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This Article is From Mar 06, 2024

कलकत्ता हाईकोर्ट के पूर्व जज अभिजीत गंगोपाध्याय ने बताया आखिर क्यों ज्वॉइन कर रहे बीजेपी?

अभिजीत गंगोपाध्याय ने राजनीतिक और कानूनी विश्लेषकों द्वारा उठाए जा रहे सवालों पर हंसते हुए कहा कि "विश्लेषकों से कहें कि वे राजनीति और कानूनी सिद्धांतों के बारे में ज्ञान हासिल करें..."

कलकत्ता हाईकोर्ट के पूर्व जज अभिजीत गंगोपाध्याय ने बताया आखिर क्यों ज्वॉइन कर रहे बीजेपी?
नई दिल्ली:

कोलकाता हाईकोर्ट (Kolkata High Court) के पूर्व जज अभिजीत गंगोपाध्याय (Abhijit Gangopadhyay), चर्चाओं में हैं. उन्होंने हाल ही में अपने पद से इस्तीफा दे दिया और अब उनकी राजनीति में एंट्री होगी. अभिजीत गंगोपाध्याय गुरुवार को बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. एनडीटीवी से बात करते हुए अभिजीत गंगोपाध्याय ने कहा कि हाईकोर्ट के मौजूदा न्यायाधीश के पद से इस्तीफा देने और एक राजनीतिक पार्टी में शामिल होने में कुछ भी गलत नहीं है. उन्होंने बताया कि राजनीति में एंट्री का उनका फैसला तृणमूल के लोगों की अपमानजनक टिप्पणियों के कारण हुआ है. मुझे पता चला कि टीएमसी वालों की तरफ से कितना अधिक भ्रष्टाचार हो रहा है. 

टीएमसी वालों ने मेरे ऊपर व्यक्तिगत हमले किए: अभिजीत गंगोपाध्याय
अभिजीत गंगोपाध्याय ने कहा कि मेरा इस्तीफा मेरे खिलाफ तृणमूल के लोगों की अपमानजनक टिप्पणियों का परिणाम है... जब मैं राज्य में शिक्षा नियुक्तियों - स्कूल शिक्षकों और विभिन्न स्कूलों में कर्मचारियों की नियुक्ति में भारी भ्रष्टाचार मामले में न्याय देने की कोशिश कर रहा था तो तब टीएमसी के नेता मुझे निशाना बना रहे थे. अपने आलोचकों पर हमला करते हुए उन्होंने आगे कहा, "जब मैंने सीबीआई को जांच के आदेश पारित किए, तो उन्होंने मेरे खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां करना शुरू कर दिया.. उन्होंने फैसले की आलोचना नहीं की, बल्कि व्यक्तिगत हमले किए. "

पूर्व जज ने कहा कि "ये तृणमूल के लोग लगभग आधे-अधूरे पढ़ें लिखे हैं. वो नहीं जानते कि जज से क्या कहना है, लेकिन उन्होंने मुझे चुनौती दी. "

उन्होंने कहा, "उन्होंने मुझे राजनीति में आने के लिए चुनौती दी, तो मैंने सोचना शुरू कर दिया. हम कह सकते हैं कि मुझे उनसे कुछ प्रेरणा मिली.  इसलिए अब समय आ गया है कि हम अपने राज्य के दबे हुए लोगों के साथ खड़े हो जाए. 

टीएमसी वाले भ्रष्टाचार के आरोपों से बचना चाहते हैं: जस्टिस गंगोपाध्याय
यह पूछे जाने पर कि सिटिंग जज के लिए इस्तीफा देना और तुरंत एक राजनीतिक पार्टी में शामिल होना क्या गलत फैसला है? पूर्व जज ने कहा कि नहीं. बिलकुल नहीं. यह कौन सी बुरी मिसाल है?  यह तृणमूल के लोग यह सवाल उठाकर भ्रष्टाचार के आरोपों से बाहर निकलने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि वे जानते हैं कि कई नेता, कुछ जेल में और कुछ गिरफ्तार किए जाएंगे. " कई नेताओं को दोषी करार दिया गया. यह सवाल मेरे विचार से बेकार और निरर्थक हैं. 

"बंगाल में बीजेपी अच्छा काम कर रही है"
 गंगोपाध्याय ने एनडीटीवी को बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पार्टी में शामिल होने का फैसला किया है क्योंकि यह "बंगाल में एक अच्छा मंच है, जब किसी अन्य पार्टी का प्रभाव नहीं है... यहां तक ​​कि सीपीएम या कांग्रेस भी नहीं. बीजेपी में क्षमता है और वह कुछ मुद्दे उठा रही है जो साथ-साथ चलेंगे- बंगाल के लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हम चलेंगे.  हालांकि, पूर्व न्यायाधीश ने उन अटकलों पर कोई टिप्पणी नहीं की कि उन्हें लोकसभा टिकट मिल सकता है. 

तमलुक सीट से हो सकते हैं बीजेपी उम्मीदवार
ऐसी चर्चा है कि उन्हें तमलुक निर्वाचन क्षेत्र से मैदान में उतारा जा सकता है. बताते चलें कि पिछले तीन चुनावों में से प्रत्येक में तृणमूल कांग्रेस को इस सीट पर जीत मिली है.  उन्होंने कहा, "लोकसभा सीट का सवाल पार्टी तय करेगी. मैं चुनाव में शामिल नहीं हुआ और इस तरह की टिप्पणियां करने से मेरा कोई लेना-देना नहीं है. "

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