जम्मू कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी (जेकेएनपीपी) के संस्थापक भीम सिंह के बेटे का नाम पिछले साल लंदन में हुए सरकार विरोधी प्रदर्शन में भाग लेने के मामले में काली सूची से हटा दिया गया है और उन्हें अपनी मां के अंतिम संस्कार में भाग लेने के लिए आपातकालीन वीजा जारी किया गया है. लंदन में बसे अंकित लव (39) ने वहां प्रदर्शन में भाग लेने के मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से माफी मांगी थी. अंकित को बृहस्पतिवार को उनकी मां के अंतिम संस्कार में भाग लेने के लिए तीन महीने का आपातकालीन वीजा जारी किया गया है. अंकित के अनुसार, उनकी मां का अंतिम संस्कार शुक्रवार दोपहर को उधमपुर जिले में देविका नदी के किनारे होगा.
लव ने दिल्ली पहुंचने पर ‘पीटीआई-भाषा' से फोन पर कहा, ‘‘मैं अपनी मां को अंतिम विदाई देने के लिए कल (शुक्रवार) सुबह जम्मू पहुंच जाऊंगा.'' उन्होंने इस बात पर खुशी जताई कि सरकार ने उनकी माफी पर विचार किया और उन्हें अपनी मां के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए वीजा प्रदान किया गया. इससे पहले, लव ने वीजा की एक प्रति फेसबुक पर साझा की और संदेश लिखा, ‘‘मुझे काली सूची से हटाने के लिए भारत का धन्यवाद. मैं अपनी मां के अंतिम संस्कार में भाग लेने जा सकता हूं.''
जेकेएनपीपी संस्थापक भीम सिंह के इकलौते बेटे ने पिछले साल फरवरी में हुए सरकार विरोधी प्रदर्शन में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री मोदी से माफी मांगी. प्रदर्शन के बाद उच्चायोग ने उन्हें काली सूची में डाल दिया था. प्रधानमंत्री को लिखे खुले पत्र में अंकित लव ने कहा कि उन्हें फरवरी 2022 के प्रदर्शन के दौरान उच्चायोग पर अंडे और पत्थर फेंकने पर अफसोस है. उन्होंने प्रधानमंत्री से इस मामले में हस्तक्षेप का अनुरोध किया ताकि वह यहां आ सकें और अपनी मां जय माला (64) के अंतिम संस्कार में भाग ले सकें.
उच्चतम न्यायालय की वकील माला का गत 26 अप्रैल को निधन हो गया था. अंकित ने अंतिम संस्कार में शामिल होने और तब तक मां की पार्थिव देह को सुरक्षित रखने का अनुरोध किया था जिसके बाद इसे जम्मू के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के शवगृह में रखा गया है. जेकेएनपीपी के अध्यक्ष रहे भीम सिंह का 31 मई, 2022 को निधन हो जाने के बाद पार्टी पर नियंत्रण को लेकर अंकित के रिश्तेदारों में खींचतान चल रही है. अंकित अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाए थे.
उन्होंने फेसबुक पर लिखा, ‘‘मां, मैं कल आऊंगा. वादा है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सभी का सहयोग के लिए धन्यवाद.'' अंकित के अनुसार 14 फरवरी, 2022 को लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग के बाहर प्रदर्शन के बाद ब्रिटिश पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया था और भारत में उन्हें काली सूची में डाल दिया गया था. उन्होंने प्रधानमंत्री को मंगलवार को पत्र लिखकर कहा कि वह अपने कृत्यों के लिए पूरी गंभीरता से माफी मांगते हैं और उच्चायोग पर अंडे तथा पत्थर फेंकने पर खेद जताते हैं.
उन्होंने लिखा, ‘‘अगर आप मुझे माफ कर दें और मेरी मां के अंतिम संस्कार के लिए मुझे जम्मू आने दें तो मैं बहुत आभारी रहूंगा. मेरा जम्मू तत्काल पहुंचना जरूरी है क्योंकि वहां सभी अंतिम संस्कार के लिए मेरे पहुंचने का इंतजार कर रहे हैं.'' अपनी यात्रा के लिए भारतीय उच्चायोग द्वारा मंजूरी से इनकार किए जाने का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, 'मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि आगे से मेरी ओर से अपने देश के खिलाफ ऐसा कोई कार्य नहीं होगा, जिसे मैं बहुत प्यार करता हूं और जिस पर मुझे बहुत गर्व है.'
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