- बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवाती तूफान मोंथा मंगलवार को आंध्र प्रदेश तट पर करीब शाम सात बजे पहुंचा.
- मोंथा के कारण आंध्र प्रदेश और ओडिशा के कई जिलों में जनजीवन प्रभावित हुआ और भारी वर्षा हो रही है.
- आंध्र प्रदेश में लगभग 38,000 हेक्टेयर फसलें नष्ट हुईं और 1.38 लाख हेक्टेयर बागान को नुकसान पहुंचा है.
बंगाल की खाड़ी में उग्र चक्रवाती तूफान 'मोंथा' मंगलवार को आंध्र प्रदेश तट पर दस्तक दे चुका है. 'मोंथा' के कारण दक्षिणी राज्य में चक्रवात का असर देखने को मिल रहा है. पड़ोसी राज्य ओडिशा में भी इसका प्रभाव महसूस किया गया. जहां 15 जिलों में जनजीवन प्रभावित हुआ. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि चक्रवात के तट से टकराने की प्रक्रिया शाम करीब सात बजे शुरू हुई और बंगाल की खाड़ी में बनी यह मौसम प्रणाली मछलीपट्टनम और कलिंगपट्टनम के बीच काकीनाडा के आसपास आंध्र प्रदेश के तट को पार करेगी. आईएमडी ने 110 किमी/घंटा से हवा चलने की चेतावनी दी है.
The #landfall #process continues and the landfall process will continue for next #2hours.
— India Meteorological Department (@Indiametdept) October 28, 2025
It is likely to move northwestwards and cross Andhra Pradesh & Yanam coast between Machilipatnam and Kalingapatnam, to the south of Kakinada during next 2 hours as a #Severe #CyclonicStorm… pic.twitter.com/YNS9ypzekS
आईएमडी के मुताबिक, चक्रवात के तट से गुजरने के दौरान हवा की गति 90 से 100 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी, जो 110 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है.
चक्रवाती तूफान 'मोंथा' को देखते हुए ओडिशा में भी सतर्कता बरती जा रही हैय गंजम, पुरी, जगतसिंहपुर में 200 राहत केंद्र, 2,000 आपदा केंद्रों को तैयार किया गया है. दक्षिणी ओडिशा के आठ जिलों मलकानगिरी, कोरापुट, रायगढ़ा, गजपति, गंजम, कंधमाल, कालाहांडी और नवरंगपुर से नुकसान की प्रारंभिक खबरें प्राप्त हुई है. हालांकि, क्षेत्र के कुल 15 जिलों में जनजीवन प्रभावित हुआ है. गजपति जिले के अनाका ग्राम पंचायत से प्राप्त जानकारी के अनुसार, पास की पहाड़ियों से बड़े-बड़े पत्थर गिरे, जिससे पांच गांवों की सड़कें अवरुद्ध हो गईं.
स्थानीय पंचायत पदाधिकारी बालकृष्ण मलिक ने बताया, “ इस जगह को पहले भूस्खलन-प्रवण क्षेत्र के रूप में पहचाना गया था. इसलिए सड़कों से पत्थरों को जल्द से जल्द हटाने के लिए व्यवस्था की गई है.”
पेड़ उखड़कर महिला पर गिरा
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि कोनासीमा जिले के मकानगुडेम गांव में तूफान के कारण ताड़ का पेड़ उखड़कर एक महिला के ऊपर गिर गया, जिससे उसकी मौत हो गई. चक्रवात के प्रभाव से आंध्र प्रदेश में 38,000 हेक्टेयर में लगी फसलें नष्ट हो गईं और 1.38 लाख हेक्टेयर बागान को भी भारी नुकसान पहुंचा. लगभग 76,000 लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया, जबकि सरकार ने विभिन्न जगहों पर 219 चिकित्सा शिविरों की व्यवस्था की. चक्रवात को ध्यान में रखते हुए 865 टन पशु चारे का भी इंतजाम किया गया है.
सरकार ने कृष्णा, एलुरु और काकीनाडा सहित चक्रवात प्रभावित जिलों में मंगलवार रात 8:30 बजे से बुधवार सुबह छह बजे तक सड़कों पर वाहनों की आवाजाही स्थगित करने का निर्णय लिया है. हालांकि, आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं को इससे छूट दी जाएगी.
कुल 120 ट्रेन रद्द
एक अधिकारी ने कहा कि भारतीय रेलवे ने मंगलवार को पूर्वी तटीय रेलवे क्षेत्र के वाल्टेयर डिवीजन में कई ट्रेन को या तो रद्द कर दिया, या फिर उनके मार्ग में परिवर्तन किया या उनका समय पुनर्निर्धारित किया. उन्होंने बताया कि इसी तरह दक्षिण मध्य रेलवे (एससीआर) क्षेत्र ने सोमवार और मंगलवार को कुल 120 ट्रेन रद्द कीं. भीषण चक्रवाती तूफान ‘मोंथा' के कारण मंगलवार को विशाखापत्तनम हवाई अड्डे से संचालित होने वाली सभी 32 उड़ानें रद्द कर दी गईं. इसी तरह, विजयवाड़ा हवाई अड्डे से 16 उड़ानें रद्द कर दी गईं, जबकि पांच उड़ानों का सफल संचालन किया गया.
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि 3,778 गांवों में भारी बारिश होने का अनुमान है. मौसम विभाग ने मंगलवार को कहा कि ‘मोंथा' के आंतरिक आंध्र प्रदेश और दक्षिणी ओडिशा सहित आसपास के इलाकों में दस्तक देने के बाद छह घंटे तक अपनी तीव्रता बनाए रखने की आशंका है.
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