ओड़िशा (Odisha) के पुरी में दो साल के बाद श्रद्धालुओं (Devotees) को भगवान जगन्नाथ (Lord Jagannath) एवं उनके भाई -बहन को स्नान कराने के धार्मिक उत्सव को देखने की अनुमति दी गयी है. 12 वीं शताब्दि में निर्मित इस मंदिर के बाहर 14 जून को इस धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया जायेगा . स्नान यात्रा में जनभागीदारी की अनुमति देने का निर्णय श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) ने सेवादारों के साथ एक बैठक के बाद लिया. पिछले दो वर्षों से, कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के बीच, श्रद्धालुओं को 'स्नाना यात्रा' में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जा रही थी.
एसजेटीए के अधिकारी दुर्गा दास महापात्र ने बताया कि इस बार श्रद्धालु 14 जून को ग्रैंड रोड से भगवान जगन्नाथ, भगवान बलभद्र, भगवान सुदर्शन और देवी सुभद्रा के साथ-साथ स्नान वेदी के दर्शन कर पाएंगे. उसी दिन इन देवताओं को ‘हाती भेस' (हाथी पोशाक) से सजाया जायेगा . हालांकि, एसजेटीए ने अभी तक एक जुलाई को रथ यात्रा में श्रद्धालुओं की भागीदारी पर कोई फैसला नहीं किया है .
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं