चक्रवात ‘रेमल' (Cyclone 'Remal) भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील होने के बाद अब लैंडफॉल की शुरुआत हो गयी है. मौसम विभाग ने बताया है कि ‘रेमल' के तटों पर पहुंचने पर 110 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती है. चक्रवात के कारण पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों में भारी बारिश हो रही है. लैंडफॉल की प्रक्रिया अगले 2-3 घंटे तक चलने का अनुमान लगाया गया है. तटीय इलाकों में हवाएं तेज होती जा रही हैं. समुद्र में तेज लहरे उठने लगी हैं. चक्रवात के आगे बढ़ने के साथ ही हवा और तेज होती जाएगी और बारिश की मात्रा भी बढ़ती जाएगी.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को चक्रवाती तूफान ‘रेमल' से निपटने के लिए की गई तैयारियों की समीक्षा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की. राज्य मंत्री अखिल गिरी ने कहा, ‘‘पूर्व में चक्रवात अम्फान और चक्रवात यास से निपटने में हमारे अनुभव का अच्छा उपयोग किया जाएगा.''
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉ सीवी आनंद बोस ने कहा कि वह स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं और चक्रवात से निपटने को लेकर समन्वित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए राज्य और केंद्रीय विशेषज्ञों के साथ लगातार संपर्क में हैं.
बोस ने बंगाल के तटीय क्षेत्रों में निवासियों के लिए सुरक्षा के महत्व पर जोर दिया और उनसे चक्रवात के मद्देनजर मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) का पालन करने का आग्रह किया.
चक्रवात के कारण पहले ही दीघा, काकद्वीप और जयनगर जैसे इलाकों में हल्की बारिश के साथ हवाएं चल रही हैं, जिसके सोमवार को और तेज होने की संभावना है.
कोलकाता में मौसम विज्ञान विभाग के पूर्वी क्षेत्र के प्रमुख सोमनाथ दत्ता ने कहा कि दक्षिण बंगाल के कई जिलों में रविवार शाम से 45 से 55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी, जिससे कोलकाता, हावड़ा, हुगली और पूर्व मेदिनीपुर प्रभावित होंगे.
मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल के दक्षिण और उत्तर 24 परगना जिलों में बाढ़ और कमजोर इमारतों, बिजली और संचार की लाइन, कच्ची सड़कों, फसलों और बगीचों को बड़ी क्षति पहुंचने की चेतावनी दी है.
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 14 टीम को कोलकाता, उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, हावड़ा और हुगली सहित दक्षिण बंगाल के जिलों में तैनात किया गया है. चक्रवात को देखते हुए पूर्वी और दक्षिण पूर्वी रेलवे ने एहतियात के तौर पर दक्षिण और उत्तर 24 परगना और पूर्व मेदिनीपुर जिले के तटीय जिलों में कई ट्रेन सेवाएं रद्द कर दी हैं.
कोलकाता हवाई अड्डे के अधिकारियों ने चक्रवात ‘रेमल' के संभावित प्रभाव के कारण रविवार दोपहर से 21 घंटे के लिए उड़ान संचालन निलंबित करने का फैसला किया है. भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण (एएआई) के एक प्रवक्ता ने कहा कि उड़ान निलंबन अवधि के दौरान अंतरराष्ट्रीय और घरेलू दोनों क्षेत्रों में आने-जाने वाली कुल 394 उड़ानों का हवाई अड्डे से संचालन नहीं होगा.
मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल के दक्षिण और उत्तर 24 परगना जिलों में बाढ़ और कमजोर इमारतों, बिजली और संचार की लाइन, कच्ची सड़कों, फसलों और बगीचों को बड़ी क्षति पहुंचने की चेतावनी दी है.
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 14 टीम को कोलकाता, उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, हावड़ा और हुगली सहित दक्षिण बंगाल के जिलों में तैनात किया गया है. चक्रवात को देखते हुए पूर्वी और दक्षिण पूर्वी रेलवे ने एहतियात के तौर पर दक्षिण और उत्तर 24 परगना और पूर्व मेदिनीपुर जिले के तटीय जिलों में कई ट्रेन सेवाएं रद्द कर दी हैं.
कोलकाता हवाई अड्डे के अधिकारियों ने चक्रवात ‘रेमल' के संभावित प्रभाव के कारण रविवार दोपहर से 21 घंटे के लिए उड़ान संचालन निलंबित करने का फैसला किया है. भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण (एएआई) के एक प्रवक्ता ने कहा कि उड़ान निलंबन अवधि के दौरान अंतरराष्ट्रीय और घरेलू दोनों क्षेत्रों में आने-जाने वाली कुल 394 उड़ानों का हवाई अड्डे से संचालन नहीं होगा.
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