संसद के शीतकालीन सत्र (Parliament Winter Session)के 12वें दिन मंगलवार (19 दिसंबर) को भी लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष का जमकर हंगामा हुआ. संसद की सुरक्षा में हुई सेंधमारी (Parliament Security Breach)को लेकर विपक्षी सांसदों ने केंद्र से जवाब की मांग करते हुए नारेबाजी की. हंगामे के चलते लोकसभा (Lok Sabha) और राज्यसभा की कार्यवाही सुबह से 3 बार स्थगित करनी पड़ी. इसके बाद लोकसभा से विपक्ष के 49 सांसदों को निलंबित कर दिया गया. हंगामा करने के कारण अब कुल 141 सांसदों को निलंबित किया जा चुका है. निलंबित सांसदों में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद शशि थरूर ( Shashi Tharoor)का नाम भी शामिल हैं. हालांकि, थरूर ने निलंबित होने के कुछ मिनट पहले ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इसकी भविष्यवाणी कर दी थी.
केरल के तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने मंगलवार को X (पहले ट्विटर) पर पोस्ट करके बताया था कि अपने 15 साल के संसदीय करियर में उन्होंने पहली बार तख्ती के साथ लोकसभा के वेल में एंट्री की. उन्हें निलंबित होने की उम्मीद है. इसके कुछ देर बाद ही 48 सांसदों के साथ थरूर को भी सस्पेंड कर दिया गया.
For the first time in my parliamentary career of nearly 15 years, I too entered the well of the House holding a placard calling for a discussion on the recent security breach. I did so out of solidarity with my @INCIndia colleagues, who have been unjustly suspended for demanding…
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) December 19, 2023
शशि थरूर ने X पर लिखा, "करीब 15 साल के संसदीय करियर में पहली बार मैंने हालिया सुरक्षा उल्लंघन पर चर्चा के लिए एक तख्ती लेकर लोकसभा के अंदर गया था. मैंने अपने कांग्रेस सहयोगियों के साथ एकजुटता दिखाते हुए ऐसा किया, जिन्हें सरकार से जवाबदेही की मांग करने के लिए अन्यायपूर्ण तरीके से निलंबित किया गया है. मुझे उम्मीद है कि निलंबन होगा. किसी अनुचित प्रक्रिया द्वारा अपवित्र किया जाना वैसे भी सम्मान का प्रतीक है."
फारूक अब्दुल्ला और डिंपल यादव भी सस्पेंड
इस पोस्ट के किए जाने के कुछ मिनटों बाद ही शशि थरूर सदन के अंदर अनियंत्रित व्यवहार के आधार पर निलंबित किए जाने वाले 49 सांसदों में शामिल थे. नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला, एनसीपी की सुप्रिया सुले, समाजवादी पार्टी की डिंपल यादव को भी निलंबित किया गया है. लोकसभा में अब तक 95 सांसदों को निलंबित किया जा चुका है. सोमवार को 33 सांसदों को निलंबित किया गया था. 14 दिसंबर को 13 सांसद सस्पेंड हुए थे.
13 दिसंबर को हुई थी संसद की सुरक्षा में सेंधमारी
दरअसल, 13 दिसंबर को संसद भवन में आतंकी हमले की 22वीं बरसी थी. इसी दिन संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा की सुरक्षा में सेंध लगाई गई. दो युवक विजिटर्स गैलरी से अचानक सदन की बेंच पर कूद गए. वो कूदते-फांदते हंगामा करते हुए स्पीकर के चेयर की तरफ बढ़ रहे थे. इसी दौरान उन्होंने कुछ कलर स्मोक स्प्रे किया. इससे सदन में पीला धुआं फैल गया.
संसद के बाहर भी हुआ हंगामा
वहीं, संसद के बाहर भी एक महिला और एक पुरुष ने हंगामा किया और नारेबाजी की. चारों को गिरफ्तार कर लिया गया है. उन्हें 7 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया है. वहीं, पुलिस ने पूरे मामले के मास्टरमाइंड ललित झा समेत 3 लोगों को भी गिरफ्तार किया है, जिन्होंने इनकी मदद की थी.
क्या है विपक्षी सांसदों की मांग?
विपक्षी सांसद इसी मामले को लेकर बीते 5 दिन से संसद में विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. विपक्षी सांसदों की मांग है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सदन में आकर इस मामले पर बयान दें.
ये भी पढ़ें:-
संसद से करीब 100 विपक्षी सांसदों के निलंबन के बीच INDIA गठबंधन की अहम बैठक आज
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं