जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के कई हिस्सों में रविवार को लगातार तीसरे दिन भी भारी बारिश और बेमौसम बर्फबारी होने के कारण दो सैनिकों समेत पांच लोगों की मौत हो गई. अधिकारियों के मुताबिक, जलाशयों के जलस्तर में वृद्धि के कारण, मौसम विभाग ने जम्मू क्षेत्र और लद्दाख के कुछ हिस्सों के लिए सोमवार के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जबकि जम्मू क्षेत्र के कई निचले इलाकों के लोगों को एहतियात के तौर पर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. जम्मू कश्मीर के पुंछ में भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ में बहे दो सैनिकों के शव बरामद कर लिए गए हैं.
अधिकारियों ने बताया कि सेना के दोनों जवान सुरानकोट इलाके में डोगरा नाले को पार कर रहे थे और इस दौरान वे तेज बहाव में बह गए. अधिकारियों के मुताबिक, नायब सूबेदार कुलदीप सिंह का शव शनिवार रात डोगरा नाले से निकाल लिया गया, जबकि लांस नायक तेलु राम का शव रविवार को बरामद हुआ.
दोनों सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सेना ने कहा कि हादसे के वक्त जवान क्षेत्र में गश्त लगा रहे थे.
इस बीच, डोडा में भंगरून थाथरी-गंदोह गांव रोड पर एक यात्री बस भूस्खलन की चपेट में आ गई, जिसमें दो यात्रियों की मौत हो गई. भद्रवाह के पुलिस अधीक्षक विनोद शर्मा ने कहा कि दोनों यात्रियों की पहचान आमिर सोहेल और मुदस्सर अली के रूप में हुई है और इस हादसे में एक अन्य व्यक्ति घायल भी हुआ है. बटोटे-किश्तवाड़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर खेलानी नाले पर बना एक कंक्रीट पुल बह गया. चिनाब और इसकी सहायक नदियां उफान पर हैं, जिसके कारण यह हादसा हुआ. अधिकारियों ने बताया कि भद्रवाह जिले में बाढ़ में फंसे 15 से अधिक लोगों को निचले इलाकों से बचाया गया.
वहीं, लद्दाख के कारगिल जिले में लेह-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर पांद्रास गांव के पास एक पहाड़ी से गिरा पत्थर एक वाहन से टकरा गया, जिससे उसमें सवार कारगिल निवासी मोहम्मद काज़िम की मौत हो गई. कारगिल के रंगदुम, पेन्सी ला और ज़ांस्कर सहित केंद्रशासित प्रदेश के कई ऊंचाई वाले क्षेत्रों के अलावा लेह जिले के विभिन्न पर्वतीय दर्रों पर बेमौसम बर्फबारी हुई, जबकि कस्बों में बारिश हुई.
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए क्षेत्र के लिए 'रेड अलर्ट' जारी किया है. जम्मू में दोपहर बाद मौसम में सुधार हुआ, जिससे हजारों अमरनाथ यात्रियों सहित लोगों को राहत मिली. कठुआ जिले में आज सुबह 8.30 बजे समाप्त हुए पिछले 24 घंटों के दौरान 221.8 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिससे उझ नदी खतरे के निशान को पार कर गई. अधिकारियों ने बताया कि जिले के विभिन्न हिस्सों में अचानक आई बाढ़ में फंसे कम से कम 40 लोगों को पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने बचाया। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के लिए कठुआ, सांबा और जम्मू क्षेत्र के अन्य निचले जलग्रहण क्षेत्रों के लिए 'रेड अलर्ट' चेतावनी भी जारी की है.
अधिकारियों ने बताया कि नदियों और नालों में उफान के कारण मेहरीन, भंबरवान और बानी सहित कई गांव जलमग्न हो गए, जिससे वहां रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा. जम्मू, रामबन और उधमपुर जिलों के अखनूर के कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया, लेकिन किसी बड़े नुकसान की कोई खबर नहीं है. उधमपुर जिले के कुछ हिस्सों में तवी और इसकी सहायक नदियों में अचानक आई बाढ़ से कई पैदल पुल और कुछ घर क्षतिग्रस्त हो गए.
केंद्रीय मंत्री एवं उधमपुर से सांसद जितेंद्र सिंह ने कहा, "मैंने अभी उधमपुर के जिलाधिकारी सचिन कुमार से फोन पर बात की है. उपजिलाधिकारी और तहसीलदार को स्थानीय लोगों को तत्काल सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है, मौसम में सुधार होने पर क्षतिग्रस्त पैदल पुलों को बहाल करने का काम शुरू किया जाएगा. मैं लगातार संपर्क में हूं."
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