दार्जीलिंग में सड़क पर विरोध प्रदर्शन और काबू में करते पुलिसवाले.
दार्जीलिंग:
गोरखा जनमुक्ति मोर्चा जीजेएम के नेतृत्व में दार्जीलिंग पर्वतीय इलाके में बुधवार को तीसरे दिन भी बंद जारी रहा. पृथक गोरखालैंड राज्य की मांग को लेकर रैलियां निकाली गईं. पुलिस किसी भी प्रकार की हिंसा को टालने के लिए गश्त कर रही है. दार्जीलिंग में चौकबाजार और माल रोड पर और इसके आस पास अधिकतर दुकानें आज बंद रहीं.
पुलिस अत्यधिक सतर्कता बरत रही है और कई इलाकों में गश्त कर रही है. दोपहर तक किसी प्रकार की अप्रिय घटना की कोई सूचना नहीं मिली है. जीजेएम और अन्य क्षेत्रीय दलों ने पृथक राज्य गोरखालैंड की मांग को लेकर कई इलाकों में रैलियां निकालीं. दार्जीलिंग में सरकारी एवं गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन जीटीए के कार्यालयों में जीजेएम समर्थित अनिश्चितकालीन बंद 12 जून को आरंभ हुआ था.
जीजेएम ने लोगों को काम पर जाने से रोकने के लिए कल चौकबाजार में कई सरकारी कार्यालयों तक मार्च निकाला था. जीजेएम समर्थकों को कल जब रोका गया तो वे हिंसक हो गए और उन्होंने पथराव किया.
छह क्षेत्रीय दलों से समर्थन मिलने के बाद जीजेएम की पृथक राज्य की मांग ने और लय पकड़ ली है. उन्होंने पृथक राज्य की मांग करते हुए कल सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया. सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की सहयोगी गोरखा नेशनल लिबरेशन फ्रंट ने भी पृथक राज्य की मांग का समर्थन किया है.
सरकार और गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन र्जीटीएी के कार्यालयों के सामने तथा दार्जीलिंग के कई प्रवेश और बाहरी मार्गों पर पुलिस ने अवरोधक लगा दिए. त्वरित कार्रवाई बल (आरएएफ) और बड़ी संख्या में महिला पुलिसकमर्यिों को भी तैनात किया गया है.
केंद्र सरकार ने हिंसा प्रभावित दार्जीलिंग में स्थिति सामान्य करने में राज्य सरकार की मदद के लिए कल अर्द्धसैनिक बलों के 600 जवानों को भेजा था. केंद्र सरकार ने राज्य सरकार से इस पर्वतीय जिले में मौजूदा हालात पर विस्तृत रिपोर्ट भी मांगी है.
पुलिस अत्यधिक सतर्कता बरत रही है और कई इलाकों में गश्त कर रही है. दोपहर तक किसी प्रकार की अप्रिय घटना की कोई सूचना नहीं मिली है. जीजेएम और अन्य क्षेत्रीय दलों ने पृथक राज्य गोरखालैंड की मांग को लेकर कई इलाकों में रैलियां निकालीं. दार्जीलिंग में सरकारी एवं गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन जीटीए के कार्यालयों में जीजेएम समर्थित अनिश्चितकालीन बंद 12 जून को आरंभ हुआ था.
जीजेएम ने लोगों को काम पर जाने से रोकने के लिए कल चौकबाजार में कई सरकारी कार्यालयों तक मार्च निकाला था. जीजेएम समर्थकों को कल जब रोका गया तो वे हिंसक हो गए और उन्होंने पथराव किया.
छह क्षेत्रीय दलों से समर्थन मिलने के बाद जीजेएम की पृथक राज्य की मांग ने और लय पकड़ ली है. उन्होंने पृथक राज्य की मांग करते हुए कल सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया. सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की सहयोगी गोरखा नेशनल लिबरेशन फ्रंट ने भी पृथक राज्य की मांग का समर्थन किया है.
सरकार और गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन र्जीटीएी के कार्यालयों के सामने तथा दार्जीलिंग के कई प्रवेश और बाहरी मार्गों पर पुलिस ने अवरोधक लगा दिए. त्वरित कार्रवाई बल (आरएएफ) और बड़ी संख्या में महिला पुलिसकमर्यिों को भी तैनात किया गया है.
केंद्र सरकार ने हिंसा प्रभावित दार्जीलिंग में स्थिति सामान्य करने में राज्य सरकार की मदद के लिए कल अर्द्धसैनिक बलों के 600 जवानों को भेजा था. केंद्र सरकार ने राज्य सरकार से इस पर्वतीय जिले में मौजूदा हालात पर विस्तृत रिपोर्ट भी मांगी है.
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