हरियाणा में कांग्रेस की सरकार में मंत्री रहे लक्ष्मण दास अरोड़ा के नाती गोकुल सेतिया मंगलवार को कांग्रेस में शामिल हो गए. विधानसभा चुनाव से पहले सेतिया का कांग्रेस में आना फायदेमंद हो सकता है.सेतिया पिछला चुनाव निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मात्र 600 वोटों से हार गए थे.उन्हें गोपाल कांडा ने हराया था. उम्मीद की जा रही है कि कांग्रेस सेतिया को विधानसभा चुनाव में सिरसा से टिकट दे.अगर ऐसा होता है तो सिरसा की लड़ाई दिलचस्प हो जाएगी. सेतिया के कांग्रेस में आते ही उनकी गैंगेस्टर गोल्डी बराड़ के साथ तस्वीरें वायरल होने लगी हैं.इसे उन्होंने विपक्ष की साजिश बताया है.
कांग्रेस में आकर क्या बोले
सेतिया ने दिल्ली में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी दीपक बाबरिया, प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान और स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता ली. कांग्रेस में शामिल होने के बाद गोकुल सेतिया ने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस की सरकार आ रही है. हम चाहते हैं कि हमारे इलाके की भागीदारी सरकार में हो. उन्होंने आरोप लगाया कि 10-15 साल से सिरसा की अनदेखी की जा रही है. उन्होंने कहा कि बीजेपी में रहते हुए मैंने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किए थे. उनको यह चीजें हजम नहीं हुई. उन्होंने मेरा टिकट काट दिया.मैंने निर्दलीय चुनाव लड़ा.सिरसा के लोगों को भरपूर आशीर्वाद दिया.लेकिन 600 वोट से मैं हार गया.
गोकुल सेतिया और उनका परिवार
ॉदरअसल गोकुल सेतिया की मां सुनीता सेतिया ने 2014 में भाजपा की टिकट पर सिरसा से चुनाव लड़ा था. लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. इसके बाद उन्होंने बीजेपी छोड़ दिया था.सेतिया के नाना लक्ष्मण दास अरोड़ा 1967, 1982, 1991,2000 और 2005 में विधायक चुने गए. वो निर्दलीय के रूप में अपनी पारी शुरू कर बाद में कांग्रेस में शामिल हो गए थे. वो प्रदेश सरकार में चार बार मंत्री भी रहे. साल 2009 का चुनाव उन्होंने बीमारी में लड़ा था. इसके बाद भी वो 30 हजार वोट पाने में कामयाब रहे थे. उनके निधन के बाद उनकी बेटी सुनीता और उनका परिवार 2014 में कांग्रेस छोड़ बीजेपी में चला गया था.
कांग्रेस अगर गोकुल सेतिया को टिकट देती है तो उनका मुकाबला हरियाणा लोकहित पार्टी के गोपाल कांडा से होगा. कांडा का बीजेपी से समझौता है. लेकिन शनिवार को गोपाल कांडा ने शहर में रोड शो किया था. लेकिन कांडा के रोड शो में बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता नजर नहीं आए थे. इसको लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं.कांडा के रोड शो पर सेतिया ने कहा था कि आखिरकार पांच साल बाद विधायक गोपाल कांडा शहर में एक महीने के लिए आ गए हैं. रोड शो से बीजेपी नेताओं दूरी बनाए रखी.
गोकुल सेतिया की चुनौतियां
कांग्रेस में वापसी के बाद भी सेतिया की राह आसान नहीं है.उनको टिकट के कई दावेदारों से निपटना पड़ेगा. सबसे बड़े दावेदार हैं, कांग्रेस के टिकट पर पिछला विधानसभा चुनाव लड़ने वाले होशियारी लाल शर्मा के बेटे राजकुमार शर्मा और उनके बेटे मोहित शर्मा. ये दोनों कांग्रेस के टिकट के लिए दिन-रात एक किए हुए हैं. इनके अलावा भी कुछ नाम कांग्रेस के टिकट की दौड़ में हैं.
लोकसभा चुनाव में मिली सफलता से सिरसा में कांग्रेस के हौंसले बलुंद हैं. इस चुनाव में कांग्रेस की कुमारी शैलजा ने बीजेपी के अशोक तंवर को दो लाख 68 हजार से अधिक वोटों के अंतर से हराया था. सिरसा विधानसभा सीट पर शैलजा को 13 हजार से अधिक वोटों की लीड मिली थी.
गैंगेस्टर गोल्डी बराड़ के साथ तस्वीरें वायरल
सेतिया के कांग्रेस में शामिल होते ही उनकी अंतरराष्ट्रीय गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के साथ तस्वीर वायरल हो गई. इस तरह के पांच फोटो हैं.सेतिया ने इसके पीछे गोपाल कांडा का हाथ बताया है. उनका कहना है कि टिकट कटवाने के लिए ये सब किया जा रहा है.उन्होंने कहा कि बराड उनका कॉलेज में सहपाठी था. लेकिन अब उससे कोई संबंध नहीं है.सेतिया ने कहा कि जब वो मनोहर लाल खट्टर के साथ तस्वीर ले रहे थे तो पीछे गोल्डी बराड़ भी खड़ा था. सेतिया ने कहा है कि पिछला चुनाव उन्होंने कांडा के खिलाफ लड़ा था. लेकिन उस समय ऐसी फोटो वायरल नहीं किए गए थे.
कांग्रेस में वापसी के बाद भी सेतिया की राह आसान नहीं है.उनको टिकट के कई दावेदारों से निपटना पड़ेगा. सबसे बड़े दावेदार हैं, कांग्रेस के टिकट पर पिछला विधानसभा चुनाव लड़ने वाले होशियारी लाल शर्मा के बेटे राजकुमार शर्मा और उनके बेटे मोहित शर्मा. ये दोनों कांग्रेस के टिकट के लिए दिन-रात एक किए हुए हैं. इनके अलावा भी कुछ नाम कांग्रेस के टिकट की दौड़ में हैं.
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