फाइल फोटो
नई दिल्ली:
इंद्राणी मुखर्जी के पूर्व ड्राइवर ने अदालत में शीना बोरा हत्या मामले में दो आरोपियों की पहचान साजिशकर्ताओं और हत्यारों के तौर पर की. सरकारी गवाह श्यामवर राय ने मामले में आज दूसरे दिन अपनी गवाही जारी रखी. जब विशेष लोक अभियोजक कविता पाटिल ने उसे इंद्राणी, उसके पति एवं पूर्व मीडिया कारोबारी पीटर मुखर्जी और पूर्व पति संजीव खन्ना की पहचान करने को कहा तो राय ने उस कठघरे की ओर इशारा किया जिसमें वे खड़े थे. इंद्राणी और खन्ना अपनी पुत्री शीना की 25 अप्रैल 2012 को उस कार में गला दबाकर हत्या करने के आरोपी हैं जिसे राय चला रहा था. पीटर षड्यंत्र का हिस्सा होने का आरोपी है. राय ने विशेष न्यायाधीश जे सी जगदले को बताया कि हत्या के एक दिन बाद वह आम दिन की तरह काम पर गया और पीटर को हवाई अड्डे से लिया. दो दिन बाद वह पीटर और इंद्राणी को हवाई अड्डे ले गय. उसे कुछ दिन बाद इंद्राणी का फोन आया जिसमें उसने बताया कि वह मुम्बई नहीं आएगी और वह दूसरी नौकरी देख ले.
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राय ने कहा, ‘उसने मुझे वह पार्सल फेंकने के लिए कहा (जो मुझे पहले दिया गया था)’. इंद्राणी की सचिव काजल ने उसे तीन महीने का वेतन दिया. राय ने अदालत को बताया कि, ‘जब मैंने पासर्ल देखा तो मैं डर गया क्योंकि उसमें एक देसी पिस्तौल और गोलियां थीं. मैंने पार्सल दो बार फेंकने का प्रयास किया लेकिन कर नहीं सका.’
Video : इंद्राणी मुखर्जी के साथ मारपीट
उसने बताया कि तीन वर्ष बाद अगस्त 2015 में उसने पिस्तौल को ठिकाने लगाने का साहस जुटाया लेकिन एक पुलिस वैन देखकर भाग गया लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया और पूछताछ के दौरान उसने शीना की हत्या के बारे में बताया. बचाव पक्ष के वकीलों ने उससे जिरह शुरू की जो कि दो दिन दिन चलने की उम्मीद है.
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उसने बताया कि तीन वर्ष बाद अगस्त 2015 में उसने पिस्तौल को ठिकाने लगाने का साहस जुटाया लेकिन एक पुलिस वैन देखकर भाग गया लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया और पूछताछ के दौरान उसने शीना की हत्या के बारे में बताया. बचाव पक्ष के वकीलों ने उससे जिरह शुरू की जो कि दो दिन दिन चलने की उम्मीद है.
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