40 विधायकों के साथ बगावत कर उद्धव ठाकरे से मुख्यमंत्री पद छीनने वाले एकनाथ शिंदे ने पार्टी विस्तार के तहत शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को एक और झटका दिया है. शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे के करीबी सहयोगी रहे चंपासिंह थापा सोमवार को शिंदे गुट में शामिल हो गए. थापा ने ठाणे में एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में अपने समर्थन की घोषणा की. चंपा सिंह थापा बाला साहेब ठाकरे के निजी सेवक रहे हैं.
शिवसेना से बागी होने के बाद पार्टी में बने दोनों गुटों में अक्सर तकरार होती रहती है. हाल ही में शिवाजी पार्क में दशहरा रैली को लेकर दोनों गुट कोर्ट में आमने-सामने हो गए. हालांकि बॉम्बे हाईकोर्ट ने उद्धव ठाकरे गुट को मुंबई के शिवाजी पार्क में दहशहरा रैली करने की इजाजत दे दी. कोर्ट ने शुक्रवार को फैसला सुनाते हुए कहा कि महाराष्ट्र सरकार 2 से 6 अक्टूबर तक शिवाजी पार्क में रैली करने के लिए उद्धव ठाकरे गुट को अनुमति दे.
कोर्ट के इस फैसले को शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. कोर्ट ने मामले की सुनवाई के दौरान एकनाथ शिंदे द्वारा शिवाजी पार्क में दशहरा रैली करने की याचिका को खारिज कर दिया.
वहीं उससे पहले गुजरात को हाल ही में भारत के पहले सेमीकंडक्टर संयंत्र के लिए ₹1.54 लाख करोड़ का उद्यम मिलने पर आदित्य ठाकरे ने शिंदे सरकार पर निशाना साधा था. खनन समूह वेदांता और ताइवान की इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माण कंपनी फॉक्सकॉन ने संयुक्त रूप से गुजरात के अहमदाबाद में संयंत्र बनाने का फैसला किया है. प्लांट लोकेशन की रेस में गुजरात ने महाराष्ट्र को पछाड़ दिया था.
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