उबर और ओला जैसी राइड-हेलिंग कंपनियों द्वारा iPhone यूज़र्स से Android यूज़र्स की तुलना में अधिक पैसे वसूलने का दावा पिछले कुछ समय से सोशल मीडिया में चर्चा का विषय बना हुआ है. सोशल मीडिया 2 हिस्सों में बंट गया है. कई यूजर्स इससे जुड़े स्क्रिनशॉट्स शेयर करते हुए बता रहा है कि एक ही सर्विस के लिए ये कंपनियां आईफोन यूजर्स से एंड्रॉइड यूजर्स की तुलना में अधिक पैसे ले रही है. पूरा सोशल मीडिया 2 हिस्सों में बंट गया है. कुछ लोग इसकी आलोचना कर रहे हैं वहीं कुछ इसके पक्ष में खड़े हैं.
यूजर्स शेयर कर रहे हैं अपनी समस्या
मेरे साथ ऐसा होता है क्योंकि मुझे अपनी बेटी के फोन की तुलना में उबर पर हमेशा अधिक दरें मिलती हैं। इसलिए अधिकांश समय, मैं उनसे मेरी उबर बुक करने का अनुरोध करता हूं। क्या आपके साथ भी ऐसा होता है? यह हैक क्या है?
Same pickup point, destination & time but 2 different phones get 2 different rates. It happens with me as I always get higher rates on my Uber as compared to my daughter's phone. So most of the time, I request her to book my Uber. Does this happen with you also? What is the hack? pic.twitter.com/bFqMT0zZpW
— SUDHIR (@seriousfunnyguy) December 23, 2024
एक यूजर ने लिखा कि हां मेरे साथ भी ऐसा होता है...कभी-कभी अंतर ज्यादा नहीं होता है लेकिन यह 30-50 रुपये से ज्यादा भी हो सकता है.
हालांकि कंपनियों की तरफ से इस तरह के दावों को गलत बताया गया है. सुधीर के आरोप पर उबर की तरफ से लिखा गया है कि इन दोनों राइड्स में कई तरह के अंतर हैं जिस कारण कीमतों में अंतर होते हैं. इन अनुरोधों पर पिक-अप पॉइंट, ईटीए और ड्रॉप-ऑफ पॉइंट अलग-अलग होते हैं, जिससे अलग-अलग किराए होंगे
इस मुद्दे पर अधिकारियों का भी मानना है कि एग्रीगेटर्स मूल्य निर्धारण एल्गोरिदम को बेहतर बनाने के लिए मशीन लर्निंग फ्रेमवर्क (गूगल क्लाउड एआई और एज़्योर एमएल) का उपयोग करते हैं.
जानकार क्या बता रहे हैं कारण?
उबर और ओला जैसी कंपनियाँ डायनेमिक प्राइसिंग का इस्तेमाल करती हैं, यानी राइड की कीमत मांग और आपूर्ति के आधार पर बदलती रहती है. कभी-कभी, iPhone उपयोगकर्ताओं को अधिक प्रीमियम राइड सेवा की पेशकश की जाती है, जिनकी कीमत भी अधिक हो सकती है. उबर की Uber Black जैसी प्रीमियम सेवाओं का शुल्क iPhone यूज़र्स के लिए अधिक हो सकता है, क्योंकि ये सेवाएँ आमतौर पर अधिक संपन्न वर्ग के लिए होती हैं, जो iPhone का उपयोग करते हैं.
iPhone यूज़र्स आमतौर पर अधिक संपन्न और टेक सेवी होते हैं. उबर और ओला जैसी कंपनियां इसे समझती हैं और मानती हैं कि iPhone उपयोगकर्ता अधिक खर्च करने के लिए तैयार होते हैं. इसलिए, वे iPhone यूज़र्स से ज्यादा पैसे वसूल सकती हैं, खासकर प्रीमियम सेवाओं के लिए.
ये भी पढ़ें-:
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं