गोवा (Goa) में कांग्रेस ने उसके ग्यारह विधायकों में से दो जिसमें दिगंबर कामत (Digambar Kamat) और माइकल लोबो (Michael Lobo) को दलबदल विरोधी कानून के तहत अयोग्य घोषित किए करने की मांग की है. इसके लिए विधानसभा अध्यक्ष के सामने याचिका दायर की है. पूर्व मुख्यमंत्री, कामत ने कहा कि वह "हैरान और स्तब्ध" थे, क्योंकि कांग्रेस के राज्य प्रभारी दिनेश गुंडू राव ने उन पर और लोबो पर सत्तारूढ़ भाजपा के साथ मिलकर में पार्टी को विभाजित करने की कोशिश करने का आरोप लगाया था. गोवा कांग्रेस अध्यक्ष अमित पाटकर ने सोमवार को कहा कि इस समय पार्टी के साथ सात विधायक हैं, जिनकी संख्या रविवार को पांच बताई जा रही थी. पाटकर ने कहा कि वरिष्ठ नेता मुकुल वासनिक गोवा पहुंच गए हैं और आज रात नए नेता प्रतिपक्ष के नाम की घोषणा की जाएगी.
उन्होंने कहा कि वासनिक कांग्रेस विधायक दल के साथ बैठक करेंगे. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘विधायक एलीक्सो सीक्वेरा और एक अन्य विधायक हमारे पास आए हैं. रविवार शाम को हमारे साथ पांच विधायक थे, अब हमारे साथ सात विधायक हैं.'' हालांकि पाटकर ने सातवें विधायक का नाम नहीं बताया. कांग्रेस ने रविवार को कहा था कि गोवा में उसके 11 विधायकों में से पांच से संपर्क नहीं हो पा रहा है.
सूत्रों ने कहा कि आज सुबह एक बैठक में उनकी उपस्थिति का हवाला देते हुए कांग्रेस के पास अब भी उसके सात विधायक हैं. लोबो और कामत के अलावा, संपर्क में नहीं रहने वाले चार, केदार नाइक और लोबो की पत्नी दलीला लोबो की भी सदस्यता खतरे में है.
पार्टी ने लोबो को राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद से हटा दिया था. गोवा विधानसभा में 40 सदस्य हैं, जिन पांच विधायकों से संपर्क नहीं हो पा रहा था, उन्होंने सोमवार सुबह शुरू हुए राज्य विधानसभा के मानसून सत्र में भाग लिया. उन्होंने दावा किया कि विपक्षी दल में कुछ भी गड़बड़ नहीं है. इन विधायकों की पहचान माइकल लोबो, दिगंबर कामत, केदार नायक, राजेश फलदेसाई तथा डेलियाला लोबो के रूप में की गई है.
कांग्रेस के गोवा प्रभारी दिनेश गुंडू राव ने भी कहा कि जिन विधायकों से संपर्क नहीं हो पा रहा, उन्हें छोड़कर पांच अन्य विधायक कांग्रेस के साथ हैं. इनमें ए डीकोस्टा, संकल्प आमोनकर, यूरी अलेमाओ, कार्लाेस अल्वारेस फरेरा और रूडोल्फ फर्नाडीज हैं. ये पांच विधायक रविवार को राव के संवाददाता सम्मेलन में उपस्थित थे.
राव ने कहा था कि छठे विधायक सीक्वेरा भी कांग्रेस नेताओं के साथ संपर्क में हैं और पार्टी के साथ हैं. सोमवार को पाटकर ने कहा कि कांग्रेस संभवतः रात में नए नेता प्रतिपक्ष का नाम घोषित करेगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने विधानसभा अध्यक्ष रमेश तवाडकर से मुलाकात कर उन्हें विपक्ष के नेता पद से माइकल लोबो को हटाने के बारे में जानकारी दी.
माइकल लोबो ने दी सफाई
कांग्रेस पहले ही विपक्ष के नेता माइकल लोबो को हटा चुकी है. लोबो, जिन्होंने इस साल की शुरुआत में चुनाव से ठीक पहले भाजपा से कांग्रेस में प्रवेश किया था, ने कहा है, "किसी ने भी मुझसे संपर्क नहीं किया है और इस तरह (दलबदल के बारे में) कोई विचार नहीं है."
कांग्रेस के प्रभारी दिनेश गुंडू राव ने कहा है कि दोनों नेता अपने व्यक्तिगत कारणों से दलबदल करने की कोशिश कर रहे थे: "एक व्यक्ति - दिगंबर कामत ने अपनी रक्षा के लिए ऐसा किया, क्योंकि उनके खिलाफ कई सारे मामले हैं; और दूसरा व्यक्ति माइकल लोबो सत्ता और पद के लिए ऐसा कर रहे थे. भाजपा ऐसा करके विपक्ष को खत्म करना चाहती है."
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