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भारत के हाथ लगी तुर्किये की कमजोर नस! खेत में मिला जिंदा ड्रोन

भारत के खिलाफ पाकिस्तान का साथ देने वाले तुर्किये का विरोध लगातार जारी है. इस बीच अब भारत को तुर्किये की कमजोर नस मिली है. जो तुर्किये की भूमिका को साफ उजागर करने वाली है.

भारत के हाथ लगी तुर्किये की कमजोर नस! खेत में मिला जिंदा ड्रोन
राजस्थान के खेत में मिला तुर्किये का जिंदा ड्रोन.

India Pakistan Attack: भारत-पाकिस्तान सैन्य संघर्ष में तुर्किये ने पाकिस्तान की मदद की थी. पाकिस्तान ने तुर्किये के ड्रोनों से भारत पर हमले की कोशिश की. सेना द्वारा इस बात की जानकारी दिए जाने के बाद से भारत में तुर्किये के विरोध का दौर शुरू हो गया है. बॉयकॉड तुर्किये की मुहिम लगातार तेज होती नजर आ रही है. जेएनयू-जामिया सहित भारत की कई प्रतिष्ठिति विश्वविद्यालयों ने तुर्किये के साथ MoU समाप्त कर दिया है. भारत में काम कर रही तुर्किये की फर्म सेलेबी का सिक्योरिटी क्लियरेंस रद्द कर दिया गया है. 

तुर्किये की यात्रा रद्द, फल-मार्बल का आयात भी बंद

लोग तुर्किये की यात्रा रद्द कर रहे हैं. कारोबारियों ने तुर्किये के फल-मार्बल आदि का आयात करने का फैसला लिया है. इस बीच अब भारत के हाथ तुर्किये की कमजोर नस लगी है. जिससे भारत-पाकिस्तान सैन्य संघर्ष में तुर्किये का पाकिस्तान को समर्थन देने की बात पक्के तौर पर साबित होगी. 

पाक सीमा से 12 किमी दूर अनूपगढ़ में वन विभाग की नर्सरी में इस कदर गिरा पड़ा मिला था तुर्किये का ड्रोन.

पाक सीमा से 12 किमी दूर अनूपगढ़ में वन विभाग की नर्सरी में इस कदर गिरा पड़ा मिला था तुर्किये का ड्रोन.

पाक बॉर्डर से 12 किमी अंदर मिला तुर्किये का जिंदा ड्रोन

दरअसल भारत को तुर्किये का एक जिंदा ड्रोन (Turkey Drone) मिला है. यह ड्रोन पाकिस्तान सीमा से सटे राजस्थान के अनूपगढ़ में मिला है. तुर्किये का यह ड्रोन जहां मिला वहां से पाकिस्तान बॉर्डर की दूरी मात्र 12 किलोमीटर है. खास बात यह है कि अनूपगढ़ की एक नर्सरी में मिला पाकिस्तान द्वारा भेजा गया तुर्किये का यह ड्रोन सही सलामत मिला है. 

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रिवर्स इंजीनियरिंग में हो सकता है ड्रोन का इस्तेमाल

स्थानीय लोगों का कहना है कि शायद उसकी बैटरी डिस्चार्ज हो गई थी, इसलिए वह लैंड हो गया. ड्रोन में विस्फोटक भी मौजूद था. जिसे सेना ने बड़ी  सावधानीपूर्वक अपने कब्जे में लिया. अब इस ड्रोन का इस्तेमाल रिवर्स इंजीनियरिंग के लिए किया जा सकता है. साथ ही यह ड्रोन सबूत के तौर पर भी रखा जा सकता है. 

वन विभाग की नर्सरी में मिला पाक द्वारा भेजा गया तुर्किये का ड्रोन 

मिली जानकारी के अनुसार अनूपगढ़ के गांव 12ए में वन विभाग की नर्सली में स्थानीय ग्रामीणों ने ड्रोन नुमा चीज देखी तो तुरंत स्थानीय अधिकारियों को सूचित किया. जिसके बाद अनूपगढ़ के थानाधिकारी ईश्वर जांगिड़ पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और बीएसएफ को सूचना दी. 

5-7 फीट लंबा ड्रोन, कैमरा मॉड्यूल टूटा हुआ था

यह ड्रोन 5 से 7 फुट लंबा था. जिसका कैमरा मॉड्यूल टूटा हुआ और अलग था. स्थानीय थानाधिकारी ने कहा कि ड्रोन को जब्त कर लिया गया है. इसे फोरेंसिक और तकनीकी विश्लेषण के लिए भेजा जाएगा ताकि उसके बारे में पता लगाया जा सके. रक्षा सूत्रों ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय सीमा पर रणनीतिक महत्व को देखते हुए वहां ड्रोन नुमा चीज मिलना गंभीर है.

तुर्किये के अस्सिगार्ड सोंगर ड्रोन से पाक ने किया था हमला

मालूम हो कि ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाए पाकिस्तान ने 8 और 9 मई की रात भारत के 36 जगहों पर 300 से 400 तुर्किये ड्रोन के जरिए हमले की कोशिश की थी. पाकिस्तान ने तुर्किये के अस्सिगार्ड सोंगर ड्रोन भारत में भेजे थे. यह तुर्किये का पहला स्वदेशी सशस्त्र ड्रोन सिस्टम कहा जाता है.

अब देखना है कि राजस्थान के अनूपगढ़ में मिला जिंदा ड्रोन कौन सा है? यह ड्रोन कितना घातक है? रिवर्स इंजीनियरिंग के जरिए भारत इन सब चीजों की जानकारी जुटाई जाएगी. 

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