भाजपा ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है. इसमें गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले (बीपीएल) परिवारों को साल में तीन रसोई गैस सिलेंडर नि:शुल्क देने का वादा किया. साथ ही समान नागरिक संहिता लागू करने का वादा किया है. इसके साथ ही मैनिफेस्टो में 7 'ए' को भी शामिल किया गया है.
घोषणापत्र के अनुसार, "समान नागरिक संहिता लागू करने के उद्देश्य के लिए एक समिति का गठन किया जाएगा. इस उच्च स्तरीय समिति द्वारा दी गई सिफारिशों के आधार पर हम कर्नाटक में समान नागरिक संहिता लागू करेंगे." घोषणापत्र जारी करने के बाद भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने कहा, "भारत का संविधान हमें समान नागरिक संहिता की दिशा में आगे बढ़ने की अनुमति देता है. सभी के लिए न्याय और किसी का भी तुष्टीकरण नहीं, यही हमारी नीति है."
बीजेपी ने अपने मेनिफेस्टो में 7 'ए' को ध्यान में रखा है. इनमें अन्न (Anna) Akshara(अक्षर), Aarogya(आरोग्य), Abhivruddhi(अभिवृद्धि), Aadaya(आद्य) और (अभय)Abhaya शामिल हैं. भाजपा ने वादा किया है कि प्रदेश के सभी जरूरतमंद लोगों को अन्न की कमी नहीं होगी, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जाएगी, अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं दी जाएंगी. इसी के तहह बीजेपी ने बीपीएल कार्ड धारकों को तीन फ्री कुकिंग गैस सिलेंडर देने का वादा किया है. इसके अलावा हर वार्ड में एक अटल आहार केंद्र स्थापित करने और पोषण स्कीम के तहत हर बीपीएल कार्ड धारक परिवार को आधा लीटर नंदिनी दूध देने का वादा किया है.
भाजपा का घोषणा पत्र मुख्य रूप से 6 बिंदुओं पर आधारित है...
- खाद्य सुरक्षा
- गुणवत्तापूर्ण शिक्षा
- सस्ती और सुलभ स्वास्थ्य सेवा
- सुनिश्चित आय सहायता
- सभी के लिए सामाजिक न्याय
- सभी के लिए विकास, समृद्धि
भाजपा ने कहा कि वह गरीबी रेखा के नीचे (बीपीएल) जीवन यापन करने वाले सभी परिवारों को उगादि, गणेश चतुर्थी और दीपावली के महीनों के दौरान तीन मुफ्त रसोई गैस सिलेंडर प्रदान करेगी. पार्टी ने अपने घोषणापत्र में कहा, "हम राज्य के हर नगर निगम के हर वार्ड में एक ‘अटल आहार केंद्र' स्थापित करेंगे ताकि राज्य भर में सस्ता, गुणवत्तापूर्ण और स्वास्थ्यकर भोजन प्रदान किया जा सके."
पार्टी ने ‘पोशाने' योजना शुरू करने का भी वादा किया, जिसके माध्यम से प्रत्येक बीपीएल परिवार को हर दिन आधा लीटर ‘नंदिनी' दूध और मासिक राशन किट के माध्यम से पांच किलो ‘श्री अन्न- सिरी धन्य' प्रदान किया जाएगा.
ये भी पढ़ें :-
पब्लिक ओपिनियन: आज रात 9 बजे जानिए कर्नाटक के वोटर के लिए क्या है सबसे बड़ा मुद्दा?
धार्मिक नाम-चिह्नों का इस्तेमाल करने वाली पार्टियों को चुनाव लड़ने से रोकने की याचिका पर SC नहीं करेगा सुनवाई
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं