त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने शनिवार को कहा कि टिपरा मोथा की ‘ग्रेटर टिपरालैंड' की मांग को पूरा करना ‘‘संभव नहीं होगा'' क्योंकि ‘‘इसकी प्रस्तावित सीमा न केवल असम और मिजोरम बल्कि पड़ोसी बांग्लादेश से भी गुजरती है.''
साहा ने यह भी आरोप लगाया कि क्षेत्रीय दल आगामी विधानसभा चुनावों में ‘‘स्थितियों से लाभ हासिल करने की कोशिश कर रही है'' और ‘‘आदिवासी और गैर-आदिवासी लोगों के बीच विभाजन पैदा करने'' में लिप्त हैं.
उन्होंने दक्षिण त्रिपुरा के बेलोनिया में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की ‘विजय संकल्प' रैली के दौरान कहा, ‘‘ग्रेटर टिपरालैंड की सीमा क्या है? मैंने सुना है कि इसकी प्रस्तावित सीमा न केवल असम और मिजोरम बल्कि पड़ोसी बांग्लादेश से भी गुजरती है. क्या वे ग्रेटर टिपरालैंड के प्रस्ताव को स्वीकार करेंगे? यह मुमकिन नहीं है.''
टिपरा मोथा पर ‘‘लोगों के बीच विभाजन पैदा करने की कोशिश करने'' का आरोप लगाते हुए साहा ने कहा कि पूर्वोत्तर राज्य में ‘‘आदिवासी और गैर-आदिवासियों के बीच अच्छे संबंध साझा करने की परंपरा'' है.
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