भारत में महामारी बनती जा रही 'फैटी लीवर', 30% लोग इस बीमारी से पीड़ित, जानें एक्सपर्ट की राय

Fatty Liver Disease: इंस्टिट्यूट ऑफ़ लीवर एंड बिलिअरी साइंसेज के डायरेक्टर शिव सरीन ने एनडीटीवी से कहा: 'आज भारत में लगभग 100 में से 30% लोगों में फैटी लीवर की समस्या है. फैटी लीवर की वजह से आगे चलकर डायबिटीज, हार्ट डिजीज, कैंसर, स्ट्रोक और किडनी की बीमारियां हो सकती हैं.'

नई दिल्ली:

आज के समय में फैटी लीवर रोग (Fatty liver disease) काफी कॉमन हो गया है. नेशनल हेल्थ पोर्टल के मुताबिक, भारत में 9 से 32 प्रतिशत लोगों को नॉन एल्कोहल फैटी लिवर डिसीज हो सकता है.  इस साइलेंट बीमारी के कुछ वार्निंग साइन होते हैं, जो शुरुआत में नजर नहीं आते और समस्या बढ़ने के बाद ही सामने आते हैं. दिल्ली के इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बिलियरी साइंस (Institute of Liver & Biliary Sciences ) के डायरेक्टर और लिवर रोग विशेषज्ञ पद्मश्री डॉ. शिव कुमार सरीन ने एनडीटीवी से खास बातचीत में फैटी लीवर बीमारी पर डिटेल में जानकारी दी है. साथ ही उन्होंने बताया कि किन लक्षणों से शुरुआती दौर में ही हम इस बीमारी को पहचान सकते हैं और एतिहात बरतकर ठीक कर सकते हैं.

इंस्टिट्यूट ऑफ़ लीवर एंड बिलिअरी साइंसेज के डायरेक्टर शिव सरीन ने एनडीटीवी से कहा: 'आज भारत में लगभग 100 में से 30% लोगों में फैटी लीवर की समस्या है. फैटी लीवर की वजह से आगे चलकर डायबिटीज, हार्ट डिजीज, कैंसर, स्ट्रोक और किडनी की बीमारियां हो सकती हैं. फैटी लीवर एक महामारी है.अगर हम अपने लिवर का ध्यान रखना शुरू करें, तो इससे हार्ट डिजीज, कैंसर और किडनी की बीमारियां कम हो जाएंगी. 

उन्होंने बताया कि आज देश में दो लाख लिवर ट्रांसप्लांट की जरूरत है, लेकिन हम सिर्फ ढाई हजार लिवर ट्रांसप्लांट कर पा रहे हैं. यानी अपनी जरूरत का सिर्फ एक से 2 फ़ीसदी लीवर ट्रांसप्लांट हो पा रहा है. देश में ऑर्गन डोनेशन के लिए मुहीम जरूरी है. 

डॉक्टर शिव सरीन ने बताया कि कोरोना वायरस के दौरान इमरजेंसी केयर का महत्व सामने आया है. ऐसे में बजट 2023 में इमरजेंसी केयर के साथ-साथ स्वास्थ्य की तैयारी, श्रमशक्ति और हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार के लिए विशेष प्रावधान जरूरी है. उन्होंने बताया कि बजट 2023 में हेल्थ और रिसर्च के लिए फंडिंग बढ़ाना जरूरी होगा. 

फैटी लिवर के लक्षण (Fatty Liver Symptoms)
- फैटी लिवर की प्रॉब्लम में पेट की ऊपर दाहिने ओर दर्द होता है.
- भूख कम होने लगती है और कुछ लोगों का वजन भी तेजी से गिरने लगता है.
- आंखों का रंग पीला होने लगता हैं.
- पैरों में हल्की सूजन बनी रहती है. 
- हर वक्त थकान और कमजोरी का एहसास होता रहता है.

फैटी लिवर का इलाज (Fatty Liver Treatment)
-शरीर में इनमें से कोई भी लक्षण ज्यादा दिनों तक बने रहें तो बिना देर किए डॉक्टर को दिखाएं. 
-जरूरी दवाइयों का सेवन करें. साथ ही साथ खानपान में भी परहेज करें.
- अगर आप शराब का बहुत ज्यादा सेवन करते हैं, तो तुरंत इसे छोड़ दें वरना परेशानी और ज्यादा बढ़ सकती है. 
- अगर आपका वजन ज्यादा है तो इसे एक्सरसाइज और डाइट से कंट्रोल करें. जिससे फैटी लिवर की समस्या खुद ही खत्म हो जाएगी.
- बैलेंस डाइट लें. तला- भुना और मसालेदार खाना अवॉयड करें.

ये भी पढ़ें:-

क्‍या होता है Psychological First Aid?

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

World Suicide Prevention Day: सुसाइडल थॉट्स को कैसे करें दूर, जानें एक्‍सपर्ट से...