खराब हुई फसलों का मुआवजा नही मिलने पर सोमवार को किसानों ने तहसील के मुख्य द्वार पर ताला जड़ दिया. अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि किसानों ने साढ़े दस बजे ही तहसील कार्यालय को खाली करवा दिया और मुख्य द्वार पर ताला जड़ दिया तथा वहां टेंट लगा कर धरने पर बैठ गये.
किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. धरने की अध्यक्षता भाकियू के जिला उपाध्यक्ष नरेंद्र ढ़ाडा ने की. किसान नेता ने आरोप लगाया कि कहा कि सरकार किसानों के साथ अन्याय कर रही है.
उन्होंने कहा कि जबतक किसानों की मांग नहीं मानी जाती है तब तक धरना जारी रहेगा और यह रात में भी चलेगा.
यह भी पढ़ें:
बेंगलुरु में किसान नेता राकेश टिकैत पर फेंकी गई स्याही, कार्यक्रम स्थल पर हंगामा
यूपी में राशन कार्ड के बाद अब किसान सम्मान निधि के अपात्रों से भी होगी वसूली, किसानों को नोटिस मिलना शुरू
'किसान चाहे तो सत्ता पलट सकता है', तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव ने पंजाब में कहा
असम : बाढ़ के बाद भी चुनौती बरकरार, फसलों के नुकसान से किसान चिंतित
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं