घाटी में रात भर हुई ताजा बर्फबारी के बाद रविवार को कश्मीर एक बार फिर सफेद चादर से ढक गया. श्रीनगर और गांदरबल सहित कश्मीर के कई हिस्सों में भारी बर्फबारी हुई, अधिकारियों ने कहा कि यह पश्चिमी विक्षोभ के कारण हुआ. कश्मीर में पारा हिमांक बिंदु से कई डिग्री नीचे चला गया है.
शनिवार को उत्तरी कश्मीर के प्रसिद्ध स्की रिसॉर्ट गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान शून्य से 10.6 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जबकि दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में शून्य से 8.3 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया. अधिकारियों ने कहा कि इस पूरे सप्ताह यातायात प्रभावित करने वाली बर्फ को सड़कों से हटाया जा रहा है.
इस सप्ताह कश्मीर में मौसम की पहली बर्फबारी हुई
कश्मीर के अधिकांश हिस्सों, मुख्य रूप से मैदानी इलाकों में इस सप्ताह मौसम की पहली बर्फबारी हुई. सर्दियों की सबसे कठोर अवधि 'चिल्लई कलां', बर्फ रहित रही और अब तक की सबसे शुष्क सर्दियों में से एक दर्ज की गई. चिल्लई कलां 40 दिनों की सबसे कठोर सर्दियों की अवधि होती है, जो हर साल 21 दिसंबर को शुरू होती है और 31 जनवरी को समाप्त होती है. हालांकि, इस सर्दियों में घाटी लगभग बर्फ रहित रही और असामान्य मौसम की स्थिति देखी गई. घाटी इस समय 20 दिवसीय 'चिल्ला-ए-खुर्द' (छोटी ठंड) से गुजर रही है, जिसके बाद 10 दिवसीय 'चिल्ला-ए-बच्चा' मनाया जाएगा.
मौसम विभाग ने 4 फरवरी को जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी की संभावना जताई थी. वहीं, पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश में हल्की ओलावृष्टि हो सकती है. मौसम विभाग का कहना है कि जब भी पश्चिमी विक्षोभ होता है, तो इससे हवा के पैटर्न में बदलाव होता है. इसलिए इससे तापमान में वृद्धि की प्रवृत्ति होती है. इसलिए हमें उम्मीद नहीं है कि उत्तर-पश्चिम भारत और मध्य भारत में तापमान में गिरावट होगी. सुबह के दौरान तापमान में वृद्धि होगी. पंजाब, हरियाणा और दिल्ली एनसीआर में अलग-अलग इलाकों में सुबह घना कोहरा छा सकता है.
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