योगेंद्र यादव ने संयुक्त किसान मोर्चा की समन्वय समिति से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने कहा कि समन्वय समिति से बाहर होने वाली बात मीटिंग में रखी गई, इसलिए खबर बन गई. लोग इसको तात्कालिक चीजों से जोड़कर देख रहे हैं. मैं इसमें अपना पूरा समय देने में असमर्थ हूं और लोग उपलब्ध रहेंगे. योगेंद्र यादव ने कहा कि 2024 का चुनाव देश के लिए एक निर्णायक चुनाव होगा. उस चुनाव के लिए जमीनी समीकरण बीजेपी के खिलाफ जा रहा है. जमीन पर लोगों के मन में तकलीफ है.
सामाजिक कार्यकर्ता योगेंद्र यादव ने कहा कि राजनैतिक दलों और जन आंदोलनों की ऊर्जा को जोड़ने की जरूरत है. हमने तय किया है कि अगले दो साल जन आंदोलनों की ऊर्जा और राजनैतिक दलों को साथ लाएंगे. संसद और सड़क को जोड़ेंगे. मैं स्वराज इंडिया में हूं औज तमाम पार्टियों से भी संपर्क में हूं.
उन्होंने कहा कि हम सरकार विरोधियों के साथ खड़े हैं, ये कहना ठीक नहीं है. AAP भी सरकार विरोधी है, लेकिन क्या वो जो गलत हो रहा है देश में, उसके खिलाफ खड़े हैं? यादव ने कहा कि विपक्षियों का वो हिस्सा जो लोकतंत्र को बचाने के लिए तैयार है, धर्मनिरपेक्षता के साथ है हम उनके साथ हैं. जो पार्टी अपने राज्य में हो रहे दंगों के समय चुप रही, उस पार्टी के बारे में क्या कहा जाए. उन्होंने पूछा कि क्या वो इस वक्त देश को बचाने के लिए खड़ी है. भारत जोड़ो का मार्च भी इसका अहम हिस्सा है.
योगेंद्र यादव ने कहा कि नेताओं के मन में क्या नीयत है, मैं उसके मन में नहीं जा रहा, कौन व्यक्ति इतिहास के किस मोड़ पर क्या भूमिका अदा करता है, ये महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के बिहार में बदलने के बाद भी बिहार की स्थिति नहीं बदली है. देश के समीकरण पर असर पड़ा है. मुझे अच्छा लगा कि वो दिल्ली भी आ रहे हैं. पीएम कैंडिडेट वाली बात ड्रॉइंग रूम के अंदर की चर्चा है. इसका फैसला दो साल बाद होगा. मेरे जैसे लोगों को इसमें रत्ती भर इंटरेस्ट नहीं है. मैं सबको महत्वपूर्ण मानता हूं.
उन्होंने कहा कि देश को बचाने के यज्ञ में जो आहुति डाले उसके साथ जुड़ना है. नीतीश जी भी महत्वपूर्ण हैं और भारत जोड़ो भी महत्वपूर्ण है. यादव ने कहा कि कांग्रेस कमजोर रही है, इसमें शक नहीं है. बीजेपी को भी फायदा उन्हीं राज्यों में हुआ जहां कांग्रेस कमजोर थी. मुझे जैसे लोगों ने भी गुस्से में कई कड़वी बातें लिखीं. अगर कांग्रेस आधी भी खड़ी हो जाती तो ये परिणाम नहीं आता. यादव ने कहा कि कांग्रेस को गौरवमयी इतिहास के साथ न्याय करना होगा.
योगेंद्र यादव ने कहा कि भारत जोड़ो का फैसला सकारात्मक है. बंगाल से चलना शुरू कीजिए और केरल तक आ जाइए, 190 सीट है. यहां बीजेपी का मुकाबला करने के लिए कुछ विशेष करने की जरूरत नहीं है. तेलंगाना में बीजेपी सिर उठा रही है, कर्नाटक, महाराष्ट्र, झारखंड और बिहार बचता है, जहां गठबंधन की राजनीति है. गठबंधन मजबूत है कुछ जगह चाहे सरकार गिर गई है. यूपी चुनौती है. देश को बचाना है तो सबसे बड़ी शक्ति को मजबूत करना होगा. जमीन पर जो लोगों की चिंता है उस पर ध्यान देना है.
उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले कोई महागठबंधन करने की जरूरत नहीं है. चुनाव के बाद क्या होगा पता नहीं. लोकतंत्र जो इस देश की आत्मा है उसे बचाना है, इतिहास सबको सबक सिखाएगा, सबको जोड़ेगा, कौन क्या होगा पता नहीं, जो लड़े जम कर लड़े, अगले 2 साल यही एक काम है. ताकि मरते वक्त ये ना लगे कि काश 2022-23 में कुछ कर लेते.
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