बेंगलुरु:
बेलगाम ज़िले के सौदाती में मंगलवार सुबह तब हड़कंप मच गया जब गांव के होनहार डीएसपी कालप्पा हंडिबग अपने ही घर में छत से लटके पाये गए। रिश्तेदार और गांव वाले फ़ौरन उन्हें अस्पताल ले गए जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। कालप्पा हंडिबग के ख़िलाफ़ सोमवार को चिकमंगलुरू में अपहरण की साजिश रचने और फिरौती वसूलने का मामला दर्ज किया गया था। मामला दर्ज होने के बाद से उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा था।
चिकमंगलूर में 29 जून को बिजनेसमैन तेजस का 7 लोगों ने अपहरण कर लिया था। उन्हें अगवा कर बेंगलुरु लाया गाया था। अपनी रिहाई के लिए वह 10 लाख रुपये देने को तैयार हो गया था। अपने दोस्त पवन के जरिए उसने चिकमंगलूर में फिरौती की रकम का इंतजाम किया और 1 जुलाई को 10 लाख रुपये देकर वह छूट गया।
घर वापस पहुंच कर अपने दोस्तों के साथ मिलकर तेजस ने यह पता करने की कोशिश की कि उसके अपहरण के पीछे आखिर कौन लोग थे। तेजस ने बताया कि जांच में उसे लगा कि जो शख्स उसकी रिहाई के लिए उसके दोस्त पवन के साथ बातचीत कर रहा था वह और कोई नहीं बल्कि स्थानीय डीएसपी कालप्पा हैं। बिजनेसमैन तेजस जिनका अपहरण हुआ था।
तेजस के दोस्त पवन ने पूरी बातचीत रिकॉर्ड की थी। जिसमें पवन के अलावा दूसरी आवाज़ डीएसपी कालप्पा की थी। ऐसे में चिकमंगलुरू के एसपी संतोष कुमार के आदेश पर डीएसपी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। बाद में देर रात कर्नाटक के डीजीपी ओम प्रकाश ने डीएसपी कालप्पा को ससपेंड कर दिया और इस मामले की जांच सीआईडी को सौंप दी।
मंगलवार सुबह आत्महत्या की खबर आने के बाद गृह मंत्री जी परमेश्वर ने बताया कि कालप्पा की छवि एक कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी की थी। ऐसे में किन हालातों में उसने अपहरण करवाया और फिरौती वसूली जैसा की आरोप उनपर लगा है इन सभी मामलों की जांच अब सीआईडी करेगी।
चिकमंगलूर में 29 जून को बिजनेसमैन तेजस का 7 लोगों ने अपहरण कर लिया था। उन्हें अगवा कर बेंगलुरु लाया गाया था। अपनी रिहाई के लिए वह 10 लाख रुपये देने को तैयार हो गया था। अपने दोस्त पवन के जरिए उसने चिकमंगलूर में फिरौती की रकम का इंतजाम किया और 1 जुलाई को 10 लाख रुपये देकर वह छूट गया।
घर वापस पहुंच कर अपने दोस्तों के साथ मिलकर तेजस ने यह पता करने की कोशिश की कि उसके अपहरण के पीछे आखिर कौन लोग थे। तेजस ने बताया कि जांच में उसे लगा कि जो शख्स उसकी रिहाई के लिए उसके दोस्त पवन के साथ बातचीत कर रहा था वह और कोई नहीं बल्कि स्थानीय डीएसपी कालप्पा हैं।
तेजस के दोस्त पवन ने पूरी बातचीत रिकॉर्ड की थी। जिसमें पवन के अलावा दूसरी आवाज़ डीएसपी कालप्पा की थी। ऐसे में चिकमंगलुरू के एसपी संतोष कुमार के आदेश पर डीएसपी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। बाद में देर रात कर्नाटक के डीजीपी ओम प्रकाश ने डीएसपी कालप्पा को ससपेंड कर दिया और इस मामले की जांच सीआईडी को सौंप दी।
मंगलवार सुबह आत्महत्या की खबर आने के बाद गृह मंत्री जी परमेश्वर ने बताया कि कालप्पा की छवि एक कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी की थी। ऐसे में किन हालातों में उसने अपहरण करवाया और फिरौती वसूली जैसा की आरोप उनपर लगा है इन सभी मामलों की जांच अब सीआईडी करेगी।
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