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1 day ago
नई दिल्ली:

Parliament Winter Session Live Updates: संसद के शीतकालीन सत्र में बुधवार को चुनाव सुधार पर जारी चर्चा का जवाब देते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष पर तीखे वार किए. उन्होंने कहा कि SIR के नाम पर झूठ फैलाया जा रहा है. SIR मतदाता सूची का शुद्धिकरण है. यह जरूर है कि उससे कुछ दल आहत हो रहे हैं. ये ऐसे दल हैं जिन्हें देश के लोग वोट नहीं दे रहे हैं, उन्हें लगता है कि चलिए विदेशी वोट ही मिल जाएं. शाह ने कहा कि SIR का मतलब यह है कि जिनकी मृत्यु हो गई है वोटर लिस्ट से उनके नाम कट जाएं, न मतदाताओं के नाम जुड़ जाएं और जो विदेश नागरिक हैं उनके नाम चुन-चुनकर डिलीट किए जाएं.

राहुल गांधी और अमित शाह में तीखी बहस

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शाह का कटाक्ष, इन्होंने परमाणु बम फोड़ा था... विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने 5 नवंबर 2025 को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में परमाणु बम फोड़ा. उस परमाणु बम के अंदर उन्होंने कहा कि हरियाणा में एक ही परिवार के 500 वोट पड़ गए. चुनाव आयोग ने स्पष्टीकरण दिया कि हाउस नंबर 265 कोई छोटा मकान नहीं है. एक एकड़ के पुश्तैनी प्लॉट में अनेक परिवार बसे हैं. उसमें हर परिवार के घर का नंबर नहीं दिया गया है. इसलिए सब जगह हाउस नंबर 501 दिया गया. जब हरियाणा में कांग्रेस की सरकार चुनी गई, यह नंबर इसी तरह से चल रहा है. यह कोई न फर्जी घर है, न फर्जी वोटर. 

चुनौती देता हूं vs वे तय नहीं करेंगे:अमित शाह के भाषण के दौरान उस समय माहौल गर्मा गया जब नेता विपक्ष राहुल गांधी ने शाह को बीच में टोकते हुए कहा कि भाषण में उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस का संदर्भ दिया जा रहा है. वह गृह मंत्री को चुनौती देते हैं कि उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस के मुद्दों पर ही चर्चा कर लें. इस पर अमित शाह ने भी पलटकर जवाब देते हुए कहा कि उन्हें क्या बोलना है, क्या नहीं यह वह तय करेंगे. उनके भाषण का क्रम कोई और तय नहीं करेगा.  जानिए बुधवार को लोकसभा में क्या कुछ हुआ...

वोट चोरी से नहीं, देशहित के मुद्दों पर आपके विरोध से हम जीत रहेः अमित शाह

अमित शाह ने आपने कहा- वोट चोरी से जीते इसलिए जीते. लेकिन ऐसा नहीं है, आपने एयर स्ट्राइक का विरोध किया इसलिए हम जीते, आपने सर्जिकल स्ट्राइक का विरोध किया, इसलिए हम जीते, आपने धारा 370 का विरोध किया, इसलिए हम जीते, आपने तीन तलाक का विरोध किया, इसलिए हम जीते, अब आप एक देश एक कानून का विरोध कर रहे हैं, हम आगे भी जीतेंगे. हम जीतते हैं क्योंकि जनता हमें जिताती है.

वामपंथी विचारधारा इस देश की जनता को स्वीकार नहीं है: अमित शाह

अमित शाह ने कहा कि वामपंथी विचारधारा इस देश की जनता को स्वीकार नहीं है. इसलिए वामपंथी विचारधारा देश से लुप्त हो रही है. अमित शाह राहुल गांधी द्वारा आरएसएस के लोगों के शीर्ष पदों पर नियुक्ति पर जवाब दे रहे थे.  

घुसपैठियों पर सवाल उठाया तो ये भाग गएः अमित शाह

लोकसभा में चुनाव सुधार पर जवाब देते हुए अमित शाह ने कहा कि मैं इतने समय से इतने आरोप लगा रहा था, तब ये लोग नहीं भागे. जब मैंने घुसपैठियों पर सवाल उठाया तो ये लोग भाग गए.

अमित शाह के भाषण के बीच विपक्षी सदस्यों का सदन से वॉकआउट

अमित शाह के भाषण के बीच विपक्षी सदस्यों ने सदन से वॉकआउट कर दिया. अमित शाह चुनाव सुधार पर सदन में उठे सवालों का जवाब दे रहे थे. इसी बीच कई बार सदन में हंगामे की स्थिति बनी. फिर शाम सवा 6 बजे के करीब विपक्षी सदस्यों ने सदन से वॉकआउट किया.

चुनाव आयुक्त की नियुक्ति पर अमित शाह का पूरा जवाब

लोकसभा में चुनाव सुधार पर जवाब देते हुए अमित शाह ने कहा जनता हमको सुनती है और हम जवाब देते हैं. 1950 से लेकर 2023 तक कोई कानून नहीं था. बाद में 2023 में एक अनूप बरनवाल बनाम भारत सरकार मुकदमा होगा एससी ने कहा कि चुनाव आयोग की नियुक्ति थोड़ी पारदर्शी हो, सुझाव ही था ऑर्डर नहीं था. सॉलिसिटर जनरल ने कहा कि हमें कानून बनाने में थोड़ी देर लगेगी तो जबतक कानून नहीं बनता चीफ जस्टिस भारत की अध्यक्षता में कमिटी बने पीएम और विपक्ष के नेता उसमें हो. हमें कोई आपत्ति नहीं. 2023 में कानून बन गया, विपक्ष के नेता पीएम तय करेंगे वो मंत्री और पीएम खुद चुनाव आयुक्त और मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति करेंगे.
अभी आपको 33 फीसदी हिस्सा है न हमारा तो था ही नहीं. नवीन चावला की आपातकाल को लेकर गठित शाह आयोग ने कहा था कि उनकी भूमिका निष्पक्ष नहीं है, उनको मुख्य चुनाव आयुक्त बनाया गया. जबकि मुख्य चुनाव आयुक्त गोपाल स्वामी ने इनके खिलाफ पक्षपात के सबूत भी भेजे खारिज कर दिया, सुने नहीं, हमारे समय ऐसा नहीं हुआ. हमारे समय विरोध होता है. आप कहते हैं वहां दो लोग होते हैं और आप एक होते हैं ये तो देश की जनता 140 करोड़ लोग तय करते हैं कि चयन में 66 फीसदी कौन होगा और 33 प्रतिशत कौन होगा. आपको चुनेंगे तो आप यहां होंगे तो आप भी 66 फीसदी होंगे.

45 दिन बाद सीसीटीवी फुटेज नष्ट करने के सवाल पर अमित शाह जवाब

विपक्ष ने सीसीटीवी फुटेज 45 दिन में नष्ट करने पर सवाल उठाया. अमित शाह ने इस सवाल पर कहा- जन प्रतिनिधित्व कानून की धारा 85 में एक प्रावधान है, चुनाव में भी 45 दिन के भीतर ही चुनौती दे सकते है. उसके बाद नहीं दे सकते है. इतनी समझ नहीं है इनको. यह कानून 1951 से है. तब सीसीटीवी फुटेज नहीं था. तब पर्ची थी, यह कानून पर्ची के लिए थी. अब सीसीटीवी फुटेज है. उसके लिए भी नियम है.  

1950 से 2023 तक चुनाव आयुक्त की नियुक्ति का कोई कानून नहीं थाः अमित शाह

चुनाव आयुक्त की नियुक्ति पर अमित शाह ने कहा कि 1950 से लेकर 2023 तक कोई कानून नहीं था. उस समय सुप्रीम कोर्ट ने सुझाव दिया कि आयोग के नियुक्ति में पारदर्शी तरीके अपनाए.  हम तो अभी 33 फीसदी इनको भूमिका देते है यह तो अपने समय मे कुछ नहीं देते थे.

प्रधानमंत्री चुनते थे चुनाव आयुक्त, अमित शाह बताया इतिहास

अमित शाह ने कहा कल विपक्ष के नेता ने तीन सवाल पूछे थे. 73 साल में चुनाव आयोग के नियुक्ति का कोई कानून नहीं था. सीधे पीएम करते थे. चुनाव आयुक्त चुनने की कांग्रेस पार्टी ने यह परंपरा बनाई थी कि प्रधानमंत्री सीधे फाइल राष्ट्रपति को भेजते थे और राष्ट्रपति के पास से नोटिफिकेशन जारी होता था. 29 चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति इसी तरह से हुई. 

कांग्रेस ने चुनाव आयोग को कोई शिकायत नहीं दीः अमित शाह

अमित शाह ने कहा कि चुनाव आयोग के पास कांग्रेस ने कोई भी आवेदन नहीं दिया है. अमित शाह के ऐसा कहने पर विपक्षी सदस्य सवाल उठाने लगे.

अमित शाह के भाषण के बीच सवाल उठाते दिखे विपक्षी सदस्य, स्पीकर ने समझाया

चुनाव सुधार पर अमित शाह के भाषणों के बीच विपक्षी सांसदों ने कई सवाल भी उठाए. कई सदस्य उठकर सवाल उठाते दिखे तो कई सदस्य बैठे-बैठे टीका-टिप्पणी कर रहे थे. इस पर स्पीकर विपक्षी सांसदों को समझाते दिखे. 

पीएम मोदी का अनुसरण करने पर बीपी बढ़ जाता हैः अमित शाह

अमित शाह ने कहा कि कल मैंने यहीं बैठकर विपक्ष के नेता का भाषण सुना. उनका पूरा भाषण धागों में उलझ गया. ये कहते हैं पीएम का शेड्यूल देखकर चुनाव आयोग चुनाव तय करता है, चुनाव होने से पहले का एक महीने का शेड्यूल होता है. पीएम को लगभग 40 महीना हो गया. इसमें से किसी एक महीने का शेड्यूल निकाल लो पीएम की गति ही इतनी है कि तो इतने ही प्रवास करते मिलेंगे, इसमें चुनाव का कोई लेनदेन नहीं है, हमारे पीएम जनसंपर्क में आजादी के बाद सबसे ज्यादा प्रवास करते हैं, मैं मोदी जी को जानता हूं 2001 से जानता हूं. एक भी दिन छुट्टी नहीं, एक भी वेकेशन नहीं, लगातार काम. मैंने कभी नहीं देखा उनको बैठे हुए. कई बार इनका अनुसरण करने का प्रयास करते हैं तो बीपी बढ़ जाता है.

ये सिर्फ प्रेस में आरोप लगाते हैं, न कोर्ट जाते हैं न चुनाव आयोग में जाते हैंः अमित शाह

अमित शाह ने कहा कि ये सिर्फ प्रेस में आरोप लगाते हैं. न अदालत जाते हैं न चुनाव आयोग में जाते हैं. अमित शाह ने ईवीएम टेस्टिंग का उदाहरण बताते हुए कहा कि 2017 में चुनाव आयोग फिर इस निर्णय पर पहुंचा कि आने वाला सब चुनाव ईवीएम से होगा. मैं भी थोड़ा जागरूक हूं जब चुनाव आयोग कह रहा कि कुछ नहीं हो रहा है तो मैंने सोचा कि फिर आरोप क्यों लग रहे हैं.
मैंने सोचा कि कुछ गलती नहीं है. फिर मुझे याद आया जब इनके जमाने में चुनाव होते थे बिहार और यूपी में चुनाव होती थी पूरे बक्से हाईजैक हो जाते थे, ईवीएम आने से ये बंद हो गया, चुनाव आयोग की चोरी बंद हो गई है इसलिए पेट में दर्द हो रहा है, ईवीएम का दोष नहीं है चुनाव जीतने का जीतने का तरीका जनादेश नहीं था, गलत प्रक्टिस नहीं है, जनादेश से चुनाव नहीं जीत पा रहे हैं.

अमित शाह ने कहा- 2014-25 में हम 44 चुनाव जीते, विपक्ष ने 30 जगहों पर चुनाव जीता

अमित शाह ने कहा 2014 में नरेंद्र मोदी की सरकार बनी. तीन लोकसभा हम चुनाव जीते, 41 राज्यों के हम चुनाव जीते. हम 44 चुनाव जीते. टोटल 2014-25 वो भी 30 जगहों पर चुनाव जीते, अगर मतदाता सूची गलत है तो कैसे चुनाव जीता, क्यों शपथ लिया.
राहुल गांधी जिस जगह से चुनाव जीते हैं वो वायनाड की मतदाता सूची ने मेरी पार्टी किसी प्रकार की डिस्क्रपेंसी नहीं बताया है, इसका कोई जवाब नहीं है. हमने अमेठी का भी बताया है इसका जवाब नहीं देते हैं. चुनाव में जो थोड़ी बहुत गलती होती है उसको कारण नहीं बना सकते हैं.
आपकी डिमांड है कि मतदाता सूची ठीक हो. वहीं चुनाव आयोग कर रहा है. वोट चोरी का मुद्दा लेकर पूरे बिहार में यात्रा निकाली फिर भी हार गए. हारने का कारण आपका नेतृत्व है हारने का कारण मतदाता सूची नहीं है. अगर ये मानते हैं कि कोई पूछने वाला नहीं है, भगवान करें कि मैं गलत हो जाऊं.. कांग्रेस के कार्यकर्ता इनका हिसाब मांगेंगे.
आजादी के साल में ऐसा कभी नहीं हुआ कि कोई जज फैसला सुनाए और उनके खिलाफ महाभियोग लेकर आ जाएं. अपनी वोट बैंक को अड्रेस करने के लिए महाभियोग लेकर आते हैां, साथ ही साथ उद्धव जी ने भी साइन कर दिया, उद्धव जी जजमेंट क्या है कि एक पहाड़ी पर मान्यता है कि यहां सबसे ऊपर दिया जलाया जाए. ये वोट बैंक को संभालने के लिए एक हाईकोर्ट के जज के खिलाफ महाभियोग लेकर आए हैं. देश की जनता उनको मदद नहीं करेगी.

अमित शाह ने कांग्रेस की तीन वोट चोरी के बारे में बताया

लोकसभा में चुनाव सुधार पर अमित शाह ने कांग्रेस की तीन वोट चोरी के बारे में बताया. 

कांग्रेस की पहली वोट चोरीः 

अमित शाह ने कहा कि वोट चोरी की जहां तक बात है, प्रधानमंत्री कौन बनेगा, यह कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्षों के वोट से तय हुआ. 28 प्रदेश अध्यक्षों ने सरदार पटेल के लिए वोट किया और दो ने पंडित नेहरू के लिए. पंडित नेहरू प्रधानमंत्री बने. 

कांग्रेस की दूसरी वोट चोरीः

दूसरी वोट चोरी अनैतिक तरीके से चुनाव जीतना. इंदिरा गांधी रायबरेली से चुनाव जीतीं और राजनारायण कोर्ट गए. कोर्ट ने तय कर दिया कि इंदिरा गांधी अनैतिक तरीके से जीतीं. इसे ढंकने के लिए संसद में कानून लाया गया कि प्रधानमंत्री के खिलाफ केस ही नहीं चल सकता. 

कांग्रेस की तीसरी वोट चोरी:

योग्यता नहीं है और मतदाता बन गए. अभी अभी एक वाद पहुंचा है कि सोनिया गांधी इस देश का नागरिक बनने से पहले मतदाता थीं. विपक्ष के हंगामे पर शाह ने कहा कि केस चल रहा है, ये फैक्चुअल है. जवाब तो सोनिया गांधी को कोर्ट में देना है. 

कांग्रेस के कार्यकर्ता इनका हिसाब मांगेंगेः अमित शाह

लोकसभा में चुनाव सुधार पर चर्चा करते हुए अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ता इनका हिसाब मांगेंगे कि इतने चुनाव क्यों हारे. वोट बैंक को संभालने के लिए जज के खिलाफ प्रस्ताव लेकर आए हैं.

इंदिरा रायबरेली से जीतीं, उस समय वोट चोरी हुई थीः अमित शाह

वोटचोरी का उदाहरण देते हुए अमित शाह ने लोकसभा में कहा- इंदिरा गांधी रायबरेली से जीतीं. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने तय किया कि इंदिरा ने उचित तरीके से चुनाव नहीं जीता, इसे रद्द करते हैं. ये वोट चोरी थी. इसे ढकने के लिए कानून लाया गया कि पीएम के खिलाफ केस नहीं हो सकता है.

आप दुनिया में भारत के लोकतंत्र की छवि धूमिल कर रहे हैंः अमित शाह

अमित शाह ने कहा हम भी विपक्ष में बैठे हैं. हम चुनाव जीतने से ज्यादा हारा है. हमलोगों का समय तो विपक्ष में ही चला गया. हमने चुनाव आयोग पर कभी आरोप नहीं लगाए. एक नया पैटर्न खड़ा हुआ. मैं पूरा वाक्य नहीं बताना चाहता, ममता, सतीश, राहुल, खरगे, तेजस्वी यादव, अखिलेश, बी सिवन कुट्टी, सोरेने, मान ने आरोप लगाए. पहले ये मामला केवल कांग्रेस में था लेकिन संपर्क का असर है कि अब सब इंडिया गठबंधन वाले आरोप लगा रहे हैं.
अमित शाह ने आगे कहा कि चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था है. संवैधानिक प्रक्रिया पर सवाल खड़े करके और अर्नलगल आरोप करके एक प्रकार से पूरी दुनिया में इसकी छवि को धूमिल करने का काम कर रहे हैं, आपको लगता है कि सरकार की छवि धूमिल कर रहे हैं तो ये गलत है, आप दुनिया में भारत के लोकतंत्र की छवि धूमिल कर रहे हैं. ये वोट चोरी वोट चोरी करते रहे और यात्रा निकाली और बिहार में हम दो तिहाई बहुमत से जीते. देश के अंदर चुनाव न जीते तो चुनाव आयोग को बदनाम करो.

हम जितना चुनाव जीते, उससे ज्यादा हारे, कभी चुनाव आयोग पर आरोप नहीं लगाएः अमित शाह

चुनाव सुधार पर जवाब देते हुए अमित शाह ने कहा कि हम जितना चुनाव जीते है उससे ज़्यादा हारे है. हमने चुनाव आयोग पर आरोप नहीं लगाए है. यह तटस्थ संस्था है. आप इस पर अर्नगल आरोप लगाकर छवि को धूमिल कर रहे है.

नागरिक बनने से पहले मतदाता बन गई थी सोनिया गांधीः अमित शाह

अमित शाह ने कहा- अभी अभी दिल्ली की अदालत में एक डिस्प्यूट पहुंचा है कि सोनिया गांधी इस देश की नागरिक बनने से पहले मतदाता कैसे बन गईं. मैंने इतना कहा है कि अदालत में केस चल रहा है, ये फैक्चुअल है, जवाब तो सोनिया गांधी को अदालत में देना है, वो यहां क्यों दे रहे हैं.

राहुल गांधी बोले- अमित शाह का जवाब रक्षात्मक

अमित शाह के जवाब पर राहुल गांधी ने कहा- आपने अमित शाह का जवाब देखा तो ये रक्षात्मक जवाब है, ये घबाराया हुआ और डरा हुआ जवाब है. ये सच्चा जवाब नहीं है.

अमित शाह बोले- मेरे बोलने का क्रम यह नहीं तय करेंगे

राहुल गांधी के सवालों पर अमित शाह ने कहा- मैं 30 साल से विधानसभा और संसद में चुनकर आता हूं, मुझे लंबा अनुभव है. नेता विपक्ष कहते हैं कि पहले आप मेरी बात का जवाब दीजिए. आपकी मुंसफी से संसद नहीं चलेगी. मेरे यहां बोलने का क्रम मैं तय करूंगा. इस तरह से नहीं चलेगी संसद. उनको धैर्य रखना चाहिए मेरा जवाब सुनने का. इनकी एक एक बात का मैं जवाब दूंगा. मगर मेरे भाषण का क्रम् ये तय नहीं कर सकते.

अमित शाह को राहुल गांधी ने दी चुनौती, कहा- मेरे प्रेस कॉफ्रेंस पर बहस हो जाए

अमित शाह के भाषण के बीच राहुल गांधी ने सवाल उठाया. राहुल गांधी ने कहा- पहली बार डिसीजन लिया गया कि चुनाव आयुक्त को पूरी इम्युनिटी दी जाए. इसके पीछे जो सोच थी वो हमें पहले बताए, हरियाणा की जहां बात हुई इन्होंने एक उदाहरण लिया वहां पर अनेक उदाहरण हैं, 19 लाख वहां फेक वोटर हैं.  मेरे प्रेस कॉन्फ्रेंस पर बहस हो जाए. अमित शाह को मैं चुनौती देता हूं कि आप इस पर बहस हो जाए.

बिहार की नीता देवी की उम्र में हुई गलती के बारे में अमित शाह ने बताया

अमित शाह ने बताया कि बिहार में एक मतदाता की उम्र जो 24 साल की थी उसका 124 साल बताया गया. ये सच था. बात में नीता देवी ने बताया था कि उन्होंने ऑनलाइन भरा था इसमें गड़बड़ हो गया.

अमित शाह ने कहा- मैं राहुल गांधी के सभी सवालों का जवाब दूंगा

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा- मेरा दायित्व है कि सही जानकारी देना. जितने आरोप लगे उनके जवाब देना. मैं राहुल गांधी के सभी सवालों का जवाबों दे रहा हूं. आगे कहा कि जब कोई व्यक्ति एक जगह से दूसरी जगह गया है तो नाम हटाने का अधिकार अधिकारी से वापस ले लिया गया. इसलिए ये परेशानी खड़ी हुई है. ये सामान्य गलतियां हैं. वोट काटने का जिसका अधिकार है उसे रोका गया. SIR से यही सुधरना है. विपक्ष इसे वोट चोरी कर रहा है। मैं बताता हूं वोट चोरी क्या है.

लोकसभा में अमित शाह और राहुल गांधी में तीखी बहस

लोकसभा में चुनाव सुधार पर चर्चा के दौरान अमित शाह और राहुल गांधी के बीच तीखी बहस हुई. अमित शाह ने राहुल गांधी के प्रेस कॉफ्रेंस पर जवाब देना शुरू किया. इस बीच राहुल गांधी ने कुछ सवाल उठाए. फिर अमित शाह ने कहा कि मेरे बोलने का क्रम मैं तय करूंगा आप नहीं तय करेंगे. 

अमित शाह ने राहुल गांधी के आरोपों का भी जवाब दिया

एसआईआर पर जवाब देते हुए अमित शाह ने राहुल गांधी के आरोपों का भी जवाब दिया. अमित शाह ने कहा विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने 5 नवंबर 2025 को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में परमाणु बम फोड़ा. उस परमाणु बम के अंदर उन्होंने कहा कि हरियाणा में एक ही परिवार के 500 वोट पड़ गए.
चुनाव आयोग ने स्पष्टीकरण दिया कि हाउस नंबर 265 कोई छोटा मकान नहीं है. एक एकड़ के पुश्तैनी प्लॉट में अनेक परिवार बसे हैं. उसमें हर परिवार के घर का नंबर नहीं दिया गया है. इसलिए सब जगह हाउस नंबर 501 दिया गया. जब हरियाणा में कांग्रेस की सरकार चुनी गई, यह नंबर इसी तरह से चल रहा है. यह कोई न फर्जी घर है, न फर्जी वोटर.

विदेशी नागरिकों का नाम चुन चुनकर डिलीट किया जाएगाः अमित शाह

चुनाव सुधार पर विपक्षी सासंदों के सवालों का जवाब देते हुए अमित शाह ने कहा,  एक चुनाव आयुक्त महोदय ने निर्णय लिया कि रिटर्निंग ऑफिसर मतदाता सूची में से नाम काटने का अधिकार नहीं होगा, उसके बाद किसी मौत हुई तो वो नाम भी नहीं कट सकता है, एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में गए तो भी नाम नहीं कट सकते हैं. एक व्यक्ति का ट्रांसफर हो गया, भारत सरकार का कर्मचारी है तो उसका नाम दो जगहों पर रहता था. 2010 में, मैं बख्शूंगा नहीं, आप चिंता मत करो. 2010 में ये व्यवस्था थी कि किसी का नाम मत काटो, उस वक्त भी कांग्रेस की सरकार थी. एसआईआर का मतलब क्या था किसी की मौत हो गई तो नाम मत काटो, जो 18 साल के हो गए हैं उनके नाम जुड़ जाएं और जो विदेशी नागरिक हैं उनको चुन चुनकर डिलीट किया जाए.

चुनाव सुधार पर चर्चाः लोकसभा में अमित शाह ने बताया SIR का इतिहास

चुनाव सुधार पर चर्चा करते हुए अमित शाह ने एसआईआर का इतिहास बताया. अमित शाह ने कहा कि एसआईआर आज क्यों हो रहा है, इतिहास बताते हैं तो नाराज हो जाते हैं. कोई भी देश इतिहास को छोड़कर कैसे आगे बढ़ सकता है. हमारे लोकतांत्रिक इतिहास की शुरुआत 1952 से हुई.

  1. पहला एसआईआर 1952 में हुआ. उस वक्त पीएम कौन थे- नेहरू.
  2. कांग्रेस पार्टी से दूसरा 1957 में हुआ और पीएम नेहरू थे.
  3. 1961 में उसमें भी नेहरू भी पीएम थे.
  4. 1965-66 में भी हुआ उस वक्त शास्त्री.
  5. 1983-84 में इंदिरा के समय एसआईआर हुआ.
  6. 1985-89 में राजीव गांधी के समय में हुआ.
  7. 1992-93, 95 में नरसिम्हा राव के समय में हुआ.
  8. 2002-03 में अटल बिहारी वाजपेयी के समय में हुआ.
  9. 2004 में एसआईआर समाप्त हुआ तब मनमोहन सिंह पीएम थे.

दो साल बीजेपी के पीएम थे और एक साल मनमोहन सिंह थे. 2004 के बाद सीधा 2025 में एसआईआर हो रहा है, इस बार हम हैं. आज तक इस प्रक्रिया का 2004 तक किसी भी दल ने विरोध नहीं किया. चुनाव को पवित्र रखने की प्रक्रिया है, अगर लोकतंत्र में चुनाव जिसके आधार पर होते हैं वो मतदाता सूची ही प्रदूषित हो तो चुनाव कैसे साफ सुथरे होंगे.

अमित शाह बोले- मतदाता होने की पहली शर्त की भारत का नागरिक होना चाहिए

चुनावी प्रक्रिया के प्रावधानों का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा सबसे पहली शर्त है मतदाता भारत का नागरिक होना चाहिए. चुनाव आयोग का दायित्व है कि वो एसआईआर करे. तीन बातों के आधार पर भारत के मतदाता होने की बात तय की गई है. मुख्य चुनाव आयुक्त और आयुक्त के पास इसका अधिकार है. आर्टिकल 27 पूर्ण अधिकार देता है कि चुनाव आयोग के पास मतदाता सूची बनाने का अधिकार है. 

SIR चुनाव को पवित्र रखने की प्रक्रियाः अमित शाह

अमित शाह ने कहा कि ऐसा नहीं है पहली बार एसआईआर हो रहा है. पहले भी एसआईआर हुआ है. ऐसा नहीं है यह पहली बार हो रहा है. मनमोहन सिंह के समय मे भी हुआ है. यह चुनाव को पवित्र रखने की प्रकिया है.

चुनावी प्रक्रिया के प्रावधान जब बने, तब हमारी सरकार नहीं थीः अमित शाह

चुनाव सुधार पर लोकसभा में अमित शाह ने कहा कि संविधान के अंदर चुनाव आयोग का गठन उसकी शक्तियां, चुनावी प्रक्रिया मतदान की परिभाषा के बारे में स्पष्ट प्रावधान है. प्रावधान जब किए गए तब हमारी पार्टी नहीं बनी थी. हमारी पार्टी के अलावा जो लोग हैं, इन लोगों ने संविधान सभा में चर्चा करके इसे बनाया गया. पूरी चुनाव की प्रक्रिया आज जो हो रहा है दोनों के बीच अंतर क्या और आरोप क्या है, इसका जवाब देता हूं. चुनाव आयोग को फ्री एंड फेयर इलेक्शन कराने की जिम्मेदारी चुनाव आयोग की है. अनुच्छेद 324 में चुनाव आयोग के गठन, चुनाव आयुक्त की नियुक्ति का प्रावधान है.

SIR पर 4 महीने से एकतरफा झूठ फैलाया जा रहा है: अमित शाह

अमित शाह ने SIR पर 4 महीने से एकतरफा झूठ फैलाया जा रहा है. देश की जनता को गुमराह करने का प्रयास किया गया. मैंने एसआईआर की प्रक्रिया का इससे जुड़े हुए संवैधानिक अनुबंधों का और भूतकाल में जो एसआईआर हुए हैं उसका गहन अध्ययन किया है. जो झूठ विशेषकर कांग्रेस पार्टी द्वारा फैलाया गया उसका तर्कों के हिसाब से जवाब देना चाहता हूं.

अमित शाह ने बताया चुनाव सुधार पर चर्चा के लिए कैसे तैयार हुई सरकार

अमित शाह ने कहा कि एसआईआर पर इस सदन में चर्चा नहीं होनी चाहिए, ये चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है. ये भारत सरकार के तहत काम नहीं करते हैं. जब उन्होंने कहा कि हम चुनाव सुधार पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं तो हम तुरंत मान गए.

लोकसभा में चुनाव सुधार पर जवाब दे रहे अमित शाह, कहा- कांग्रेस के झूठ का करूंगा पर्दाफाश

लोकसभा में चुनाव सुधार पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह विपक्षी सदस्यों के सवालों का जवाब दे रहे हैं. अमित शाह ने एसआईआर पर उठाए गए सवालों पर कहा कि आज मैं कांग्रेस के फैलाए गए झूठ का पर्दाफाश करूंगा. 

विपक्ष की वजह से हम अपनी राय नहीं रख पा रहे-कंगना

कंगना रनौत ने कहानए सांसद के तौर पर मुझे चुनावी सुधारों पर बोलने का मौका मिला, लेकिन विपक्ष की वजह से हम नए सांसद अपनी राय नहीं रख पा रहे हैं. हम यहां लोगों की आवाज बनकर आते हैं, जिससे उनकी समस्याओं को यहां रखें, लेकिन विपक्ष पहले दिन से तमाशे कर रहा है. कुछ ही दिन सदन की कार्यवाही ठीक चली, बाकी दिन सिर्फ हंगामे होते हैं.

विपक्ष SIR को मुद्दा बनाकर समय बर्बाद कर रहा-कंगना

मंडी से भाजपा सांसद कंगना रनौत ने लोकसभा में विपक्ष पर जमकर निशाना साधा और सदन को ठीक सेचलने का जिम्मेदार भी ठहराया. उन्होंने कहा कि विपक्ष की वजह से हम सदमे में हैं, क्योंकि ये हर रोज सिर्फ और सिर्फ हंगामा करते हैंविपक्ष की वजह से सदन ठीक से नहीं चल पा रहा है और सिर्फ एसआईआर को ही मुद्दा बनाकर समय बर्बाद किया जा रहा है.

पीएम मोदी ईवीएम हैक नहीं करते- कंगना रनौत

 बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने चुनाव सुधार पर चर्चा के दौरान कहा कि पीएम मोदी ईवीएम हैक नहीं करते, बल्कि लोगों के दिलों को हैक करते हैं. कंगना रनौत ने ये बात विरोधी दलों के आरोपों पर जवाब देते हुए कही.

Parliament Winter Session: मैं उस ब्राजीलियन महिला से माफी मांगती हूं- कंगना रनौत

कंगना रनौत ने संसद में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष ने नियमों का उल्लंघन किया और एक अंतरराष्ट्रीय महिला की तस्वीर का इस्तेमाल कर उसका अपमान किया. उन्होंने कहा, 'उस महिला का भी कोई सम्मान है. मेरा हरियाणा चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है. उनका यहां फोटो लगाकर उसे उछाला, कांग्रेस ने नियमों का उल्लंघन किया, प्ले कार्ड लगाया. उस महिला से मैं सदन की तरफ से माफी मांगती हूं. ये महिलाओं का हमेशा अपमान करते हैं.' यहां कंगना रनौत ब्राजीलियन मॉडल का जिक्र कर रहे थे, जिसकी तस्वीर दिखाकर राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर सवाल खड़े किए.  

PM मोदी EVM हैक नहीं करते, दिलों को हैक करते- कंगना रनौत

संसद के शीतकालीन सत्र में सांसद कंगना रनौत ने कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी ईवीएम को हैक नहीं करते, वो लोगों के दिलों को हैक करते हैं.' उन्होंने विपक्ष की भी आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि उन्होंने कार्यवाही में बाधा डाली और सदन के कामकाज को रोकने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाए.

बैलेट पेपर से चुनाव कराए जाएं- डिंपल यादव

संसद के शीतकालीन सत्र में चुनाव सुधार पर चर्चा के दौरान सपा सांसद डिंपल यादव ने मांग की कि भविष्य के सभी चुनाव कागजी मतपत्रों के माध्यम से कराए जाएं.

राहुल गांधी सिर्फ आरोप लगा रहे, कुछ सुझाव दें- रामदास अठावले

केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने राहुल गांधी के वोट चोरी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा, 'बाबासाहेब द्वारा दिए गए संविधान ने चुनाव आयोग को अधिकार दिए हैं; इसका सरकार से कोई लेना-देना नहीं है. राहुल गांधी के आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है. अगर उन्हें एसआईआर से कोई समस्या है, तो कांग्रेस पार्टी को इस पर कुछ सुझाव देने चाहिए. राहुल गांधी सिर्फ आरोप लगा रहे हैं; इस पर सकारात्मक चर्चा होनी चाहिए.'

दिल्ली में प्रदूषण के मुद्दे पर बोले संजय सिंह

संसद भवन के बाहर AAP सांसद संजय सिंह ने राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता को लेकर कहा, 'हम सभी ने देखा है कि दिल्ली में वायु गुणवत्ता 800 के पार पहुंच गई है. कोई भी इसके स्थायी समाधान की बात नहीं करता. पंजाब में पराली जलाने की घटनाएं कम हुई हैं. हमें पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और केंद्र सरकार के बीच समन्वय की आवश्यकता है. राष्ट्रीय राजधानी, जहां प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, सांसद और सभी महत्वपूर्ण लोग रहते हैं, दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर बन गया है.'

शाम 4:30 बजे लोकसभा में चुनाव सुधारों पर जवाब देंगे अमित शाह

गृह मंत्री श्री अमित शाह आज शाम करीब 4:30 बजे लोकसभा में चुनाव सुधारों पर जवाब देंगे. 

लोकसभा में चुनाव सुधारों पर बोलेंगे शाह

गृह मंत्री अमित शाह शाम 5 बजे लोकसभा में चुनाव सुधारों पर बोलेंगे.

राहुल ने संसद में लगाए वोट चोरी के आरोप

संसद के शीतकालीन सत्र के सातवें दिन यानी मंगलवार को लोकसभा में चुनाव सुधार पर चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के भाषण के दौरान सदन में जमकर हंगामा हुआ. राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि देश में वोट चोरी किए जा रहे हैं. चुनाव आयोग पर सीधा कंट्रोल कर लिया गया है, वह बिना किसी सबूत के ऐसा नहीं बोल रहे हैं. उनके पास इसका पुख्ता सबूत है. चुनाव आयोग पर कब्जा है. चुनाव आयोग का इस्तेमाल भारतीय चुनाव को प्रभावित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि वोट चोरी से बड़ा कोई और राष्ट्रविरोधी काम नहीं है.

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