
पिछले हफ्ते शुक्रवार को दिल्ली-हरियाणा के बीच सिंघू बॉर्डर पर किसान आंदोलन (Farmers Protest) के तहत किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए पुलिस ने किसानों पर जमकर लाठियाँ और आंसू गैस के गोले छोड़े थे. इस घटना के दौरान की एक तस्वीर वायरल हो गई थी, जिसमें एक बुज़ुर्ग किसान को एक जवान लाठी से मारते हुए दिख रहा है. इस तस्वीर ने सोशल मीडिया पर काफी हंगामा पैदा किया था.
राहुल गांधी ने भी ये तस्वीर ट्वीट कर केंद्र सरकार पर निशाना साधा था, जिसके जवाब में बीजेपी के IT cell प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा कि इस तस्वीर में सिर्फ़ आधा सच है असल में किसान को जवान ने लाठी नहीं मारी, हालांकि, बाद में Twitter ने मालवीय के ही ट्वीट पर 'Manipulated Media' का लेबल लगा दिया.
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NDTV ने तस्वीर में दिख रहे 60 साल के किसान सुखदेव सिंह को ढूंढकर उनसे बात की. सुखदेव सिंह शुक्रवार को सिंघू बॉर्डर पर थे, जब पुलिस ने उन पर आंसू गैस के गोले दागे और लाठियां मारीं. असल में तस्वीर में दिख रहे जवान ने सुखदेव सिंह को जमकर लाठी से पीटा था. सुखदेव के हाथ नीले पड़े हुए हैं और पैरों और पीठ पर भी चोट के निशान हैं.
सुखदेव कहते हैं कि उन्हें समझ ही नहीं आया कि जवान उन्हें क्यों पीट रहा था क्योंकि न वो कोई नारा लगा रहे थे और न ही पत्थरबाज़ी कर रहे थे. 60 साल के सुखदेव सिंह पंजाब के कपूरथला के रहने वाले और अब भी सिंघू बॉर्डर पर मौजूद हैं. उनका कहना है कि वो तब तक आंदोलन में शामिल रहेंगे जब तक तीनों कानून वापस नहीं हो जाते.
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