जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने सीबीआई ने शुक्रवार को रिलायंस जनरल इंश्योरेंस घोटाला मामले में 5 घंटे तक पूछताछ की. इस मामले में उन्हें 300 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की गई थी. पिछले दिनों एक इंटरव्यू के दौरान मलिक ने इस घोटाले का जिक्र भी किया था. सीबीआई ने मामले में सत्यपाल मलिक का बयान दर्ज कर लिया है. अब इसका मूल्यांकन किया जाएगा. जिसके बाद आगे की कार्रवाई होगी. भ्रष्टाचार से जुड़े इस मामले में सीबीआई (CBI) ने एक साल पहले मामला दर्ज किया था.
सत्यपाल मलिक ने 2018 में राज्यपाल रहने के दौरान उद्योगपति अनिल अंबानी के स्वामित्व वाली कंपनी रिलायंस इंश्योरेंस का एक कॉन्ट्रैक्ट रद्द कर दिया था. सीबीआई इस मामले में 6 राज्यों में पहले ही छापेमारी कर चुकी है. रिलायंस जनरल इंश्योरेंस घोटाला मामले में सत्यपाल मलिक से सीबीआई की ये दूसरी पूछताछ है. पूछताछ करने के लिए बीते शुक्रवार को केंद्रीय जांच एजेंसी ने एक सप्ताह पहले पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक को नोटिस जारी कर कुछ सवालों के जवाब मांगे थे.
पूर्व राज्यपाल ने किया था ये दावा
सत्यपाल मलिक कई मौकों पर रिलायंस जनरल इंश्योरेंस घोटाला को उठा चुके हैं. उनका का कहना है कि 23 अगस्त 2018 और 30 अक्टूबर 2019 के बीच जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान दो फाइलों को मंजूरी देने के लिए 300 करोड़ रुपये की पेशकश की गई थी.
150-150 करोड़ रुपये मिलने की कही गई थी बात
मलिक ने कहा था कि मुझे दोनों विभागों के सचिवों द्वारा सूचित किया गया था कि ये एक घोटाला है और मैंने उसके अनुरूप ही दोनों डील्स को रद्द कर दिया था. मलिक ने यह भी बताया था कि सचिवों ने उनसे कहा था कि आपको हर फाइल को पास करने के लिए 150 करोड़ रुपये मिलेंगे.
21 अप्रैल को जारी हुआ था नोटिस
21 अप्रैल को जारी नोटिस में सीबीआई ने पूछताछ के लिए दिल्ली के अकबर रोड स्थित एजेंसी के गेस्ट हाउस में बुलाया था. उस समय मलिक ने राजस्थान दौरे का हवाला देते हुए कहा था कि 27 या 28 अप्रैल में किसी भी दिन सीबीआई उनके घर पर आकर पूछताछ कर सकती है.
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