भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) दिल्ली ने शनिवार को इस बात से इनकार किया कि उसने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के शिक्षकों को भर्ती करने के लिए उनसे संपर्क किया है. गौरतलब है कि विरोध प्रदर्शनों के चलते जेएनयू में स्थिति लगातार खराब हो रही है. इस हफ्ते कथित रूप से IIT दिल्ली के निदेशक वी रामगोपाल राव की तरफ से भेजा एक ईमेल वायरल हुआ था, जिसमें संस्थान के डीन से JNU के शिक्षकों को भर्ती करने की सलाह दी गई थी. राव ने एक फेसबुक पोस्ट में लिखा, "ऐसी खबर चल रही है कि IIT दिल्ली JNU के शिक्षकों की भर्ती करना चाहता है. यह कथन एक E-Mail पर आधारित है, जिसे कथित रूप से मैंने विभागाध्यक्षों को ऐसा करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए भेजा है."
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उन्होंने लिखा, "कोई भी समझदार व्यक्ति जानता है कि JNU और IIT दिल्ली के शोध में बहुत कम समानता है. ऐसे में IIT द्वारा JNU के शिक्षकों की भर्ती की खबर सच्चाई से बहुत दूर है और तथ्यों को गलत तरीके से देखने की प्रवृत्ति है." राव द्वारा कथित रूप से 19 दिसंबर को भेजे गए ईमेल में लिखा गया है, "JNU के वरिष्ठ शिक्षकों ने विश्वविद्यालय में खराब होती स्थिति के मद्देनजर IIT दिल्ली से जुड़ने की इच्छा जताई है." इस ईमेल में कहा गया है, "यह शर्मनाक होगा, अगर हम बेहतर प्रतिभाओं को किसी कारण या केवल पूर्वाग्रह की वजह से खो दें."
आईआईटी दिल्ली ने कथित ई-मेल का खंडन करने के लिए शनिवार को आधिकारिक बयान भी जारी किया. बयान में कहा गया, "यह स्पष्ट किया जाता है कि IIT दिल्ली ने देश के 'किसी खास' शिक्षण संस्थान के शिक्षकों से कभी नहीं संपर्क किया. सभी पदों पर भर्ती की प्रक्रिया सार्वजनिक विज्ञापन प्रक्रिया के जरिये होती है.
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