
जम्मू-कश्मीर विधासनभा में मंत्री और विपक्षी विधायक के बीच तीखी बहस के बीच यह बयान आया.
- मंत्री और विपक्षी विधायक के बीच तीखी बहस के बीच यह बयान आया.
- जम्मू कश्मीर एकमात्र राज्य है, जहां अभी जीएसटी लागू नहीं हुआ है.
- सदन के सदस्यों को 'राजनीतिक सोच' से ऊपर उठना चाहिए- देवेंद्र राणा
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
जम्मू कश्मीर एकमात्र राज्य है, जहां अभी जीएसटी लागू नहीं हुआ है. पूरे देश में एक जुलाई से जीएसटी प्रभाव में आ चुका है.
जीएसटी पर सदन में चर्चा में भाग लेते हुए राणा ने कहा कि सदन के सदस्यों को 'राजनीतिक सोच' से ऊपर उठना चाहिए और उन चीजों पर सहमत होना चाहिए जो राज्य और उसकी जनता के लिए अच्छा है. उन्होंने जीएसटी के मौजूदा स्वरूप का विरोध किया और कहा कि ऐसा होने से राज्य का विशेष दर्जा खोखला साबित हो जाएगा.
सूचना प्रौद्योगिकी, तकनीकी शिक्षा और युवा सेवा तथा खेल मंत्री इमरान अंसारी ने हस्तक्षेप करते हुए राणा पर दोहरे मानदंड रखने का आरोप लगाया.
उन्होंने दावा किया कि राणा विधानसभा में जीएसटी का विरोध कर रहे थे, वहीं खुद अपना कारोबार नई कर प्रणाली में हस्तांतरित कर चुके हैं. अंसारी ने राणा और उनके परिवार के स्वामित्व वाले कई कारोबारों के अस्थाई जीएसटी पंजीकरण नंबर भी पढ़े.
आरोपों पर नेशनल कॉन्फ्रेंस विधायक ने कहा, 'मैंने टैक्स की चोरी नहीं किया है'. इस पर अंसारी ने कहा, 'मैं यहीं पीट-पीटकर तुम्हें मार सकता हूं. मैं तुम्हारे सारे गोरखधंधे जानता हूं. तुमसे बड़ा चोर नहीं है. तुमने मोबिल ऑयल बेचकर कारोबार शुरू किया और इतना पैसा कहां से आ गया?'. राणा ने अपना आपा नहीं खोया और कहा, 'जम्मू कश्मीर के हितों की सुरक्षा के लिए मुझ जैसे अनेक लोग कुर्बानी दे सकते हैं'. सदन के उपाध्यक्ष नजीर अहमद गुरेजी ने विपक्ष और सत्ता पक्ष दोनों के सदस्यों से नाराजगी जताई.
(इनपुट भाषा से)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं