विज्ञापन

भारत के आर्थिक विकास का फाउंडेशन वर्क पूरा, एनडीटीवी प्रॉफिट कॉन्क्लेव में बोले संजय पुगलिया

एनडीटीवी प्राफिट का कॉन्क्लेव आज मुंबई में शुरू हुआ. इसका विषय 2047 में विकसित भारत का रोडमैप. इसमें एनडीटीवी के एडिटर इन चीफ संजय पुगलिया ने कहा कि भारत के आर्थिक विकास के फाउंडेशन वर्क को कंपलीट कर लिया गया है.

भारत के आर्थिक विकास का फाउंडेशन वर्क पूरा, एनडीटीवी प्रॉफिट कॉन्क्लेव में बोले संजय पुगलिया
नई दिल्ली:

एनडीटीवी प्रॉफिट का 'विकसित भारत @2047' कॉन्क्लेव आज मुंबई में शुरू हुआ. इसमें भारत के प्रमुख कॉर्पोरेट हाउस के लीडर और राजनेता एक मंच पर आकर विकसित भारत के रोडमैप पर चर्चा करेंगे. इस कॉन्क्लेव की शुरुआत पर एनडीटीवी के एडिटर इन चीफ संजय पुगलिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत आज दुनिया में एक ब्राइट स्पाट बन चुका है. उन्होंने कहा कि आज का भारत डेमोक्रेटिक वर्ल्ड को स्थिर विकास की ओर ले जाने का काम कर रहा है.  

पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाला भारत

एनडीटीवी प्रॉफिट कॉन्क्लेव में हिस्सा लेते विशेषज्ञ.

एनडीटीवी प्रॉफिट कॉन्क्लेव में हिस्सा लेते विशेषज्ञ.

एनडीटीवी प्रॉफिट कॉन्क्लेव की शुरुआत में संजय पुगलिया ने कहा कि अमेरिका में सरकार बदलने के बाद ग्लोबल राजनीति बदली है. इसके बाद से अनिश्चितता बढ़ गई है. लेकिन इन सबके बीच जो नोटिस करने वाली बात है, वह यह है कि पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाला भारत न केवल एक ब्राइट स्पाट और न सिर्फ सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बनकर उभरा है, बल्कि पूरे डेमोक्रेटिक वर्ल्ड को स्थिर विकास की तरफ ले जाने का काम भारत कर रहा है. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में यह बात ज्यादा अच्छे से समझ में आएगी.

भारतीय निवेशकों ने कैसे बाजार का संभाला

पुगलिया ने कहा कि भारत के आर्थिक विकास के फाउंडेशन वर्क को कंपलीट कर दिया गया है. इसकी गवाही संसद में पेश हुए आम बजट देता है.उन्होंने कहा कि बजट यह बताता है कि हमारे विकास की दिशा क्या होगी, यह दिशा है आगे की ओर बढ़ने की. उन्होंने कहा कि जब बाजार से मुनाफा कमाने के बाद एफपीआई (Foreign Portfolio Investment) एग्जिट कर रहा है तो बड़ी  संख्या में भारतीय बाजार में आकर उसे स्थिरता दे रहे हैं. ये भारतीय बाजार को ऊपर की ओर ले जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों भारत के शेयर बाजार में आई गिरावट निवेशकों के लिए चिंता का विषय तो है, लेकिन बाजार में आई हर गिरावट नए निवेशकों और बनते हुए भारत के निवेशकों के लिए एक अवसर की तरह है. इसलिए पहले जो लगता था कि एफपीआई के आने-जाने से बाजार की दिशा और विकास तय होगा, उससे हम अब आगे निकल चुके हैं, यह भारत के लिए नई और बड़ी बात है.

ये भी पढ़ें: 'ऐसा लगता है कि दिमाग में कुछ गंदगी भरी है...' सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबादिया को लगाई खूब फटकार, जानिए क्या-क्या सुनाया

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे: