विज्ञापन

आज देश के दूर-दराज के इलाकों में भी होती है विदेश नीति पर चर्चा, जानें विदेश मंत्री ने ऐसा क्यों कहा

'एनडीटीवी इंडिया इंडियन ऑफ दी ईयर' पुरस्कार समारोह में विदेश मंत्री को 'इंडिया फर्स्ट' पुरस्कार से सम्मानित किया गया. उन्होंने कहा कि जो चीजें पहले हमारे लिए सपना हुआ करती थीं, वे अब हमारी मांगें बन गई हैं.

आज देश के दूर-दराज के इलाकों में भी होती है विदेश नीति पर चर्चा, जानें विदेश मंत्री ने ऐसा क्यों कहा
नई दिल्ली:

विदेश मंत्री डॉक्टर एस जयशंकर को आज दिल्ली में आयोजित 'एनडीटीवी इंडिया इंडियन ऑफ दी ईयर' पुरस्कार समारोह में 'इंडिया फर्स्ट' पुरस्कार से सम्मानित किया गया. इस अवसर पर मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए एस जयशंकर ने कहा कि आज भारत की विदेश नीति देश के दूर-दराज के इलाकों में भी पहुंच चुकी है. उन्होंने कहा कि आज से 5-10 साल पहले तक ऐसा नहीं था.उन्होंने कहा कि ऐसा इस वजह से हुआ है कि हमारी विदेश नीति में बदलाव आया है. वह अधिक प्रासंगिक हुई है. ऐसे समय में देश का विदेश मंत्री होना उनके लिए सौभाग्य की बात है.  

भारत में जन प्रतिनिधित्व

पुरस्कार मिलने के बाद लोगों को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि लोकतंत्र ने समाज के सभी वर्गों को समान प्रतिनिधित्व दिया है. उन्होंने कहा कि आज आप हमारी राजनीति को देख लीजिए, हमारे पत्रकारों को देख लीजिए या हमारे खिलाड़ियों को देख लीजिए, हर जगह सबको प्रतिनिधित्व मिला है.आज सफलता पाना केवल शहरों की बात नहीं रह गई है. 

उन्होंने भारत के बढ़ते वैश्विक प्रभाव और उसके विकास की कहानी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के योगदान पर भी प्रकाश डाला.उन्होंने कहा कि मैंने अपने पूरे जीवन में सरकार में और सरकार के लिए काम किया है, लेकिन जब आपके पास इस तरह का प्रधानमंत्री है जो भारत को आधुनिक बनाने के लिए प्रतिबद्ध हो, जो ऐसे सुधार के लिए तैयार हो जो आपको करने चाहिए तो यह हमारे जीवन का एक असाधारण समय है. 

भारतीयों का सपना बना हकीकत

उन्होंने कहा कि जो चीजें पहले हमारे लिए सपना हुआ करती थीं, वे अब हमारी मांगें बन गई हैं.यह एक ऐसी पीढ़ी है जो करना जानती है, यह वह पीढी है जो बुलेट ट्रेन बना रही है. यह वह पीढी है, जिसने सफलतापूर्वक चंद्रयान मिशन को सफल बनाया है. हमने चीन की सीमा चुनौतियों का दृढ़ता से सामना किया है.

Latest and Breaking News on NDTV

विदेश मंत्री ने कहा कि अतीत में... भारत ने 26/11 (मुंबई आतंकी हमले) को अनुत्तरित छोड़ दिया था, लेकिन आज हमने उड़ी और बालाकोट के साथ पाकिस्तान को जवाब दिया है. किसी को भी उम्मीद नहीं थी कि हम जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर लेंगे.  डॉक्टर एस जयशंकर ने कहा कि यह भारत का विदेश मंत्री होने का सबसे अच्छा समय है.उन्होंने कहा कि विदेश में देश का चेहरा बनना सौभाग्य की बात है. 

ये भी पढ़ें: Indian Of The Year Awards 2024: भारत के विकास की कहानी 4 पिलर्स पर आधारित- अश्विनी वैष्णव

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com