नई दिल्ली:
- दिल्ली के नए मुख्यमंत्री का ऐलान हो गया है. बीजेपी विधायक दल की बैठक में रेखा गुप्ता के नाम पर मुहर लगी है. रेखा गुप्ता दिल्ली में 26 साल बाद बन रही बीजेपी की सरकार में मुख्यमंत्री होंगे. उनके नाम की घोषणा के साथ ही पिछले 12 दिनों से चल रही अटकलों पर विराम लग गया है. रेखा गुप्ता गुरुवार को रामलीला मैदान में एक भव्य समारोह में दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी.
- दिल्ली का नया मुख्यमंत्री कौन होगा, इसको लेकर 8 फरवरी को आए नतीजे के बाद से लगातार मंथन का दौर जारी था. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक दल की बैठक में आज ये तय हो गया. बैठक पार्टी की दिल्ली इकाई के कार्यालय में हुई. जिसमें 48 विधायकों ने दिल्ली विधानसभा में सदन का नेता चुना, जो मुख्यमंत्री बनेगा.
- पार्टी विधायकों द्वारा नेता चुने जाने के बाद भावी मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए राजनिवास में दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना से मुलाकात करेंगी.
- इससे पहले दोपहर में बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद रविशंकर प्रसाद और ओपी धनखड़ को पर्यवेक्षक चुना गया. ये दोनों दिल्ली बीजेपी विधायक दल की बैठक में शामिल हुए और नया मुख्यमंत्री चुनने की प्रक्रिया कराई.
- प्रवेश वर्मा, सतीश उपाध्याय, आशीष सूद, पवन शर्मा और अजय महावर का नाम सीएम की रेस में आगे चल रहा था. वहीं दलित चेहरे के तौर पर मादीपुर सुरक्षित सीट से जीतकर आए कैलाश गंगवाल भी मुख्यमंत्री की कुर्सी की रेस में थे. महिलाओं में शिखा रॉय और रेखा गुप्ता के नाम की भी चर्चा थी.
- भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 10 नवनिर्वाचित विधायकों से भी मुलाकात की थी. इन विधायकों में विजेंद्र गुप्ता, रेखा गुप्ता, अरविंदर सिंह लवली, अजय महावर, सतीश उपाध्याय, शिखा राय, अनिल शर्मा, डॉ. अनिल गोयल, कपिल मिश्रा और कुलवंत राणा शामिल थे. इन्हीं विधायकों में 3 से 4 चेहरे मुख्यमंत्री पद के दावेदार बताए जा रहे थे.
- गुरुवार को सुबह 11 बजे रामलीला मैदान में शपथ ग्रहण समारोह होगा. इसमें भाजपा के कई दिग्गज नेता शामिल होंगे. कार्यक्रम के संबंध में सभी तैयारियां संपन्न हो चुकी हैं. सुरक्षा की दृष्टि से भी दिल्ली पुलिस सहित अर्धसैनिक बलों के जवान कार्यक्रम स्थल पर तैनात रहेंगे. जांच पड़ताल के बाद ही कार्यक्रम में लोगों को अंदर जाने की इजाजत दी जाएगी.
- इस कार्यक्रम में हजारों की संख्या में लोगों के शामिल होने की उम्मीद है. राजनीतिक और कला एवं मनोरंजन जगत के कई लोग इसका हिस्सा बन सकते हैं. भाजपा ने शपथ ग्रहण समारोह को लेकर अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्टर भी साझा किया था. जिसमें समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है.
- बता दें कि भाजपा ने दिल्ली में 27 साल बाद स्पष्ट बहुमत हासिल किया है. दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों में से उन्होंने 48 सीटें जीती हैं, जबकि आम आदमी पार्टी को 22 सीटें मिली हैं. कांग्रेस का खाता नहीं खुला है. इससे पहले भाजपा ने 1993 में 49 सीट जीतकर दो तिहाई बहुमत हासिल किया था, जिसके बाद मदन लाल खुराना, साहिब सिंह वर्मा और सुषमा स्वराज मुख्यमंत्री बनीं.
- 1998 के बाद, कांग्रेस ने 15 साल तक शासन किया और 2013 से आम आदमी पार्टी ने सरकार बनाई थी. इस चुनाव में भाजपा ने 71 फीसदी स्ट्राइक रेट के साथ 40 सीटें जोड़ी हैं. पार्टी ने 68 सीटों पर चुनाव लड़ा था. दूसरी तरफ, आम आदमी पार्टी को 40 सीटों का नुकसान हुआ, और उनका स्ट्राइक रेट 31 फीसदी रहा. भाजपा ने पिछले चुनाव (2020) के मुकाबले अपने वोट शेयर में 9 फीसदी से अधिक की वृद्धि की है, जबकि आप का वोट शेयर लगभग 10 फीसदी घटा है. कांग्रेस को कोई सीट नहीं मिली, लेकिन उन्होंने अपने वोट शेयर में 2 फीसदी की वृद्धि की है.
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