलिस ने बताया कि 5 मेडिकल छात्राओं ने ये लिखकर दिया कि वो पोस्टमार्टम से संतुष्ट हैं.
पुलिस के दावों में कितनी सच्चाई?
कोलकाता पुलिस ने ट्रेनी डॉक्टर के पोस्टमार्टम लेट होने की बड़ी वजह सीबीआई को बताई है. पुलिस के इन दावों में कितनी सच्चाई है, इस बात की जांच अब सीबीआई कर रही है. बता दें कि ट्रेनी डॉक्टर की रेप और हत्या के बाद से ही ये सवाल उठता रहा है कि पोस्टमार्टम में देरी क्यों की गई. सुप्रीम कोर्ट ने भी सुनवाई के दौरान कई सवाल पूछे थे. जिसका ममता सरकार के वकील कपिल सिब्बल सीजेआई को कोई जवाब नहीं दे पाए थे. बता दें कि डॉक्टर का शव सुबह 6 बजे मिला था, जब कि पोस्टमार्टम शाम को 4 बजे किया गया था, और बॉडी रात को 8 बजे घर वालों को सौंपी गई. जिसके बाद इस पर सवाल उठने लगे.
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