
भारत ने UN में पाकिस्तान को सुनाईं खरी-खरी.
नई दिल्ली:
भारत ने UN में एक बार फिर से पाकिस्तान को खरी-खरी सुनाई हैं.यूएन में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत पार्वथानेनी हरीश ने कहा कि भारत ने दशकों से अपनी सीमाओं पर पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादी (Pakistan Terrorism) हमलों का सामना किया है. वहीं जर्मनी में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी पाक को खुली चेतावनी दे डाली.
- भारत ने संयुक्त राष्ट्र में एक बार फिर से पाकिस्तान (India Criticised Pakistan) को बेनकाब कर दिया है. UN में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत पार्वथानेनी हरीश ने शुक्रवार को पाक की आलोचना करते हुए कहा कि भारत ने 26/11 मुंबई हमलों से लेकर पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों की 'बर्बर सामूहिक हत्या' तक, दशकों से पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादी हमलों का सामना किया है.
- भारत ने पाकिस्तान के 'घोर पाखंडपूर्ण' बर्ताव की निंदा करते हुए कहा कि एक ऐसा देश जो आतंकवादियों और नागरिकों के बीच कोई अंतर नहीं करता, उसके पास नागरिकों की सुरक्षा के बारे में बात करने का कोई हक नहीं है.
- भारत ने इस बात को उजागर किया कि पाकिस्तानी सेना ने इस महीने की शुरुआत में जानबूझकर भारतीय सीमावर्ती गांवों पर गोलाबारी की, जिसमें नागरिक मारे गए और जानबूझकर धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया गया.
- भारत के स्थायी प्रतिनिधि पार्वथानेनी हरीश ने संयुक्त राष्ट्र में कहा, 'मैं कई मुद्दों पर पाकिस्तान के प्रतिनिधि के निराधार आरोपों का जवाब देने के लिए बाध्य हूं.'
- पाकिस्तानी आतंकवाद के शिकार मुख्य रूप से आम नागरिक रहे हैं, क्योंकि इसका मकसद हमारी समृद्धि, प्रगति और मनोबल पर हमला करना रहा है. ऐसे देश का नागरिकों की सुरक्षा पर चर्चा में भाग लेना भी अंतरराष्ट्रीय समुदाय का अपमान है.
- पाकिस्तान ने आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए बार-बार नागरिकों की ढाल का इस्तेमाल किया है. हाल में पाकिस्तान के वरिष्ठ सरकारी, पुलिस और सैन्य अधिकारियों को ऑपरेशन सिंदूर के निशाने पर आए आतंकवादियों के अंतिम संस्कार में शामिल होते देखा गया.
- नागरिकों की सुरक्षा को संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकवादियों की सुरक्षा के लिए तर्क के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए. अंतरराष्ट्रीय समुदाय को आतंकवाद के प्रति कतई सहन नहीं करने की नीति के साथ आना चाहिए और इसे प्रायोजित करने और इसका बचाव करने वालों को बाहर निकालना चाहिए.
- UN में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत हरीश ने कहा कि परिषद और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को नागरिकों के जीवन, सम्मान और अधिकारों सहित उनकी प्रभावी और समयबद्ध सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए.
- जर्मनी दौरे पर पहुंचे विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र कर पाकिस्तान को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि भारत आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा और 'परमाणु ब्लैकमेल' के आगे कभी नहीं झुकेगा.
- जर्मनी के विदेश मंत्री जोहान वेडफुल के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में जयशंकर ने यह भी कहा कि भारत पाकिस्तान के साथ पूरी तरह से द्विपक्षीय तरीके से निपटेगा और इस संबंध में किसी को कोई भ्रम नहीं होना चाहिए.