रायपुर:
छत्तीसगढ़ में मंत्रियों के दौरों के दौरान अब उनकी अगवानी के लिए कलेक्टर और एसपी न केवल मौजूद रहेंगे, बल्कि उनके इंतजाम और सुविधाओं का भी ध्यान रखेंगे। यह फरमान मुख्य सचिव विवेक ढांड ने जारी किया है। उन्होंने मंत्रियों की अगवानी के लिए नहीं पहुंचने वाले कलेक्टरों के खिलाफ कार्रवाई के भी संकेत दिए हैं।
ज्ञात हो कि मंत्रियों ने शिकायत की थी कि कलेक्टर और एसपी उन्हें महत्व नहीं देते हैं। मुख्य सचिव ने राज्यपाल के आगमन पर रस्मी मौके के मुताबिक पोशाक पहनने और असैनिक राजपत्रित अधिकारियों की मौजूदगी बाबत भी निर्देश जारी किया।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश की एकमात्र महिला मंत्री रमशीला साहू दो कलेक्टरों की पहले ही क्लास ले चुकी हैं। उन्होंने दुर्ग और गरियाबंद के कलेक्टरों को उनके स्वागत में नहीं आने पर सार्वजनिक रूप से डांटा भी था।
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने शिकायत मिलने पर मुख्य सचिव विवेक ढांड को इस मामले को देखने कहा था। मुख्य सचिव ने सभी कलेक्टरों को चिट्ठी लिखी है कि वे मंत्रियों के दौरे पर स्वयं मौजूद रहें और उनके लिए इंतजाम और सुविधाओं का ध्यान रखें।
इसी के साथ ही मंत्री के पहली बार आने पर कलेक्टर व एसपी द्वारा अगवानी करने, सर्किट हाउस में मंत्री को आम्स गार्ड की सलामी, जिले की सरहद तक छोड़ने आदि की व्यवस्था के साथ उनके रहने, खाने का इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं।
ज्ञात रहे कि पिछले मंत्रिमंडल की बैठक में जगदलपुर के कलेक्टर अमित कटारिया के खिलाफ चर्चा के दौरान तीन मंत्रियों ने दौरे पर जाने पर अधिकारियों के ना आने की शिकायत की थी।
वहीं जेड श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त स्कूल शिक्षा मंत्री केदार कश्यप जब नक्सली प्रभावित दंतेवाड़ा गए तो उनके स्वागत के लिए एक सिपाही को भेजा गया था।
वरिष्ठ मंत्री बृजमोहन अग्रवाल जब सुराज अभियान के दौरान जब बस्तर गए तो उनके साथ भी कमोबेश यही स्थिति थी।
ज्ञात हो कि मंत्रियों ने शिकायत की थी कि कलेक्टर और एसपी उन्हें महत्व नहीं देते हैं। मुख्य सचिव ने राज्यपाल के आगमन पर रस्मी मौके के मुताबिक पोशाक पहनने और असैनिक राजपत्रित अधिकारियों की मौजूदगी बाबत भी निर्देश जारी किया।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश की एकमात्र महिला मंत्री रमशीला साहू दो कलेक्टरों की पहले ही क्लास ले चुकी हैं। उन्होंने दुर्ग और गरियाबंद के कलेक्टरों को उनके स्वागत में नहीं आने पर सार्वजनिक रूप से डांटा भी था।
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने शिकायत मिलने पर मुख्य सचिव विवेक ढांड को इस मामले को देखने कहा था। मुख्य सचिव ने सभी कलेक्टरों को चिट्ठी लिखी है कि वे मंत्रियों के दौरे पर स्वयं मौजूद रहें और उनके लिए इंतजाम और सुविधाओं का ध्यान रखें।
इसी के साथ ही मंत्री के पहली बार आने पर कलेक्टर व एसपी द्वारा अगवानी करने, सर्किट हाउस में मंत्री को आम्स गार्ड की सलामी, जिले की सरहद तक छोड़ने आदि की व्यवस्था के साथ उनके रहने, खाने का इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं।
ज्ञात रहे कि पिछले मंत्रिमंडल की बैठक में जगदलपुर के कलेक्टर अमित कटारिया के खिलाफ चर्चा के दौरान तीन मंत्रियों ने दौरे पर जाने पर अधिकारियों के ना आने की शिकायत की थी।
वहीं जेड श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त स्कूल शिक्षा मंत्री केदार कश्यप जब नक्सली प्रभावित दंतेवाड़ा गए तो उनके स्वागत के लिए एक सिपाही को भेजा गया था।
वरिष्ठ मंत्री बृजमोहन अग्रवाल जब सुराज अभियान के दौरान जब बस्तर गए तो उनके साथ भी कमोबेश यही स्थिति थी।
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