
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना से पहुंचे मिलने. उपमुख्यमंत्री सह शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया के घर सीबीआई की रेड के बाद पहली बार दोनों आमने-सामने हुए. हर शुक्रवार को मुख्यमंत्री और उपराज्यपाल की रूटीन बैठक तय होती है. लेकिन मनीष सिसोदिया के घर रेड के बाद पहली बार दोनों की मुलाकात आज हुई. करीब 40 मिनट तक बैठक चली.
मीटिंग के बाद अरविंद केजरीवाल बोले, " हमारी साप्ताहिक बैठक एलजी के साथ हर शुक्रवार को होती है. पिछले कुछ हफ्तों से हो नहीं पाई क्योंकि मैं बाई चांस दिल्ली में नहीं था. आज एलजी के साथ मीटिंग हुई. काफी अच्छे वातावरण में अच्छी मीटिंग हुई कई मुद्दों पर चर्चा हुई."
केजरीवाल ने कहा, " मैंने एलजी से निवेदन किया है कि मिलकर एमसीडी को थोड़ा दुरुस्त करते हैं क्योंकि दिल्ली में सफाई की काफी ज्यादा समस्या हो गई है. चारों तरफ गंदगी काफी फैलती जा रही है. जो कूड़े के पहाड़ हैं, अभी उनको जिस स्पीड से कम करने का सिलसिला चल रहा है, उस स्पीड से तो काफी समय लग जाएगा."
सीएम ने कहा, " इस बारे में मैंने कहा कि अगर दिल्ली सरकार की तरफ से कोई भी मदद चाहिए तो हम करने को तैयार हैं. इन दो मुद्दों पर काफी चर्चा हुई. एक तो कूड़े के पहाड़ को कैसे ठीक किया जाए और दूसरा कि दिल्ली में सफाई की व्यवस्था को कैसे ठीक किया जाए क्योंकि सफाई की बहुत ज्यादा शिकायत आ रही है."
एलजी और सरकार के बीच तनातनी की परिस्थिति पर उन्होंने कहा, " जो कुछ भी हुआ, वो दुर्भाग्यवश है. मैं उम्मीद करता हूं कि परिस्थिति में सुधार आनी चाहिए. हम दोनों के बीच में काफी अच्छे वातावरण में काफी अच्छी बात हुई. "
बता दें कि आबकारी नीति में कथित घोटाले को लेकर उपराज्यपाल से तनातनी के बीच केजरीवाल का उनसे मिलने पहुंचना काफी अहम है. एक ओर जहां एलजी की ओर से शराब नीति को लेकर केजरीवाल सरकार को सवालों के कठघरे में किया जा रहा है. वहीं, दूसरी ओर आप की ओर से एलजी पर घोटाले का आरोप लगाया गया है.
बीते दिनों आप विधायक दुर्गेश पाठक ने दिल्ली विधानसभा में सक्सेना पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए दावा किया था कि उन्होंने 2016 में खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) के अध्यक्ष के रूप में अपने कार्यकाल में चलन से बाहर हो चुके भारतीय मुद्रा के नोटों को बदलवाया था. आप ने इस मामले में 1,400 करोड़ रुपये का घोटाला होने का आरोप लगाते हुए सक्सेना के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग की थी.
इस बात से नाराज एलजी ने वकील के जरिए आम आदमी पार्टी, आतिशी, दुर्गेश पाठक, सौरभ भारद्वाज, संजय सिंह और जैस्मीन शाह को लीगल नोटिस भेजा है. एलजी की तरफ से भेज गए नोटिस में इस पर आपत्ति जाहिर की गई है. विधानसभा में इस मुद्दे को लेकर जो नारे लगाए गए थे और ट्वीटर पर जो हैशटैग चलाया गया (#LG Saxena ko Girftar karo, #LG Saxena chor hai) इन पर भी नोटिस में सवाल उठाया गया है.
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