मथुरा:
केंद्र सरकार की नौकरियों में आरक्षण की मांग कर रहे जाटों ने राजस्थान-गुजरात होकर जाने वाले पश्चिम रेलवे के दिल्ली-मुंबई मार्ग के मथुरा-भरतपुर सैक्शन पर कब्जा कर लिया है। जाट नेताओं का कहना है कि वे अपनी मांग मनवाने के बाद ही रेल पटरियों से हटेंगे। गौरतलब है कि जाट पिछले तीन वर्ष से यशपाल मलिक के नेतृत्व में अखिल भारतीय अंतर्गत 27 फीसदी आरक्षण दिए जाने की मांग कर रहे है। रविवार को समिति ने मथुरा-भरतपुर के सीमावर्ती गांव जाजामपट्टी में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कर्नल विक्रम सिंह के नेतृत्व में एक सभा आयोजित की थी। जो करीब 12 बजे से सांय 4 बजे तक तो शांतिपूर्वक चलती रही लेकिन उसके बाद मथुरा के अलावा भरतपुर व आगरा से आए नेता व कार्यकर्ता सभास्थल से उठे और तीन किमी दूर पास से गुजर रहे दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग पर जा बैठे। इस बीच, पुलिस उन्हें ट्रैक पर बैठने से रोकने के बजाय जनपद की सीमा से राजस्थान के निकटवर्ती भरतपुर क्षेत्र में खिसकाने के प्रयास में लगी रही। हालांकि वहां मौजूद पुलिस अधिकारियों ने रेलमार्ग जाम कर रहे नेताओं की वरिष्ठ अधिकारियों से वार्ता कराकर धरना टलवाने का प्रयास किया किंतु वे नही माने। लेकिन पुलिस आंदोलनकारियों को दोनों राज्यों की सीमा पर ले जाने में सफल हो गई। आंदोलनकारियों ने गोवर्धन ड्रेन के निकट रेलवे ट्रैक पर अड्डा जमा लिया और सभा पुन: चालू कर दी।