संयुक्त राष्ट्र में हिंदी को बढ़ावा देने के लिए भारत ने दिए आठ लाख अमेरिकी डॉलर

भारत के स्थायीय उप प्रतिनिधि आर रविंद्र ने इस राशि का चेक संयुक्त राष्ट्र के वैश्विक संप्रेषण विभाग की उपनिदेशक और प्रभारी अधिकारी (न्यूज एवं मीडिया विभाग) मीता होसाली को सौंपा.

संयुक्त राष्ट्र में हिंदी को बढ़ावा देने के लिए भारत ने दिए आठ लाख अमेरिकी डॉलर

प्रतीकात्‍मक फोटो

संयुक्त राष्ट्र:

संयुक्त राष्ट्र में हिन्दी भाषा के उपयोग को बढावा देने के प्रयासों को जारी रखने के लिए भारत ने आठ लाख अमेरिकी डॉलर का सहयोग दिया है.भारत के स्थायीय उप प्रतिनिधि आर रविंद्र ने इस राशि का चेक संयुक्त राष्ट्र के वैश्विक संप्रेषण विभाग की उपनिदेशक और प्रभारी अधिकारी (न्यूज एवं मीडिया विभाग) मीता होसाली को सौंपा.संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन ने मंगलवार को ट्वीट किया, ‘‘भारत ने हिन्दी को बढ़ावा देना जारी रखने के लिए आठ लाख अमेरिकी डॉलर का सहयोग दिया @संयुक्त राष्ट्र.''भारतीय मिशन ने कहा कि भारत सरकार संयुक्त राष्ट्र में हिन्दी के उपयोग का दायरा बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है.

इस प्रयास के तहत संयुक्त राष्ट्र के जन सूचना विभाग के सहयोग से वर्ष 2018 में ‘हिन्दी @संयुक्त राष्ट्र'परियोजना की शुरुआत की गई थी, जिसका मकसद हिन्दी भाषा में संयुक्त राष्ट्र की लोगों तक पहुंच को बढ़ावा देना है.इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र वैश्विक संप्रेषण विभाग (डीजीसी) में भारत वर्ष 2018 से साझीदार है. डीजीसी के मुख्य धारा के समाचार और मल्टीमीडिया सामग्री का प्रसारण हिन्दी में करने के लिए अतिरिक्त बजटीय सहायता मुहैया कराता है.वर्ष 2018 से हिन्दी में संयुक्त राष्ट्र की खबर संयुक्त राष्ट्र की वेबसाइट और ट्विटर, इंस्टाग्राम तथा फेसबुक पर मौजूद इसके सोशल मीडिया हैंडल पर प्रसारित की जाती है.‘संयुक्त राष्ट्र न्यूज-हिन्दी' ऑडियो बुलेटिन का प्रसारण हर सप्ताह किया जाता है. संयुक्त राष्ट्र हिन्दी न्यूज वेबसाइट पर इसका वेब लिंक मौजूद है.

- ये भी पढ़ें -

* हिमाचल विधानसभा पर खालिस्तानी झंडा लगाने के केस में पहली गिरफ्तारी, एक शख्स फरार
* CM ममता बनर्जी को सम्मानित किए जाने के विरोध में लेखिका ने लौटाया पुरस्कार, कह दी बड़ी बात
* मध्य प्रदेश : खच्चर ढो रहे हैं पानी, जानें गहराता 'पेयजल संकट' कैसे बन रहा विवाह में रोड़ा

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

"कोई नया केस दर्ज करना ठीक नहीं होगा": राजद्रोह केस पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट



(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)