Parliament Monsoon Session : संसद में विरोध प्रदर्शन पर विपक्ष के 24 सांसदों के निलंबन पर विपक्ष के सांसदों ने तीखी प्रतिक्रिया दिखाई है. विपक्षी दलों का कहना है कि उनके लोकतांत्रिक अधिकारों का उल्लंघन किया जा रहा है. कांग्रेस का यह भी कहना हैं कि उसे अपने शीर्ष नेतृत्व को 'परेशान' करने के लिए जांच एजेंसियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने की भी इजाजत नहीं दी जा रही. ऐसा करने पर पार्टी कार्यकर्ताओं को अरेस्ट किया जा रहा है. कांग्रेस के इन आरोपों पर पलटवार करते हुए केंद्र ने भारत के सबसे पुरानी पार्टी कानूनी प्रक्रिया में बाधा डालने का प्रयास करके और हंगामा करके अपने नेताओं के लिए 'ढाल' बनने का आरोप लगाया.
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने एनडीटीवी से कहा, 'सरकार मूल्यवृद्धि और बेरोजगारी पर संसद में चर्चा नहीं चाहती. बाहर, राजनीतिक प्रतिशोध के लिए सोनिया गांधी को जांच एजेंसियां परेशान कर रही हैं. कांग्रेस की सरकारों के दौरान भी विरोध प्रदर्शन हुए थे लेकिन हमने किसी को सस्पेंड नहीं किया.' पायलट ने कहा कि कांग्रेस ऑफिस पुलिस चौकी में बदल गया है और कार्यकर्ता वहां भी विरोध नहीं कर सकते. राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खडगे ने सांसदों को निलंबन को गैरकानूनी बताया और कहा, 'लोगों की आवाज को कुचलकर मोदी सरका को इन अलोकतांत्रिक, एकतरफा कार्यवाही की इजाजत नहीं दी जा सकती.'
Wrote to @VPSecretariat raising the concern over unlawful suspension of opposition leaders from the parliament. Opposition is the real voice of citizens of India and the
— Leader of Opposition, Rajya Sabha (@LoPIndia) July 27, 2022
Modi govt cannot be allowed to run these undemocratic one way proceedings by suppressing people's voice. pic.twitter.com/MSLERxAWzX
इन आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा कि कोई भी कानून से ऊपर नहीं है. "चाहे यह महारानी हों या युवराज, कांग्रेस पार्टी अपने को न्यायपालिका और कानून से ऊपर मानती हे. वे जांच से क्यों बच रहे हैं. जांच पूरी हो जाने लिए इसके बाद ही सच्चाई बाहर आएगी." बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी कहा कि कांग्रेस का विरोध, सत्याग्रह नहीं है बल्कि सच्चाई छुपाने की कोशिश है. वे देश नहीं बल्कि एक परिवार को बचाने के लिए विरोध कर रहे हैं.
Nobody is above democracy and the law, be it the Queen or Yuvaraj. The Congress party considers itself above the judiciary and the law. Why do they want to escape from the investigation? Let the investigation be completed. Only then the truth will come out. pic.twitter.com/gBJLXGZctd
— Pralhad Joshi (@JoshiPralhad) July 27, 2022
Congress protests not 'Satyagrah', but an attempt to hide the truth. They are protesting to protect a family, not the country. pic.twitter.com/IuPxQcUir1
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) July 27, 2022
गौरतलब है कि सदस्यों के निलंबन और अन्य मुद्दों को लेकर विपक्ष के हंगामे के चले राज्यसभा (Rajya Sabha) की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई. इससे पहले दिन में, 'आप' सांसद संजय सिंह को गुजरात में जहरीली शराब के सेवन से हाल में हुई मौतों का मुद्दा उठाते हुए कागजों को फाड़ने और कुर्सी की ओर फेंकने के लिए शेष सप्ताह के लिए उच्च सदन से निलंबित कर दिया गया. इसके साथ ही विपक्ष के निलंबित सांसदों की संख्या 24 पहुंच गई है, जिसमें राज्यसभा के 20 सांसद हैं.
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