
- प्रधानमंत्री मोदी ने मॉनसून सत्र को विजयोत्सव का सत्र बताया और विपक्ष को मर्यादा की रेखा में रखने की बात कही.
- वे बोले- ऑपरेशन सिंदूर में भारत की सेना ने आतंकियों के ठिकानों को जमींदोज कर अपने तय लक्ष्यों को पूरा किया.
- पीएम मोदी ने मेड इन इंडिया सैन्य शक्ति की प्रशंसा करते हुए कहा कि दुनिया इस पर मोहित हो रही है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को मॉनसून सत्र में वार से पहले ही विपक्ष पर 'विजयोत्सव' का ब्रह्मास्त्र छोड़ दिया. विपक्ष ऑपरेशन सिंदूर और बिहार में वोटर लिस्ट सत्यापन के मुद्दे पर सरकार की घेराबंदी की तैयारी कर चुका है. रविवार को सर्वदलीय बैठक में विपक्षी सांसदों ने साफ किया भी कि पीएम मोदी के बयान से कम पर बात बनेगी नहीं. जाहिर है संसद के हंगामेदार रहने के पूरे आसार हैं. सत्र शुरू होने से पहले पीएम मोदी ने विपक्ष की रणनीति को भांपते हुए विपक्ष के सामने मर्यादा की लकीर खींची. और उन्होंने यह किया मॉनसून सत्र को विजयोत्सव से जोड़कर. देश के गौरव गाथा से जोड़कर. विपक्ष को संदेश दिया कि देश के इस विजयोत्सव में खलल न डालें. देश देख रहा है.
संसद परिसर में मीडिया को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने मॉनसून सत्र को विजयोत्सव का सत्र बताया. उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर पर सेना के पराक्रम और शुभांशु शुक्ला के अंतरिक्ष में तिरंगा लहराने का जिक्र किया. पीएम मोदी ने विपक्ष के सामने एक लक्ष्मण रेखा खींचते हुए कहा कि मॉनसून सत्र में संसद से देश का गौरव गान सुनाई देगा. हर सांसद और दल के जरिए इसे सुना जाएगा.
'पूरी दुनिया ने देखा भारत का सैन्य सामर्थ्य'
पीएम मोदी ने कहा, 'ऑपरेशन सिंदूर में भारत की सेना ने जो लक्ष्य निर्धारित किया था, उसे सौ फीसदी हासिल किया. ऑपरेशन सिंदूर में आतंकियों के आकाओं के घर में जाकर उनके ठिकानों को जमींदोज किया. उन्होंने कहा कि भारत की मेड इन इंडिया सैन्य शक्ति के इस नए रूप पर दुनिया मोहित है. मेड इन इंडिया हथियारों के प्रति आकर्षण बढ़ा है. पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्र के लिए मॉनसून सत्र गौरवपूर्ण सत्र है. मॉनसून सत्र राष्ट्र के लिए एक अपने आप में विजय उत्सव का रूप है.'
पहलगाम हमले का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कैसे विपक्षी दलों और सांसदों ने मिलकर आतंक के आका पाकिस्तान को विदेश में जाकर बेनकाब किया. हमारे सांसद गण और राजनीतिक दल सराहना के पात्र है. विजयोत्सव का यह पर्व इस मॉनसून सत्र में भी उसी भाव से प्रकट होगा. देश के सामर्थ्य के गौरवगान करेगा. देश के 140 करोड़ नागरिकों को प्रेरणा देगा.
'पीएम मोदी की मर्यादा वाली हिदायत की चर्चा'
हंगामे के चलते स्थगित होने के बाद एक बार फिर जब लोकसभा का सत्र शुरू हुआ तो स्पीकर की कुर्सी पीठासीन जगदंबिका पाल ने विपक्ष को फिर से समझाया. उन्होंने सदन सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन की ओर हंगामा कर रहे सांसदों का ध्यान दिलाया कि कैसे उन्होंने मर्यादा बनाए रखने की ओर इशारा किया था.
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