विजय माल्या के ब्रिटेन से प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू हो गई है.
नई दिल्ली:
मंगलवार को दोपहर में खबर आई कि भारत के भगोड़े कारोबारी विजय माल्या को लंदन में गिरफ्तार कर लिया गया है. शाम तक उन्हें जमानत भी मिल गई. लेकिन इसी के साथ उनके प्रत्यार्पण की जो प्रक्रिया शुरू हो गई है, उसे भारत अपने हक में मान रहा है. वैसे भारतीय समय के मुताबिक करीब तीन बजे स्कॉटलैंड यार्ड पुलिस ने विजय माल्या को गिरफ्तार कर वेस्टमिंस्टर कोर्ट में पेश किया.
गिरफ्तारी के तीन घंटे बाद जमानत लेकर निकले विजय माल्या ने ट्वीट किया - ''भारतीय मीडिया ने इसे बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया है.'' जैसा कि होना था. प्रत्यर्पण पर सुनवाई आज से शुरू हुई.
प्रत्यर्पण प्रक्रिया की शुरुआत भी भारत की कानूनी एजेंसियों के लिए एक बड़ा कदम है. सरकारी सूत्रों के मुताबिक वित्त मंत्री ने ब्रिटिश सरकार के सामने यह मसला उठाया था. दोनों देशों में प्रत्यर्पण संधि है. ब्रिटेन को यह एक फिट मामला लगा. अदालत द्वारा वारंट जारी किए गए. अब भारत को सीबीआई और उच्चायोग के मार्फत ब्रिटिश अदालत में अपना पक्ष रखना होगा.
ऐसे मामलों में आरोपी राजनीतिक इरादों की दुहाई देते हैं. लेकिन भारत के लिए यह टेस्ट केस है. हालांकि भारतीय राजनीति इस मामले में भी आरोप-प्रत्यारोप में उलझी दिखी. 2 मार्च 2016 को भारत से निकल भागने वाले विजय माल्या पर अलग-अलग बैंकों के 9400 करोड़ रुपये बकाया हैं. उनका पासपोर्ट रद्द हो चुका है और उनके नाम गैरजमानती वारंट है. भारत ने यह मामला मजबूती से पेश किया और उनको वापस लाने में कामयाब रहा तो यह बड़ी नज़ीर होगा.
गिरफ्तारी के तीन घंटे बाद जमानत लेकर निकले विजय माल्या ने ट्वीट किया - ''भारतीय मीडिया ने इसे बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया है.'' जैसा कि होना था. प्रत्यर्पण पर सुनवाई आज से शुरू हुई.
प्रत्यर्पण प्रक्रिया की शुरुआत भी भारत की कानूनी एजेंसियों के लिए एक बड़ा कदम है. सरकारी सूत्रों के मुताबिक वित्त मंत्री ने ब्रिटिश सरकार के सामने यह मसला उठाया था. दोनों देशों में प्रत्यर्पण संधि है. ब्रिटेन को यह एक फिट मामला लगा. अदालत द्वारा वारंट जारी किए गए. अब भारत को सीबीआई और उच्चायोग के मार्फत ब्रिटिश अदालत में अपना पक्ष रखना होगा.
ऐसे मामलों में आरोपी राजनीतिक इरादों की दुहाई देते हैं. लेकिन भारत के लिए यह टेस्ट केस है. हालांकि भारतीय राजनीति इस मामले में भी आरोप-प्रत्यारोप में उलझी दिखी. 2 मार्च 2016 को भारत से निकल भागने वाले विजय माल्या पर अलग-अलग बैंकों के 9400 करोड़ रुपये बकाया हैं. उनका पासपोर्ट रद्द हो चुका है और उनके नाम गैरजमानती वारंट है. भारत ने यह मामला मजबूती से पेश किया और उनको वापस लाने में कामयाब रहा तो यह बड़ी नज़ीर होगा.
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