केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को लोकसभा द्वारा जम्मू-कश्मीर आधिकारिक भाषा (संशोधन) विधेयक-2020 पारित होने को जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए महत्वपूर्ण बताया.शाह ने ट्वीट कर कहा कि इस विधेयक के तहत ''गोजरी'', ''पहाड़ी'' और ''पंजाबी'' जैसी क्षेत्रीय भाषाओं के विकास के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे.उन्होंने ट्वीट किया, “जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए आज एक महत्वपूर्ण दिन है जब लोकसभा में जम्मू-कश्मीर आधिकारिक भाषा(संशोधन) विधेयक पारित किया गया है. इस एतिहासिक विधेयक के साथ ही ...जम्मू-कश्मीर के लोगों का बहुप्रतीक्षित सपना सच हो गया.”
गृह मंत्री ने कहा कि अब कश्मीरी, डोगरी, उर्दू, हिंदी और अंग्रेजी जम्मू और कश्मीर की आधिकारिक भाषा होंगी.उन्होंने कहा, ‘‘इस विधेयक के तहत, ''गोजरी'', ''पहाड़ी'' और ''पंजाबी'' जैसी प्रमुख क्षेत्रीय भाषाओं के विकास की दिशा में विशेष प्रयास किए जाएंगे.''उन्होंने विधेयक के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का धन्यवाद करते हुए ट्वीट किया ‘‘मैं इस विधेयक के माध्यम से जम्मू-कश्मीर की संस्कृति को संरक्षित करने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद देता हूं. मैं जम्मू-कश्मीर की अपनी बहनों और भाइयों को यह आश्वासन भी देना चाहता हूं कि मोदी सरकार जम्मू-कश्मीर के गौरव को वापस लाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी.''
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