जातिगत सर्वे के मुद्दे पर एक बार फिर बिहार की राजनीति गर्म है. रविवार को बिहार के मुजफ्फरपुर में एक सभा को संबोधित करते हुए बीजेपी नेता अमित शाह (Amit Shah) ने जातिगत सर्वे के आंकड़ों पर सवाल उठाया. गृहमंत्री के बयान के बाद राजद और जदयू के नेता ने हमला बोला है. जदयू के अध्यक्ष ललन सिंह (Lalan Singh) ने अमित शाह के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि अमित शाह बिहार के मुजफ्फपुर पहुंचे हमलोग स्वागत करते हैं. लेकिन जो उनके लिए स्क्रिप्ट लिखते हैं उन्हें कहें कि वो सही लिखे. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का चरित्र दोहरा रहा है.
ललन सिंह ने कहा कि जदयू की तरफ से 11 सदस्यों की टीम ने आपसे मुलाकात कर जातिगत सर्वे की मांग की थी. लेकिन आप लोगों ने जातीय गणना को रुकवाने के खिलाफ अदालत में याचिका दी थी. अगर इस मुद्दे पर आपकी सरकार की चरित्र दोहरा नहीं है तो आपने क्यों नहीं राष्ट्रीय स्तर पर इसे करवाने का ऐलान कर दिया. जदयू नेता ने कहा कि अमित शाह को बताना चाहिए कि उन्होंने कितने लोगों को रोजगार दिया? बीजेपी पर हमला करते हुए ललन सिंह ने कहा कि बीजेपी की तरफ से नीतीश कुमार के खिलाफ साजिश की गई. मणिपुर के मुद्दे को लेकर भी उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधा.
तेजस्वी यादव ने भी बोला हमला
अमित शाह के बयान पर उपमुख्यमत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने भी पलटवार किया. तेजस्वी यादव ने कहा है कि अगर बिहार के जातीय सर्वे के आंकड़े गलत है तो केंद्र सरकार पूरे देश और सभी राज्यों में जातीय गणना करा अपने आंकड़े जारी क्यों नहीं करती? तेजस्वी यादव ने सवाल उठाया कि बीजेपी शासित राज्यों में BJP जातिगत गणना क्यों नहीं कराती?केंद्र सरकार में कितने 𝐎𝐁𝐂/𝐒𝐂/𝐒𝐓 कैबिनेट मंत्री है और कितने गैर 𝐎𝐁𝐂/𝐒𝐂/𝐒𝐓? सूची जारी करें। खानापूर्ति के लिए इक्का-दुक्का मंत्री है भी तो उन्हें गैर-महत्त्वपूर्ण विभाग क्यों दिया हुआ है?BJP के कितने मुख्यमंत्री 𝐎𝐁𝐂/𝐒𝐂/𝐒𝐓 है? पिछड़ा और गैर-पिछड़ा मुख्यमंत्री का तुलनात्मक प्रतिशत बताएँ? तेजस्वी यादव ने एक्स पर लिखा कि BJP के बिहार से केंद्र में कितने पिछड़ा और अतिपिछड़ा कैबिनेट मंत्री हैं? जवाब जीरो है?जवाब देंगे, तो आपके साथ-साथ हिंदुओं की 𝟖𝟓% पिछड़ा और दलित आबादी की भी आंखें खुल जाएंगी.
अमित शाह ने क्या कहा था?
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार की नीतीश कुमार सरकार पर जाति आधारित सर्वेक्षण में जानबूझकर मुस्लिमों और यादवों की आबादी बढ़ाकर दिखाने का रविवार को आरोप लगाते हुए इसे ‘तुष्टिकरण की राजनीति' का हिस्सा बताया.मुजफ्फरपुर के पताही में पार्टी की एक रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, ‘‘बिहार में जाति सर्वेक्षण कराने का निर्णय तब लिया गया था जब नीतीश कुमार राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) का हिस्सा थे.”
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