शुक्रवार को लद्दाख दौरे पर गए पीएम मोदी ने गलवान घाटी में घायल हुए जवानों से अस्पताल में मुलाकात की. इस मुलाकात की तस्वीरें सोशल मीडिया पर भी आईं. जिन पर सोशल मीडिया के जरिए सवाल खड़े किए गए. अब इन सवालों पर सेना की तरफ से सफाई जारी की गई है. सेना द्वारा जारी बयान के अनुसार पीएम मोदी जवानों से मिलने जिस अस्पताल में मिलने गये थे उसकी सुविधाओं को लेकर शरारतपूर्ण और आधारहीन आरोप लगाए जा रहे हैं. सेना ने कहा कि बेहद दुखद है कि इस बात को लेकर सन्देह जताया जा रहा कि हमारे वीर जवान के साथ गलत बर्ताव किया जा रहा है.
सेना ने बयान के जरिए साफ किया कि वह जवानों को सबसे बेहतर इलाज मुहैया कराती है. ये सुविधाएं जनरल अस्पताल के साथ 100 बिस्तर के अलग से क्राइसिस विस्तार की है.उन्होंने बताया कि COVID-19 प्रोटोकॉल के चलते जनरल अस्पताल के कुछ वार्ड को आइसोलेशन फैसिलिटी के रूप में बदला जा रहा है लिहाजा यह भी एक बदला हुआ स्वरुप था. यह हॉल पहले एक ट्रेनिंग ऑडियो वीडियो हॉल हुआ करता था.
गलवान घाटी में घायल हुए सैनिकों को कोविड मरीजों से अलग रखने के लिए यहां लाया गया. सेना के अनुसार इस जगह पर सेना प्रमुख नरवणे और कमांडर भी दौरा कर चुके हैं.
Video: लद्दाख से पीएम का चीन को संदेश
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