संसद में विपक्ष का हंगामा निरंतर चल रहा है जिससे संसद के कामकाज में गतिरोध देखने को मिल रहा है. इस मुद्दे पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार से NDTV के एडिटर इन चीफ संजय पुगलिया ने बात की. पवार ने कहा कि, ''यह फोरम लोगों की समस्याएं रखने के लिए बड़ा इम्पार्टेंट फोरम है. जब फोरम ही काम नहीं करेगा तो? डिस्कशन एंड डॉयलाग डेमोक्रेसी में इम्पार्टेंट हैं. डिस्कशन और डॉयलाग को आप नजरअंदाज करेंगे तो यह सिस्टम संकट में आ जाएगा, खतरे में चला जाएगा.''
संसद में गतिरोध को लेकर शरद पवार ने कहा कि, ''मुझे लगता है कि जो कुछ हो रहा है वह ठीक नहीं है. मगर हम यह भी नजरअंदाज नहीं कर सकते कि इससे पहले भी यह हुआ था. जब डॉ मनमोहन सिंह देश के प्रधानमंत्री थे, मैं खुद उनकी सरकार में था. तब 2-जी इशू पर कई दिन पूरा सेशन वॉशआउट हुआ था. तब जिम्मेदार लोग पार्लियामेंट में थे. बाद में हम लोग बैठे थे, तो हमने बात की कि, मतभिन्नता हो सकती है, आरोप हो सकते हैं, लेकिन यह फोरम लोगों की समस्याएं रखने के लिए बड़ा इम्पार्टेंट फोरम है. जब फोरम ही काम नहीं करेगा तो? हम लोगों के प्रतिनिधि हैं, पार्लियामेंटेरियन हैं, हम इसमें शामिल होंगे तो ठीक नहीं है.''
शरद पवार ने कहा कि, ''अभी हम लोगों ने पार्लियामेंट के दोनों हाउसों में देखा, सदन का काम नहीं चलने देंगे, इस लाइन पर हंगामा हुआ. सरकार की नीति पर सख्ती से बोलने का अधिकार है, मगर डिस्कशन होना चाहिए. डिस्कशन एंड डॉयलाग, यह डेमोक्रेसी में इम्पार्टेंट हैं. डिस्कशन और डॉयलाग को आप नजरअंदाज करेंगे तो यह सिस्टम संकट में आ जाएगा, खतरे में आ जाएगा.''
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