आयकर विभाग ने कानपुर के इत्र कारोबारी पीयूष जैन के खिलाफ जांच शुरू कर दी है.जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय (डीजीजीआई) ने पिछले दिसंबर में पीयूष जैन के कारखाने से 194.45 करोड़ रुपये नकद, 23 किलोग्राम सोना और 600 किलोग्राम चंदन की लकड़ी बरामद की थी. डीजीजीआई और स्थानीय केंद्रीय जीएसटी की एक संयुक्त टीम पीयूष जैन को उनके कारखाने और कन्नौज स्थित आवास पर ले गई थी, जहां उनसे नकदी और सोने को बरामद किया गया.
अब इस मामले में आयकर विभाग, कानपुर संभाग द्वारा जांच शुरू कर दी गई है. डीजीजीआई ने पिछले हफ्ते ही आधिकारिक तौर पर आयकर विभाग के साथ इस मामले से जुड़ी जानकारी साझा की थी. 194.45 करोड़ रुपये में से डीजीजीआई ने पीयूष जैन पर 52 करोड़ रुपये की कर देनदारी जुटाई. नकदी की शेष राशि अब आयकर की धारा 132बी के तहत आयकर द्वारा जब्त या मांग की जाएगी.
एक अधिकारी ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि इत्र कारोबारी पीयूष जैन से जब्त किया गया पैसा स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में रखा गया है. अब पीयूष जैन के खिलाफ विभाग की ओर से वारंट जारी किया जाएगा. विभाग उनके द्वारा दाखिल पिछले वर्ष के आईटीआर को खोलकर उनके आयकर रिटर्न का मिलान भी करेगा.
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