धनबाद:
झारखंड के धनबाद जिले के मटकोरिया में अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान बुधवार को स्थानीय निवासियों की पुलिस के साथ भिडंत में तीन लोगों की मौत हो गई और धनबाद के पुलिस अधीक्षक सहित 22 से ज्यादा लोग घायल हो गए। धनबाद के उपायुक्त सुनील कुमार वर्णवाल ने कहा, संघर्ष में तीन लोगों की मौत हो गई तथा पुलिसकर्मियों समेत 22 लोग घायल हो गए। कुछ असमाजिक तत्वों की कुछ भड़काउपूर्ण कार्रवाई के बाद संघर्ष छिड़ा। पुलिस अधीक्षक पीआरके धन घायल हो गए। इसके अलावा कुछ असमाजिक तत्वों ने मेरे वाहन पर भी पथराव किया। मृतकों की पहचान संजय रवानी, दिनेश हरि और विकास कुमार झा के रूप में हुई है। बर्णवाल ने कहा कि स्थिति को देखते हुए धनबाद निगम क्षेत्र में अगले आदेश तक के लिए अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया है। घायलों में एक की स्थिति नाजुक बतायी जा रही है। सभी घायलों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। घायलों में कुछ को गोलियां लगी हैं। पुलिस उपमहानिरीक्षक उमेश कुमार ने बताया कि पुलिस अधीक्षक को आंख के ऊपर कट गया। इलाज के बाद वह कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए मौके पर लौट आए। यह संघर्ष तब हुआ जब केंदुआदिह पुलिस थानाक्षेत्र के तहत मटकोरिया में स्थानीय निवासियों ने अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई का प्रतिरोध किया। पुलिस ने बताया कि भारत कोकिंग कोल लिमिटेड की जमीन पर कथित रूप से कब्जा करने वाले स्थानीय लोगों को इलाके को खाली करने के लिए नोटिस जारी किया गया था और आज अतिक्रमण हटाने की तारीख थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पुलिस ने अतिक्रमण हटाने का विरोध कर रहे लोगों द्वारा कथित रूप से पथराव और देसी बम फेंके जाने के बाद चेतावनी देने के लिए हवा में गोलियां चलायीं, पानी की बौछार छोड़ी और उसके बाद लाठीचार्ज किया। उच्च न्यायालय के आदेश के तहत राज्य के विभिन्न भागों में पिछले चार सप्ताह से अतिक्रमण हटाओ अभियान जारी है। उधर, झारखंड सरकार ने धनबाद में अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान हुई हिंसा और गोलीबारी में तीन लोगों के मारे जाने और दो दर्जन लोगों के घायल होने की घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। यह जांच उत्तरी छोटानागपुर परिक्षेत्र के मंडलायुक्त करेंगे। राज्य सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने धनबाद में हुई हिंसा की घटना की जांच उत्तरी छोटानागपुर मंडल के आयुक्त को सौंपी है।