राजस्व आसूचना निदेशालय (DRI), मुंबई ने एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश किया है, जो डिप्लोमेट्स के नाम पर विदेशी कारों को इंपोर्ट (Luxury Cars Smuggling) कर भारत लाते थे, जिसके चलते इन्हें करीब 204 प्रतिशत कस्टम ड्यूटी नहीं भरनी पड़ती थी. डीआरआई को जब इस गैंग के बारे में पता चला तो उन्होंने ऑपरेशन मोंटे कार्लो (Monte Carlo) लॉन्च किया और इन पर कड़ी निगाह रखनी शुरू की. डीआरआई ने लग्जरी कार तस्करी मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इस रैकेट में कुछ और बड़े नाम शामिल होने की आशंका जताई गई है.
डीआरआई के मुताबिक, जैसे ही एक कार मुंबई में पहुंची तो इस गैंग के सदस्यों ने ट्रांसपोर्ट व्हीकल पर लादकर उसे अंधेरी लाए, जहा DRI ने इन्हें पकड़ा. इनकी निशानदेही पर देशभर के 7 शहरों में ऑपरेशन किया गया और 6 गाड़ियां पकड़ी गईं.
जांच में पता चला कि दिल्ली में रहने वाले डिप्लोमेट, जो अफ्रीकन देश से ताल्लुक रखते हैं उनके नाम पर एक कार लाई गई थी. डीआरआई की अब तक की जांच में पता चला है कि इस गैंग ने ऐसे करीब 20 कारों को डिप्लोमेटिक लोगों के नाम का इस्तेमाल करके देश में लाया है.
बता दें कि डिप्लोमेट्स और उनके परिवार के लोगों को भारत में इंपोर्ट करके लाई गई कार पर कस्टम ड्यूटी नहीं भरनी पड़ती जो कि करीब 204 फीसदी है. इस तरीके का इस्तेमाल करने के चलते गिरोह के लोगों को मोटी रकम का फायदा होता था.
डीआरआई के मुताबिक, अब तक इन आरोपियों ने करीब 25 करोड़ रुपये की कस्टम ड्यूटी की चोरी की है. ये गिरोह पिछले 5 सालों से यह काम कर रहा है. अब तक 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमे गुरुग्राम के लग्जरी गाड़ियों की डीलिंग करने वाली कम्पनी का सीईओ भी शामिल है.
फिलहाल DRI इस मामले की जांच कर रही है और इस रैकेट में कुछ और बड़े नामों के शामिल होने की आशंका जताई गई है.
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