लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहे हैं, हर किसी की निगाहें चुनाव की तारीखों पर टिकी हुई हैं. चाहे राजनीतिक दल हों या फिर आम जनता, हर कोई यही जानना चाहता है कि चुनाव कब (Election Kab Hain) है. इन दिनों एक मैसेज तेजी से वारयल हो रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) 19 अप्रैल को है. चुनाव आयोग ने इस मैसेज को पूरी तरह से फर्जी बताया है. इलेक्शन कमीशन ने कहा कि, चुनावों का ऐलान प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए किया जाता है, न कि टेक्स्ट और व्हाट्सएप मैसेजों के जरिए.
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लोकसभा चुनाव की तारीख पर फर्जी मैसेज
दरअसल फर्जी मैसेज में आम चुनाव का पूरा कार्यक्रम शेयर किया गया है, जिसमें लिखा है कि चुनाव के लिए 12 मार्च को अधिसूचना जारी की जाएगी, जिससे आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी. फर्जी मैसेज में कहा गया है कि नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 28 मार्च थी. मतदान की तारीख 19 अप्रैल है और रिजल्ट 22 मई को आएंगे. इस फेक मैसेज में चुनाव आयोग का लेटरहेड भी दिखाई दे रहा है. यह मैसेज तेजी से व्हाट्सएप ग्रुप्स पर सर्कुलेट हो रहा है. जिसके बाद कई लोगों ने सवाल उठाया है कि आम चुनाव एक ही चरण में कैसे कराया जा सकता है.
चुनाव की तारीफ पर क्या बोला चुनाव आयोग?
भ्रम की स्थिति के बीच, चुनाव आयोग ने शनिवार को साफ किया कि वायरल हो रहा मैसेज फर्जी है. चुनाव आयोग ने एक्स पर पोस्ट में कहा कि, "व्हॉट्स ऐप पर #LokSabhaElections2024 के शेड्यूल के बारे में एक फर्जी मैसेज शेयर किया जा रहा है. #FactCheck: यह मैसेज #फर्जी है. #ECI द्वारा अब तक किसी तारीख का ऐलान नहीं किया गया है."
चुनाव आयोग ने कहा, "आयोग की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए चुनाव कार्यक्रम का ऐलान किया जाता है." इसने यह बात समझाने के लिए हैशटैग "#VerifyBeforeYouAmplify" का भी इस्तेमाल किया कि लोगों को मैसेज को आगे भेजने से पहले इसे वेरिफाइ करना चाहिए.
A fake message is being shared on Whats app regarding schedule for #LokSabhaElections2024#FactCheck: The message is #Fake. No dates have been announced so far by #ECI.
— Election Commission of India (@ECISVEEP) February 24, 2024
Election Schedule is announced by the Commission through a press conference. #VerifyBeforeYouAmplify pic.twitter.com/KYFcBmaozE
चुनाव आयोग ने बताई मैसेज की सच्चाई
चुनाव दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ऑफिस की तरफ से जारी एक आंतरिक नोट में भ्रम पैदा होने के एक महीने बाद कही है. अधिकारियों को तैयारियों में तेजी लाने में मदद करने के लिए नोट में 16 अप्रैल को अस्थायी "मतदान तिथि" के रूप में लिखा गया है.
मुख्य निर्वाचन अधिकारीऑफिस ने साफ किया कि तारीख का जिक्र सिर्फ अधिकारियों के लिए गतिविधियों की प्लानिंग बनाने के "संदर्भ" के लिए किया गया था. "कुछ मीडिया सवाल @CeodelhiOffice एक सर्कुलर का हवाला देते हुए आ रहे हैं, जिसमें यह साफ करने के लिए कहा गया है कि क्या 16 अप्रैल लोकसभा चुनाव के लिए संभावित मतदान का दिन है. यह स्पष्ट किया गया है कि इस तारीख का जिक्र सिर्फ चुनाव योजना के मुताबिक गतिविधियों की प्लानिंग के लिए अधिकारियों के 'संदर्भ' के लिए किया गया था.
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