विशाखापट्टनम तट से कुछ ही दूर मालाबार नौसेना अभ्यास 2020 (Phase 1 Malabar-20) आज शुरू हो गया. मालाबार 2020 नौसैनिक अभ्यास का पहला चरण आज बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) में विशाखापट्टनम तट से शुरू हुआ. यह अभ्यास 6 नवंबर तक चलेगा. इस नौसेना अभ्यास में भारत और इसके मित्र देश अमेरिका, जापान व जापान शामिल हैं. इसमें अमेरिका का गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर यूएसएस जॉन एस मैकेन, ऑस्ट्रेलिया की लॉन्ग रेंज फ्रिगेट एचएमएएस बलारात ( Ballarat ) और एमएच 60 हेलीकॉप्टर हिस्सा ले रहे हैं. जापान की ओर से उसका डिस्ट्रॉयर जेएस ओनामी और इंटीग्रल एसएच हेलीकॉप्टर हिस्सा ले रहा है.
भारतीय नौसेना की ओर से डिस्ट्रॉयर आईएनएस रणविजय, फ्रिगेट आईएनएस शिवालिक, ऑफ शोर पेट्रोल वेसेल आईएनएस सुकुन्या, फ्लीट सपोर्ट शिप आईएनएस शक्ति और सबमरीन आईएनएस सिन्धुराज नौसैनिक अभ्यास में शामिल हैं.
मालाबार अभ्यास का दूसरा चरण 17 से 20 नवंबर के बीच अरब सागर में होगा. चीन इस अभ्साय को हिंद प्रशांत महासागर क्षेत्र में इन चारों देशों के शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देख रहा है और इसे अपने लिए खतरा मान रहा है.
सन 1992 से भारत और अमेरिका के बीच इस नौसैनिक अभ्यास का सिलसिला शुरू हुआ था. अब इसमें चार मित्र देश शामिल हो चुके हैं. सन 2015 में जापान और इस साल ऑस्ट्रेलिया शामिल हुआ. यह अभ्यास ऐसे समय में हो रहा है जब सीमा पर भारत और चीन के बीच तनातनी चरम पर है. यही नहीं चीन के अमेरिका के साथ संबंधों में भी तनाव है.
चीन के जापान से पहले से ही काफ़ी मतभेद रहे हैं और अब ऑस्ट्रेलिया से भी चीन के रिश्ते ख़राब हो रहे हैं. ऐसे में जब इन चारों देशों की नौसेनाएं अपने युद्धपोतों के साथ बंगाल की खाड़ी में उतर रही हैं तो चीन का तनाव बढ़ना लाज़िमी है.
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